प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
शनिवार सुबह असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एवं बाघ अभयारण्य में हाथी और जीप पर सवार होकर जंगल सफारी
(Jungle Safari) का लुत्फ उठाया. पीएम मोदी इस दौरान सिर पर हैट, आंखों पर
काला चश्मा और हाथों में कैमरा थामे नजर आए. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक,
वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल
की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले उद्यान के
‘सेंट्रल कोहोरा रेंज' के मिहिमुख क्षेत्र में हाथी की सवारी की और उसके
बाद उसी रेंज के अंदर जीप सफारी की.
सफारी
के दौरान पीएम मोदी के साथ काजीरंगा नेशनल पार्क के निदेशक सोनाली घोष और
अन्य वरिष्ठ वन अधिकारी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने सभी बात की और नेशनल
पार्क के बारे में जानकार हासिल की.
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी का जमकर लुत्फ
उठाया. इस दौरान उन्होंने जंगली जानकारों की कुछ तस्वीरें भी लीं.
प्रधानमंत्री राज्य के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को काजीरंगा पहुंचे
थे. पीएम मोदी असम पहुंचे के बाद केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और
राज्य के कृषि मंत्री अतुल बोरा, शर्मा और अन्य लोगों के साथ एक हेलीकॉप्टर
से काजीरंगा के पनबारी के लिए रवाना हुए और वहां पहुंचने पर एक बार फिर
प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया.
असम
का काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान गैंडों के सबसे बड़े निवास स्थान, पक्षियों
की 600 से अधिक प्रजातियों, डