New Delhi :: विलय से पहले ही HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख ने दिया इस्तीफा:

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नई दिल्ली। HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख ने HDFC-HDFC बैंक के बड़े विलय से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दीपक पारेख ने पहले ही संकेत दिया था कि 30 जून उनका आखिरी कार्य दिवस होगा। बता दें कि हाउसिंग फाइनेंस कंपनी HDFC का उसकी बैंकिंग सहायक कंपनी HDFC बैंक के साथ मर्जर 1 जुलाई से प्रभावी हो जाएगा।

दीपक पारेख ने शेयरधारकों से कहा- यह मेरे लिए भविष्य के लिए उम्मीदों के साथ संन्यास लेने का समय है। हालांकि, HDFC के शेयरधारकों के साथ यह मेरा आखिरी कम्युनिकेशन होगा। हम अब विकास, समृद्धि के एक बहुत ही रोमांचक भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। हमारे इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता और हमारी विरासत को आगे बढ़ाया जाएगा।

18 लाख करोड़ की कंपनी: HDFC बैंक ने चार अप्रैल, 2022 को देश की सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी HDFC का खुद में विलय करने पर सहमति जतायी थी। इस विलय के बाद देश की एक बड़ी वित्तीय सेवा कंपनी सृजित होगी जिसकी सम्मिलित परिसंपत्ति 18 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक होगी। नवगठित कंपनी का बीएसई के सूचकांक में वेटेज रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी अधिक हो जाएगा। फिलहाल रिलायंस का वेटेज 10.4 प्रतिशत है लेकिन विलय के बाद HDFC बैंक का वेटेज 14 प्रतिशत के करीब हो जाएगा।

विलय सौदा क्रियान्वित होने के बाद HDFC बैंक का सौ फीसदी स्वामित्व सार्वजनिक शेयरधारकों के पास होगा। वहीं HDFC लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों की नई कंपनी में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। इस सौदे के तहत HDFC के प्रत्येक शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले HDFC बैंक के 42 शेयर मिलेंगे।


नई दिल्ली। HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख ने HDFC-HDFC बैंक के बड़े विलय से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दीपक पारेख ने पहले ही संकेत दिया था कि 30 जून उनका आखिरी कार्य दिवस होगा। बता दें कि हाउसिंग फाइनेंस कंपनी HDFC का उसकी बैंकिंग सहायक कंपनी HDFC बैंक के साथ मर्जर 1 जुलाई से प्रभावी हो जाएगा।

दीपक पारेख ने शेयरधारकों से कहा- यह मेरे लिए भविष्य के लिए उम्मीदों के साथ संन्यास लेने का समय है। हालांकि, HDFC के शेयरधारकों के साथ यह मेरा आखिरी कम्युनिकेशन होगा। हम अब विकास, समृद्धि के एक बहुत ही रोमांचक भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। हमारे इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता और हमारी विरासत को आगे बढ़ाया जाएगा।

18 लाख करोड़ की कंपनी: HDFC बैंक ने चार अप्रैल, 2022 को देश की सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी HDFC का खुद में विलय करने पर सहमति जतायी थी। इस विलय के बाद देश की एक बड़ी वित्तीय सेवा कंपनी सृजित होगी जिसकी सम्मिलित परिसंपत्ति 18 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक होगी। नवगठित कंपनी का बीएसई के सूचकांक में वेटेज रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी अधिक हो जाएगा। फिलहाल रिलायंस का वेटेज 10.4 प्रतिशत है लेकिन विलय के बाद HDFC बैंक का वेटेज 14 प्रतिशत के करीब हो जाएगा।

विलय सौदा क्रियान्वित होने के बाद HDFC बैंक का सौ फीसदी स्वामित्व सार्वजनिक शेयरधारकों के पास होगा। वहीं HDFC लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों की नई कंपनी में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। इस सौदे के तहत HDFC के प्रत्येक शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले HDFC बैंक के 42 शेयर मिलेंगे।


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