गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, हालाकि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का गठन 10 फरवरी 2020 को हुआ है। इस
तहर से जिले के गठन को 3 वर्ष पूर्ण हुए है। किन्तु मुख्यमंत्री श्री भूपेश
बघेल की सरकार के 4 वर्ष के कार्यकाल में जीपीएम जिले में लोक निर्माण
विभाग द्वारा 116 करोड़ 28 लाख 73 हजार की लागत से सड़क, पुल-पुलिया एवं भवन
का निर्माण पूर्ण किए गए है। पूर्ण कार्यो में 101 करोड. 16 लाख 67 हजार
रूपए की लागत के 111.60 किलोमीटर लम्बाई की 7 मार्गों का चौड़ीकरण,
उन्नतीकरण एवं मजबूतीकरण के साथ ही 12 करोड़ 82 लाख 57 हजार रूपए की लागत से
500 सीटर बालक-बालिका छात्रावास और 2 करोड़ 29 लाख 49 हजार रूपए की लागत के
2 पुल-पुलिया शामिल है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा सिवनी से मरवाही मार्ग लम्बाई 12.20
किलोमीटर का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण 23 करोड़ 58 लाख 54 हजार रूपए की लागत
से पूर्ण किया गया है। इस मार्ग के निर्माण से आसपास के ग्रामीणजनों को
विकासखंड मुख्यालय मरवाही आने जाने में सुविधा हो रही है।
पेंड्रा-अमरपुर-बसंतपुर मार्ग लम्बाई 8 किलोमीटर में चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण
लागत 15 करोड़ 13 लाख 19 हजार है। यह मार्ग बिलासपुर से जीपीएम पहुंचने का
महत्वपूर्ण मार्ग है। पेंड्रा से मरवाही मुख्यमार्ग में 40.20 किलोमीटर में
22 करोड़ 44 लाख 8 हजार की लागत से डामरीकरण एवं उन्नयन कार्य किया गया है।
यह मार्ग राज्यमार्ग क्र 8 है जो मरवाही विधानसभा क्षेत्र का मुख्यमार्ग
है जो नवगठित जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जो जोड़ता है। बिलासपुर जिले के
ग्राम बसंतपुर से नवांगांव-भाड़ी मार्ग में 9 करोड़ 34 लाख 30 हजार रूपए की
लागत से 5.60 किलोमीटर का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण का कार्य किया गया है। इस
मार्ग के निर्माण से बिलासपुर से मरवाही जाने में सुगमता होती है। साथ ही
भारी वाहनों को पेंड्रा शहर के भीतर प्रवेश नहीं करना पड़ता। बसंतपुर से
भाड़ी मार्ग 5 किलोमीटर का उन्नयन एवं चौड़ीकरण 6 करोड़ 14 लाख 99 हजार रूपए
से किया गया है। इस मार्ग से बिलासपुर से आने वाली वाहनों एवं आमजनों को
मरवाही आवागमन में दूरी कम हो गई है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा 18 करोड़ 32 लाख 58 हजार रूपए की
लागत से केंवची-गौरेला-पेंड्रा मार्ग में 28 किलोमीटर का उन्नयन किया गया
है। इस मार्ग के निर्माण से आदिवासी अंचल के आमजनता को जिला मुख्यालय की
सेवाएं एवं स्वास्थ्य सेवाओ का लाभ प्राप्त करने में सुविधा हो रही है।
पेंड्रा-चिरमिरी 12.60 किलोमीटर मार्ग का 6 करोड़ 18 लाख 99 हजार रूपए में
उन्नयन एवं नवीनीकरण किया गया है। इस मार्ग के निर्माण से कम समय में
कोरिया जिले की आवागमन में सुविधा हो रही है। केंवची-गौरेला मार्ग में 2
करोड़ 29 लाख 49 हजार रूपए की लागत से उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया गया
है। इससे यातायात सुगमता पूर्वक बिना किसी अवरोध के चल रहा है। गौरेला के
टीकरकला में 12 करोड़ 82 लाख 57 हजार रूपए की लागत से 250 सीटर प्री मैट्रिक
बालक और 250 सीटर बालिका छात्रावास भवन का निर्माण किया गया है। इससे
दूरस्थ अंचल के आदिवासी छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधा के साथ शिक्षा
