किसान फूलों की खेती कर भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह
कारनामा हरियाणा के पलवल में रहने वाले एक बुजुर्ग किसान ने किया है। किसान
रणवीर सिंह करीब 5 एकड़ जमीन लीज पर लेकर फूलों की खेती करते हैं। इस खेती
से उन्हें लाखों का मुनाफा हो रहा है।
तरह-तरह के फूलों की खेती कर साल भर मुनाफा कमाएं
रणवीर सिंह के मुताबिक, फूलों के पौधे करीब दो से तीन महीने में खिल
जाते हैं। ऐसे में वह साल भर मुनाफा कमाते रहे, इसके लिए वह फूलों की चेन
बनाकर खेती करते थे। उनका कहना है कि फूलों की खेती में ज्यादा मेहनत और
लागत की जरूरत नहीं होती है। किसान कम लागत में भी अलग-अलग फूलों की खेती
कर लाखों का मुनाफा कमा सकता है।
यह तकनीक सिंचाई के लिए अपनाई जाती है
रणवीर सिंह अपने खेतों में जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं। इससे न केवल
खेती की लागत कम होती है, बल्कि फूलों के समुचित विकास में भी मदद मिलती
है। वह सिंचाई के लिए ड्रिप तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। इस तकनीक के
इस्तेमाल से न सिर्फ पानी की बचत होती है, बल्कि फूलों की फसल को नुकसान से
भी बचाया जा सकता है। साथ ही सिंचाई में भी ज्यादा समय बर्बाद नहीं होगा।
खेती कर करते हैं परिवार का भरण पोषण
रणवीर सिंह ने आगे बताया कि उनके घर के युवाओं को भी रोजगार के लिए बाहर
नहीं जाना पड़ता है. वे खेतों में काम करके आसानी से अपना घर चला सकते
हैं। साथ ही फूलों की खेती से कई लोगों को रोजगार भी देते हैं।
किसान फूलों की खेती कर भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह
कारनामा हरियाणा के पलवल में रहने वाले एक बुजुर्ग किसान ने किया है। किसान
रणवीर सिंह करीब 5 एकड़ जमीन लीज पर लेकर फूलों की खेती करते हैं। इस खेती
से उन्हें लाखों का मुनाफा हो रहा है।
तरह-तरह के फूलों की खेती कर साल भर मुनाफा कमाएं
रणवीर सिंह के मुताबिक, फूलों के पौधे करीब दो से तीन महीने में खिल
जाते हैं। ऐसे में वह साल भर मुनाफा कमाते रहे, इसके लिए वह फूलों की चेन
बनाकर खेती करते थे। उनका कहना है कि फूलों की खेती में ज्यादा मेहनत और
लागत की जरूरत नहीं होती है। किसान कम लागत में भी अलग-अलग फूलों की खेती
कर लाखों का मुनाफा कमा सकता है।
यह तकनीक सिंचाई के लिए अपनाई जाती है
रणवीर सिंह अपने खेतों में जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं। इससे न केवल
खेती की लागत कम होती है, बल्कि फूलों के समुचित विकास में भी मदद मिलती
है। वह सिंचाई के लिए ड्रिप तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। इस तकनीक के
इस्तेमाल से न सिर्फ पानी की बचत होती है, बल्कि फूलों की फसल को नुकसान से
भी बचाया जा सकता है। साथ ही सिंचाई में भी ज्यादा समय बर्बाद नहीं होगा।
खेती कर करते हैं परिवार का भरण पोषण
रणवीर सिंह ने आगे बताया कि उनके घर के युवाओं को भी रोजगार के लिए बाहर
नहीं जाना पड़ता है. वे खेतों में काम करके आसानी से अपना घर चला सकते
हैं। साथ ही फूलों की खेती से कई लोगों को रोजगार भी देते हैं।