भोपाल । मध्यप्रदेश के रतलाम से एक अजब
गजब मामला सामने आया है। जहां एक आदिवासी युवक ने सरकार पर 10006 करोड़ से
ज्यादा का दावा ठोका है। युवक को एक गैंगरेप के मामले में जेल हो गई थी,
जिस मामले में उसे 666 दिन बाद बरी कर दिया गया। युवक का कहना है कि वो जेल
में होने की वजह से सेक्स नहीं कर पाया।
रतलाम के रहने वाले इस युवक का नाम कांतिलाल भील उर्फ कंतू है। कांतिलाल
का कहना है कि अब उसकी उम्र 35 साल हो गई है। बिना अपराध के उसे 5 साल
परेशान किया गया। 3 साल उसे पुलिस ने परेशान किया दो साल वो जेल में रहा।
जिसके चलते उसके पूरे परिवार को भी प्रताड़ित होना पड़ा। उसकी ज़िन्दगी पूरी
तरह बदल गई है। इस दौरान उसके बीवी बच्चों और बूढ़ी मां को कई तरह की
परेशानियों का सामना करना पड़ा। परिवार के हालात ऐसे थे कि अंडरगारमेंट्स
खरीदने के भी पैसे नहीं थे। जेल में ठण्ड हो गर्मी उसने वक्त बिना कपड़ों के
ही निकाला।
कांतिलाल का कहना है कि इंसान को सेक्सुअल प्लेजर भगवन का दिया हुआ है।
लेकिन गलत आरोप के चलते वो इसका सुख नहीं भोग पाया। उसके परिवार को भी दर
दर की ठोकरें खानी पड़ी इसलिए उसने राज्य शासन और पुलिस अधिकारियों के
विरुद्ध क्षतिपूर्ति का दावा जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया है।
कांतिलाल के वकील का कहना है कि राज्य शासन और पुलिस अधिकारियों के गलत
आरोपों के चलते उसके परिवार को भुखमरी का सामना करना पड़ा। उसके बच्चों कि
पढ़ाई छूट गई।
अक्टूबर, 2022 में वो मामले से बरी हो गया था लेकिन अब भी समाज अपना
नहीं रहा है। उसे रोजगार के संकट का भी सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा ऐसे
में उसने 10006 करोड़ से ज्यादा का सरकार पर दावा ठोका है ।
भोपाल । मध्यप्रदेश के रतलाम से एक अजब
गजब मामला सामने आया है। जहां एक आदिवासी युवक ने सरकार पर 10006 करोड़ से
ज्यादा का दावा ठोका है। युवक को एक गैंगरेप के मामले में जेल हो गई थी,
जिस मामले में उसे 666 दिन बाद बरी कर दिया गया। युवक का कहना है कि वो जेल
में होने की वजह से सेक्स नहीं कर पाया।
रतलाम के रहने वाले इस युवक का नाम कांतिलाल भील उर्फ कंतू है। कांतिलाल
का कहना है कि अब उसकी उम्र 35 साल हो गई है। बिना अपराध के उसे 5 साल
परेशान किया गया। 3 साल उसे पुलिस ने परेशान किया दो साल वो जेल में रहा।
जिसके चलते उसके पूरे परिवार को भी प्रताड़ित होना पड़ा। उसकी ज़िन्दगी पूरी
तरह बदल गई है। इस दौरान उसके बीवी बच्चों और बूढ़ी मां को कई तरह की
परेशानियों का सामना करना पड़ा। परिवार के हालात ऐसे थे कि अंडरगारमेंट्स
खरीदने के भी पैसे नहीं थे। जेल में ठण्ड हो गर्मी उसने वक्त बिना कपड़ों के
ही निकाला।
कांतिलाल का कहना है कि इंसान को सेक्सुअल प्लेजर भगवन का दिया हुआ है।
लेकिन गलत आरोप के चलते वो इसका सुख नहीं भोग पाया। उसके परिवार को भी दर
दर की ठोकरें खानी पड़ी इसलिए उसने राज्य शासन और पुलिस अधिकारियों के
विरुद्ध क्षतिपूर्ति का दावा जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया है।
कांतिलाल के वकील का कहना है कि राज्य शासन और पुलिस अधिकारियों के गलत
आरोपों के चलते उसके परिवार को भुखमरी का सामना करना पड़ा। उसके बच्चों कि
पढ़ाई छूट गई।
अक्टूबर, 2022 में वो मामले से बरी हो गया था लेकिन अब भी समाज अपना
नहीं रहा है। उसे रोजगार के संकट का भी सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा ऐसे
में उसने 10006 करोड़ से ज्यादा का सरकार पर दावा ठोका है ।