प्राप्त करने में सुविधा मिल रही है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, हालाकि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का गठन 10 फरवरी 2020 को हुआ है। इस
तहर से जिले के गठन को 3 वर्ष पूर्ण हुए है। किन्तु मुख्यमंत्री श्री भूपेश
बघेल की सरकार के 4 वर्ष के कार्यकाल में जीपीएम जिले में लोक निर्माण
विभाग द्वारा 116 करोड़ 28 लाख 73 हजार की लागत से सड़क, पुल-पुलिया एवं भवन
का निर्माण पूर्ण किए गए है। पूर्ण कार्यो में 101 करोड. 16 लाख 67 हजार
रूपए की लागत के 111.60 किलोमीटर लम्बाई की 7 मार्गों का चौड़ीकरण,
उन्नतीकरण एवं मजबूतीकरण के साथ ही 12 करोड़ 82 लाख 57 हजार रूपए की लागत से
500 सीटर बालक-बालिका छात्रावास और 2 करोड़ 29 लाख 49 हजार रूपए की लागत के
2 पुल-पुलिया शामिल है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा सिवनी से मरवाही मार्ग लम्बाई 12.20
किलोमीटर का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण 23 करोड़ 58 लाख 54 हजार रूपए की लागत
से पूर्ण किया गया है। इस मार्ग के निर्माण से आसपास के ग्रामीणजनों को
विकासखंड मुख्यालय मरवाही आने जाने में सुविधा हो रही है।
पेंड्रा-अमरपुर-बसंतपुर मार्ग लम्बाई 8 किलोमीटर में चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण
लागत 15 करोड़ 13 लाख 19 हजार है। यह मार्ग बिलासपुर से जीपीएम पहुंचने का
महत्वपूर्ण मार्ग है। पेंड्रा से मरवाही मुख्यमार्ग में 40.20 किलोमीटर में
22 करोड़ 44 लाख 8 हजार की लागत से डामरीकरण एवं उन्नयन कार्य किया गया है।
यह मार्ग राज्यमार्ग क्र 8 है जो मरवाही विधानसभा क्षेत्र का मुख्यमार्ग
है जो नवगठित जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जो जोड़ता है। बिलासपुर जिले के
ग्राम बसंतपुर से नवांगांव-भाड़ी मार्ग में 9 करोड़ 34 लाख 30 हजार रूपए की
लागत से 5.60 किलोमीटर का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण का कार्य किया गया है। इस
मार्ग के निर्माण से बिलासपुर से मरवाही जाने में सुगमता होती है। साथ ही
भारी वाहनों को पेंड्रा शहर के भीतर प्रवेश नहीं करना पड़ता। बसंतपुर से
भाड़ी मार्ग 5 किलोमीटर का उन्नयन एवं चौड़ीकरण 6 करोड़ 14 लाख 99 हजार रूपए
से किया गया है। इस मार्ग से बिलासपुर से आने वाली वाहनों एवं आमजनों को
मरवाही आवागमन में दूरी कम हो गई है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा 18 करोड़ 32 लाख 58 हजार रूपए की
लागत से केंवची-गौरेला-पेंड्रा मार्ग में 28 किलोमीटर का उन्नयन किया गया
है। इस मार्ग के निर्माण से आदिवासी अंचल के आमजनता को जिला मुख्यालय की
सेवाएं एवं स्वास्थ्य सेवाओ का लाभ प्राप्त करने में सुविधा हो रही है।
पेंड्रा-चिरमिरी 12.60 किलोमीटर मार्ग का 6 करोड़ 18 लाख 99 हजार रूपए में
उन्नयन एवं नवीनीकरण किया गया है। इस मार्ग के निर्माण से कम समय में
कोरिया जिले की आवागमन में सुविधा हो रही है। केंवची-गौरेला मार्ग में 2
करोड़ 29 लाख 49 हजार रूपए की लागत से उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया गया
है। इससे यातायात सुगमता पूर्वक बिना किसी अवरोध के चल रहा है। गौरेला के
टीकरकला में 12 करोड़ 82 लाख 57 हजार रूपए की लागत से 250 सीटर प्री मैट्रिक
बालक और 250 सीटर बालिका छात्रावास भवन का निर्माण किया गया है। इससे
दूरस्थ अंचल के आदिवासी छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधा के साथ शिक्षा
प्राप्त करने में सुविधा मिल रही है।