महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हाइजीन का रखना चाहिए ध्यान:

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नई दिल्ली. पीरियड्स
के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखने की ज्यादा जरूरत होती है। इस दौरान की गई
लापरवाही महिलाओं में इंफेक्शन, यूट्रस और जेनिटल पार्ट से जुड़ी बीमारी
होने का खतरा पैदा करती है। जिससे भविष्य में सेहत को नुकसान हो सकता है।
लड़कियां रिप्रोडक्टिव एज में तो आ जाती है लेकिन हाइजीन को लेकर उनमे ठीक
से जानकारी नहीं होती। ऐसे में जरूरी है कि घर की बड़ी महिलाएं उन्हें इस
बारे बताएं। लेकिन कई सारी मान्यताएं और भ्रम की वजह से पीरियड्स हाइजीन को
लेकर पूरी जानकारी नहीं दी जाती। जिससे कम उम्र में ही लड़कियां यूट्रस और
वजाइनल इंफेक्शन से घिर जाती हैं।

क्या कहती है रिपोर्ट

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 15 से 24 साल के
एज वाली 50 प्रतिशत महिलाएं स्वच्छता के मामले में काफी पीछे हैं और अभी भी
कपड़े का इस्तेमाल करती हैं। इन महिलाओं में स्वच्छता की भी कमी देखी गई
है। एक्सपर्ट पीरियड्स के दौरान सबसे ज्यादा हाइजीन मेंटेन करने की बात
करते हैं। तो चलिए जानें पीरियड्स के दौरान किस तरह से हाइजीन को मेंटेन
करें।

कैसे करें पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई

1- वजाइनल एरिया के आसपास की अच्छे से सफाई करें। 

2- वॉशरूम जाने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोएं।

3- पीरियड्स के दौरान हाइजीन को बनाए रखने के लिए कपड़े की बजाय सिनैटरी पैड का इस्तेमाल करें। 

4- सिनैटरी पैड को हर 4-5 घंटे में बदलते रहें।

5- लगातार 8-9 घंटे तक एक ही पैड शरीर में इंफेक्शन पैदा कर देता है।

6- हैवी फ्लो की वजह से पैड जल्दी गीला हो रहा तो बदल दें। गीले पैड से रैशेज होने की संभावना रहती है।

7- ज्यादा समय तक गीला पैड रैशेज के साथ खुजली की समस्या पैदा कर सकता है।

8- वजाइनल एरिया को साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल ना
करें, इससे इंटीमेट एरिया के गुड बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। एंटी
सेप्टिक को यूज करें।

9- शरीर को हाइड्रेटेड रखें। दिन में छह से आठ गिलास पानी पिएं।

10- पीरियड्स क्रैम्प से बचना है तो रेस्ट करें और टेंशन से दूर रहें। भरपूर नींद लें। 

11- बहुत हल्के व्यायाम या प्राणायाम पीरियड्स के दौरान करें।

12- जंकफूड से दूर रहें।

13- चाय-कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और ऑयली चीजों से पीरियड क्रैम्प बढ़ सकते हैं, इसलिए इन्हें खाने से बचें।

14- हेल्दी डाइट लें। ग्रीन वेजिटेबल, पपीता, केला, डार्क चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स और नट्स को खाने में शामिल करें।

नई दिल्ली. पीरियड्स
के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखने की ज्यादा जरूरत होती है। इस दौरान की गई
लापरवाही महिलाओं में इंफेक्शन, यूट्रस और जेनिटल पार्ट से जुड़ी बीमारी
होने का खतरा पैदा करती है। जिससे भविष्य में सेहत को नुकसान हो सकता है।
लड़कियां रिप्रोडक्टिव एज में तो आ जाती है लेकिन हाइजीन को लेकर उनमे ठीक
से जानकारी नहीं होती। ऐसे में जरूरी है कि घर की बड़ी महिलाएं उन्हें इस
बारे बताएं। लेकिन कई सारी मान्यताएं और भ्रम की वजह से पीरियड्स हाइजीन को
लेकर पूरी जानकारी नहीं दी जाती। जिससे कम उम्र में ही लड़कियां यूट्रस और
वजाइनल इंफेक्शन से घिर जाती हैं।

क्या कहती है रिपोर्ट

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 15 से 24 साल के
एज वाली 50 प्रतिशत महिलाएं स्वच्छता के मामले में काफी पीछे हैं और अभी भी
कपड़े का इस्तेमाल करती हैं। इन महिलाओं में स्वच्छता की भी कमी देखी गई
है। एक्सपर्ट पीरियड्स के दौरान सबसे ज्यादा हाइजीन मेंटेन करने की बात
करते हैं। तो चलिए जानें पीरियड्स के दौरान किस तरह से हाइजीन को मेंटेन
करें।

कैसे करें पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई

1- वजाइनल एरिया के आसपास की अच्छे से सफाई करें। 

2- वॉशरूम जाने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोएं।

3- पीरियड्स के दौरान हाइजीन को बनाए रखने के लिए कपड़े की बजाय सिनैटरी पैड का इस्तेमाल करें। 

4- सिनैटरी पैड को हर 4-5 घंटे में बदलते रहें।

5- लगातार 8-9 घंटे तक एक ही पैड शरीर में इंफेक्शन पैदा कर देता है।

6- हैवी फ्लो की वजह से पैड जल्दी गीला हो रहा तो बदल दें। गीले पैड से रैशेज होने की संभावना रहती है।

7- ज्यादा समय तक गीला पैड रैशेज के साथ खुजली की समस्या पैदा कर सकता है।

8- वजाइनल एरिया को साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल ना
करें, इससे इंटीमेट एरिया के गुड बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। एंटी
सेप्टिक को यूज करें।

9- शरीर को हाइड्रेटेड रखें। दिन में छह से आठ गिलास पानी पिएं।

10- पीरियड्स क्रैम्प से बचना है तो रेस्ट करें और टेंशन से दूर रहें। भरपूर नींद लें। 

11- बहुत हल्के व्यायाम या प्राणायाम पीरियड्स के दौरान करें।

12- जंकफूड से दूर रहें।

13- चाय-कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और ऑयली चीजों से पीरियड क्रैम्प बढ़ सकते हैं, इसलिए इन्हें खाने से बचें।

14- हेल्दी डाइट लें। ग्रीन वेजिटेबल, पपीता, केला, डार्क चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स और नट्स को खाने में शामिल करें।

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