भारतीय क्रिकेट के लिए 8 फरवरी का दिन बहुत ही
अहम है। इसमें भारतीय क्रिकेट इतिहास का सार छिपा हुआ है। 25 टेस्ट और 20
साल के लंबे इंतेजार के बाद भारत को पहली जीत 8 फरवरी को मिली थी। जब
भारतीय टीम चेन्न्ई में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज का आखिरी
टेस्ट खेल रही थी।वीनू माकंड ने बेहतरीन स्पैल फेंकते हुए कुल 12 विकेट
अपने नाम किए।उनकी स्पिन गेंदबाजी के आगे अंग्रेज बल्लेबाज पस्त नजर
आए।उन्होंने 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा है।
इनमें
4 स्टंप थे। पहली पारी में इंग्लैंड की पूरी टीम 266 रनों पर ऑलआउट हो
गई।भारत ने जवाब में 457 रन बना दिए। पंकज रॉय ने 111और पॉली उमरीगर ने
नाबाद 130 रन की पारी खेली ।भारत को 193 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में
भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने फिर कहर बरपाया।
माकंड
और गुलाम अहमद ने चार-चार विकेट लेकर इंग्लैंड को 183 रनों पर सीमित रखा
।माकंड की स्पिन गेंदबाजी ने भारतीय मैदान पर जीत का परचम लहराया जो आज तक
जारी है।8 फरवरी 1963 को भारत में एक ऐसे क्रिकेटर ने जन्म लिया जो देश के
लिए हीरो और विलेन बना।
हम
बात कर रहे है मोहम्मद अहजरुद्दीन की। उन्होंने टेस्ट डेब्यू मैच में शतक
जड़कर धमाकेदार एंट्री की थी क्रिकेट जगत में। लेकिन फिक्सिंग में फंसने के
बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन का करियर बर्बाद हो गया था।उन पर बैन लगा दिया गया
था। आज ही के दिन महान ऑलराउंडर कपिल देव ने भी बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम
किया था। 8 फरवरी 1994 को सुबह 11 बजे के आसपास अहमदाबाद के साथ पूरा देश
थम गया था। 432 गुब्बारों के साथ पूरा शहर आसमान की और था सारे देशवासी
खड़े होकर कपिल देव को सलामी दे रहे थे क्योंकि इसी दिन कपिल देव ने टेस्ट
क्रिकेट में रिचर्ड हैडली के 431 टेस्ट विकेट को पार कर नया रिकॉर्ड अपने
नाम किया था।
भारतीय क्रिकेट के लिए 8 फरवरी का दिन बहुत ही
अहम है। इसमें भारतीय क्रिकेट इतिहास का सार छिपा हुआ है। 25 टेस्ट और 20
साल के लंबे इंतेजार के बाद भारत को पहली जीत 8 फरवरी को मिली थी। जब
भारतीय टीम चेन्न्ई में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज का आखिरी
टेस्ट खेल रही थी।वीनू माकंड ने बेहतरीन स्पैल फेंकते हुए कुल 12 विकेट
अपने नाम किए।उनकी स्पिन गेंदबाजी के आगे अंग्रेज बल्लेबाज पस्त नजर
आए।उन्होंने 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा है।
इनमें
4 स्टंप थे। पहली पारी में इंग्लैंड की पूरी टीम 266 रनों पर ऑलआउट हो
गई।भारत ने जवाब में 457 रन बना दिए। पंकज रॉय ने 111और पॉली उमरीगर ने
नाबाद 130 रन की पारी खेली ।भारत को 193 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में
भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने फिर कहर बरपाया।
माकंड
और गुलाम अहमद ने चार-चार विकेट लेकर इंग्लैंड को 183 रनों पर सीमित रखा
।माकंड की स्पिन गेंदबाजी ने भारतीय मैदान पर जीत का परचम लहराया जो आज तक
जारी है।8 फरवरी 1963 को भारत में एक ऐसे क्रिकेटर ने जन्म लिया जो देश के
लिए हीरो और विलेन बना।
हम
बात कर रहे है मोहम्मद अहजरुद्दीन की। उन्होंने टेस्ट डेब्यू मैच में शतक
जड़कर धमाकेदार एंट्री की थी क्रिकेट जगत में। लेकिन फिक्सिंग में फंसने के
बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन का करियर बर्बाद हो गया था।उन पर बैन लगा दिया गया
था। आज ही के दिन महान ऑलराउंडर कपिल देव ने भी बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम
किया था। 8 फरवरी 1994 को सुबह 11 बजे के आसपास अहमदाबाद के साथ पूरा देश
थम गया था। 432 गुब्बारों के साथ पूरा शहर आसमान की और था सारे देशवासी
खड़े होकर कपिल देव को सलामी दे रहे थे क्योंकि इसी दिन कपिल देव ने टेस्ट
क्रिकेट में रिचर्ड हैडली के 431 टेस्ट विकेट को पार कर नया रिकॉर्ड अपने
नाम किया था।