राजधानी के मध्य जिला में बुधवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब
बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की डेढ़ माह की बेटी का मां की गोद
से दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों ने छीनकर अहपरण कर लिया। सूचना मिलते ही
पुलिस के पैरों तले जमीन सरक गई। आनन-फानन में जिले की कई टीमों को जांच
में लगाया गया। खुद जिले के वरिष्ठ अधिकारी जांच पर नजर रखे थे।
चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा रही थी। और घटनास्थल से गुजरने वाले तकरीबन सभी
मार्गो पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने के आदेश दे दिए गए। इस बीच सभी
इलाके में बच्ची की तस्वीर सर्कुलेट कर सभी थानों को अलर्ट मोड पर कर दिया
गया।
एक मंदिर की सीढ़ियों पर मिली बच्ची
पुलिस की करीब दर्जनों टीमों द्वारा खोजबीन का यह सिलसिला करीब घंटे तक
लगातार जारी था, तभी अचानक एक बच्ची के मौरिस नगर इलाके के एक मंदिर की
सीढ़ियों पर होने की सूचना मिली। पुलिस टीम तत्काल बच्ची के माता-पिता को
लेकर वहां पहुंची तो परिजनों ने बच्ची की पहचान कर ली। जब जाकर पुलिस व
परिजनों ने राहत की सांस ली।
अभी तक अपहरणकर्ताओं का सुराग नहीं
हालांकि अभी अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग नही मिला है। बहरहाल डीबीजी रोड
थाना पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। सीसीटीवी
फुटेज के जरिए अपहरणकर्ताओं की पहचान करने में जुटी है।
मंदिर से दर्शन कर घर लौटते वक्त हुई वारदात
वारदात उस वक्त हुई जब बच्ची अपनी मां के साथ झंडेवालान मंदिर के दर्शन कर
घर लौट रही थी। जानकारी के अनुसार,मलकागंज निवासी वासु रुखड़ बीजेपी युवा
मोर्चा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हैं। पत्नी मनजीत के अलावा एक डेढ़ माह की
बेटी सरिया है। बुधवार शाम करीब 4 बजे मंजीत अपनी बच्ची को गोद में लेकर
झंडेवालान मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंची थी।
हाथों से बच्ची को छीन लिया
इस बीच दर्शन करने के बाद जब वह वापस घर जाने के लिए मंदिर से निकली तो कुछ
ही दूरी पर पीछे से आए हेलमेट पहने हुए बाइक सवार दो बदमाश आए। पीछे बैठे
बदमाश ने उनके हाथों से बच्ची को छीन लिया। हालांकि उन्होंने बदमाशों का
काफी दूर तक पीछा भी किया, लेकिन वह फरार होने में हो गए।
जांच के करीब ढाई घंटे के बाद बरामद हुई बच्ची
उधर वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई। एक तरफ जहां कई टीमों
को गठन कर तत्काल जांच में लगाया गया। वहीं मध्य जिले के थानों के अलावा
दिल्ली के अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया। साथ ही बच्ची की
तस्वीरें भी सभी थानों के तहत बने ग्रुपों में सर्कुलेट कर दिया गया। करीब
ढाई घंटे से जांच का यह सिलसिला चल ही रहा था कि इतने में पुलिस कंट्रोल
रूम में मौरिस नगर थाना इलाके के काली मंदिर की सीढी पर एक बच्ची के मिलने
की कॉल आई। डीबीजी रोड थाना पुलिस तुरंत माता-पिता को लेकर वहां पहुंची तो
उन्होंने बच्ची की पहचान हुई।
राजधानी के मध्य जिला में बुधवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब
बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की डेढ़ माह की बेटी का मां की गोद
से दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों ने छीनकर अहपरण कर लिया। सूचना मिलते ही
पुलिस के पैरों तले जमीन सरक गई। आनन-फानन में जिले की कई टीमों को जांच
में लगाया गया। खुद जिले के वरिष्ठ अधिकारी जांच पर नजर रखे थे।
चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा रही थी। और घटनास्थल से गुजरने वाले तकरीबन सभी
मार्गो पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने के आदेश दे दिए गए। इस बीच सभी
इलाके में बच्ची की तस्वीर सर्कुलेट कर सभी थानों को अलर्ट मोड पर कर दिया
गया।
एक मंदिर की सीढ़ियों पर मिली बच्ची
पुलिस की करीब दर्जनों टीमों द्वारा खोजबीन का यह सिलसिला करीब घंटे तक
लगातार जारी था, तभी अचानक एक बच्ची के मौरिस नगर इलाके के एक मंदिर की
सीढ़ियों पर होने की सूचना मिली। पुलिस टीम तत्काल बच्ची के माता-पिता को
लेकर वहां पहुंची तो परिजनों ने बच्ची की पहचान कर ली। जब जाकर पुलिस व
परिजनों ने राहत की सांस ली।
अभी तक अपहरणकर्ताओं का सुराग नहीं
हालांकि अभी अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग नही मिला है। बहरहाल डीबीजी रोड
थाना पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। सीसीटीवी
फुटेज के जरिए अपहरणकर्ताओं की पहचान करने में जुटी है।
मंदिर से दर्शन कर घर लौटते वक्त हुई वारदात
वारदात उस वक्त हुई जब बच्ची अपनी मां के साथ झंडेवालान मंदिर के दर्शन कर
घर लौट रही थी। जानकारी के अनुसार,मलकागंज निवासी वासु रुखड़ बीजेपी युवा
मोर्चा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हैं। पत्नी मनजीत के अलावा एक डेढ़ माह की
बेटी सरिया है। बुधवार शाम करीब 4 बजे मंजीत अपनी बच्ची को गोद में लेकर
झंडेवालान मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंची थी।
हाथों से बच्ची को छीन लिया
इस बीच दर्शन करने के बाद जब वह वापस घर जाने के लिए मंदिर से निकली तो कुछ
ही दूरी पर पीछे से आए हेलमेट पहने हुए बाइक सवार दो बदमाश आए। पीछे बैठे
बदमाश ने उनके हाथों से बच्ची को छीन लिया। हालांकि उन्होंने बदमाशों का
काफी दूर तक पीछा भी किया, लेकिन वह फरार होने में हो गए।
जांच के करीब ढाई घंटे के बाद बरामद हुई बच्ची
उधर वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई। एक तरफ जहां कई टीमों
को गठन कर तत्काल जांच में लगाया गया। वहीं मध्य जिले के थानों के अलावा
दिल्ली के अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया। साथ ही बच्ची की
तस्वीरें भी सभी थानों के तहत बने ग्रुपों में सर्कुलेट कर दिया गया। करीब
ढाई घंटे से जांच का यह सिलसिला चल ही रहा था कि इतने में पुलिस कंट्रोल
रूम में मौरिस नगर थाना इलाके के काली मंदिर की सीढी पर एक बच्ची के मिलने
की कॉल आई। डीबीजी रोड थाना पुलिस तुरंत माता-पिता को लेकर वहां पहुंची तो
उन्होंने बच्ची की पहचान हुई।