अगले 30 दिनों तक छत्तीसगढ़ में भाजपा का फुल एक्शन मोड,हर वर्ग से संपर्क साधने का नया एक्शन प्लान...:

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छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी अपना विशेष अभियान लाने जा रही है। 30 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में पार्टी के तमाम नेता मैदान पर होंगे। खास बात यह है कि दूसरी पंक्ति के माने जाने वाले युवा नेताओं को भी पार्टी ने इस अभियान में अहम जिम्मा देकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने अभियान का खाका खींचा है। युवा, किसान, महिला, बुजुर्ग व्यापारी अन्य व्यवसायों से जुड़े वर्गों को साधने की कोशिश की जा रही है।

बुधवार को इस अभियान की जानकारी देने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने रायपुर के भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। अरुण साव ने बताया कि 30 जून तक लगातार हर दिन प्रदेश के हर जिले में कार्यक्रम होंगे । प्रदेश की 11 लोक सभाओं को 3 क्लस्टर में बांट कर यह कार्यक्रम किया जा रहा है।

इन कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, गिरिराज सिंह आएंगे। अलग-अलग तारीखों पर अलग-अलग शहरों में इनके कार्यक्रम तय किए गए हैं। संगठन के राष्ट्रीय नेताओं में ओम माथुर, सांसद सुनीता दुग्गल उड़ीसा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती, प्रदेश भाजपा सह प्रभारी नितिन नबीन का प्रवास भी होगा।

इन वर्गों पर भाजपा का फोकस - इस अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी के नेता खास वर्ग के परिवारों में उनके घर जाकर मुलाकात करेंगे। केंद्र की योजनाओं के बारे में बातचीत करेंगे। इनमें खिलाड़ी, फिल्म और लोक कलाकार, डॉक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, पत्रकार, बड़े कारोबारी, वकील, अलग-अलग समाजों के प्रदेश अध्यक्ष, धर्मगुरु होंगे। इसके बाद भाजपा घर-घर संपर्क अभियान भी लेकर आ रही है। इस दौरान हर शहर के वार्ड मोहल्ले में भारतीय जनता पार्टी के नेता लोगों के घर जाते नजर आएंगे। इन सभी कार्यक्रमों में मुख्य एजेंडा केंद्र सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करना और स्थानीय स्तर पर कांग्रेस को घेरना होगा।

नए नेताओं को भी अहम जिम्मा - साल 2018 के विधानसभा चुनावों के समय पार्टी में आए पूर्व IAS ओपी चौधरी, समेत पार्टी ने लंबे वक्त से सक्रिय दूसरी पंक्ति के नेताओं को इस पूरे अभियान में अहम जिम्मेदारी दी है । विजय शर्मा, अमित चिमनानी, अमरजीत छाबड़ा जैसे नए नेताओं को मौका दिया गया। है पुराने चेहरे नाराज ना हो इसका ख्याल रखते हुए सीनियर नेताओं को भी कुछ जगहों का जिम्मा सौंपा गया है, जहां वह अभियान का संचालन करेंगे।


छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी अपना विशेष अभियान लाने जा रही है। 30 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में पार्टी के तमाम नेता मैदान पर होंगे। खास बात यह है कि दूसरी पंक्ति के माने जाने वाले युवा नेताओं को भी पार्टी ने इस अभियान में अहम जिम्मा देकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने अभियान का खाका खींचा है। युवा, किसान, महिला, बुजुर्ग व्यापारी अन्य व्यवसायों से जुड़े वर्गों को साधने की कोशिश की जा रही है।

बुधवार को इस अभियान की जानकारी देने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने रायपुर के भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। अरुण साव ने बताया कि 30 जून तक लगातार हर दिन प्रदेश के हर जिले में कार्यक्रम होंगे । प्रदेश की 11 लोक सभाओं को 3 क्लस्टर में बांट कर यह कार्यक्रम किया जा रहा है।

इन कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, गिरिराज सिंह आएंगे। अलग-अलग तारीखों पर अलग-अलग शहरों में इनके कार्यक्रम तय किए गए हैं। संगठन के राष्ट्रीय नेताओं में ओम माथुर, सांसद सुनीता दुग्गल उड़ीसा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती, प्रदेश भाजपा सह प्रभारी नितिन नबीन का प्रवास भी होगा।

इन वर्गों पर भाजपा का फोकस - इस अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी के नेता खास वर्ग के परिवारों में उनके घर जाकर मुलाकात करेंगे। केंद्र की योजनाओं के बारे में बातचीत करेंगे। इनमें खिलाड़ी, फिल्म और लोक कलाकार, डॉक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, पत्रकार, बड़े कारोबारी, वकील, अलग-अलग समाजों के प्रदेश अध्यक्ष, धर्मगुरु होंगे। इसके बाद भाजपा घर-घर संपर्क अभियान भी लेकर आ रही है। इस दौरान हर शहर के वार्ड मोहल्ले में भारतीय जनता पार्टी के नेता लोगों के घर जाते नजर आएंगे। इन सभी कार्यक्रमों में मुख्य एजेंडा केंद्र सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करना और स्थानीय स्तर पर कांग्रेस को घेरना होगा।

नए नेताओं को भी अहम जिम्मा - साल 2018 के विधानसभा चुनावों के समय पार्टी में आए पूर्व IAS ओपी चौधरी, समेत पार्टी ने लंबे वक्त से सक्रिय दूसरी पंक्ति के नेताओं को इस पूरे अभियान में अहम जिम्मेदारी दी है । विजय शर्मा, अमित चिमनानी, अमरजीत छाबड़ा जैसे नए नेताओं को मौका दिया गया। है पुराने चेहरे नाराज ना हो इसका ख्याल रखते हुए सीनियर नेताओं को भी कुछ जगहों का जिम्मा सौंपा गया है, जहां वह अभियान का संचालन करेंगे।


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