Big Breaking :: टीएस बाबा ने सचिन पायलट द्वारा लिए गए निर्णय को सही ठहराया। छग की राजनीति फिर हुई गर्म...:

post

रायपुर. राजस्थान के पूर्व डिप्टी चीफ मिनिस्टर व कांग्रेस नेता सचिन पायलट जयपुर में अनशन करने जा रहे हैं. इसे वहां की सरकार व उनकी ही कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बताया जा रहा है. लेकिन, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने उनके स्टैंड काे सही बताकर प्रदेश की राजनीति को एक बार फिर तेज कर दी है और कांग्रेस में फिर खलबली मच गई है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी तब टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. बाद में तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया गया. तब ये चर्चा भी उड़ी कि आलाकमान ने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का प्रस्ताव दोनों को दिया है. यानी ढाई साल बाद सिंहदेव सीएम बनते. इन सबके बीच भूपेश और सिंहदेव के बीच गुटबाजी की बातें भी सामने आती रहीं. साथ ही सिंहदेव ने कई ऐसे बयान भी दिए जिसे पार्टी विरोधी माना गया. अब इस नए बयान को भी उसी नजरिए से देखा जा रहा है जो उन्होंने पायलट के समर्थन में दिया है.

इसलिए मान रहे पार्टी विरोधी बयान :: सचिन पालयट ने वसुंधरा राजे सरकार के दौर में कई अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. इसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो एक-एक भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, कांग्रेस की सरकार बनने और अशोक गहलाेत के मुख्यमंत्री के बाद भी न जांच हुई और न कार्रवाई. इसीलिए उन्होंने कार्रवाई के लिए अनशन करने का ऐलान किया है. इसे कांग्रेसी पार्टी विरोधी गतिविधि बता रहे हैं. वहीं सिंहदेव के उन्हें समर्थन देने को भी उसी नजरिए से देखा जा रहा है.

सिंहदेव ने ये कहा :: बता दें कि पत्रकारों से चर्चा करते हुए सिंहदेव ने कहा है कि ये पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं है. सचिन पायलट को लगता होगा कि चुनाव के वक्त उन्हें मतदाता को जवाब देना पड़ेगा. उन्होंने कहा था कि वसुंधरा राजे की सरकार में बहुत भ्रष्टाचार हुआ है. वे इसकी जांच कराएंगे. लेकिन जांच हो नहीं पाई है और न कार्रवाई. अब आप जनता के पास जाएंगे तो जनता आपसे जवाब तो मांगेगी ही. कहेगी कि हम आपको वोट क्यों दें, आपने जो कहा था अपनी बात पूरी नहीं की. ऐसे में उनका निर्णय उचित है.


रायपुर. राजस्थान के पूर्व डिप्टी चीफ मिनिस्टर व कांग्रेस नेता सचिन पायलट जयपुर में अनशन करने जा रहे हैं. इसे वहां की सरकार व उनकी ही कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बताया जा रहा है. लेकिन, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने उनके स्टैंड काे सही बताकर प्रदेश की राजनीति को एक बार फिर तेज कर दी है और कांग्रेस में फिर खलबली मच गई है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी तब टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. बाद में तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया गया. तब ये चर्चा भी उड़ी कि आलाकमान ने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का प्रस्ताव दोनों को दिया है. यानी ढाई साल बाद सिंहदेव सीएम बनते. इन सबके बीच भूपेश और सिंहदेव के बीच गुटबाजी की बातें भी सामने आती रहीं. साथ ही सिंहदेव ने कई ऐसे बयान भी दिए जिसे पार्टी विरोधी माना गया. अब इस नए बयान को भी उसी नजरिए से देखा जा रहा है जो उन्होंने पायलट के समर्थन में दिया है.

इसलिए मान रहे पार्टी विरोधी बयान :: सचिन पालयट ने वसुंधरा राजे सरकार के दौर में कई अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. इसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो एक-एक भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, कांग्रेस की सरकार बनने और अशोक गहलाेत के मुख्यमंत्री के बाद भी न जांच हुई और न कार्रवाई. इसीलिए उन्होंने कार्रवाई के लिए अनशन करने का ऐलान किया है. इसे कांग्रेसी पार्टी विरोधी गतिविधि बता रहे हैं. वहीं सिंहदेव के उन्हें समर्थन देने को भी उसी नजरिए से देखा जा रहा है.

सिंहदेव ने ये कहा :: बता दें कि पत्रकारों से चर्चा करते हुए सिंहदेव ने कहा है कि ये पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं है. सचिन पायलट को लगता होगा कि चुनाव के वक्त उन्हें मतदाता को जवाब देना पड़ेगा. उन्होंने कहा था कि वसुंधरा राजे की सरकार में बहुत भ्रष्टाचार हुआ है. वे इसकी जांच कराएंगे. लेकिन जांच हो नहीं पाई है और न कार्रवाई. अब आप जनता के पास जाएंगे तो जनता आपसे जवाब तो मांगेगी ही. कहेगी कि हम आपको वोट क्यों दें, आपने जो कहा था अपनी बात पूरी नहीं की. ऐसे में उनका निर्णय उचित है.


...
...
...
...
...
...
...
...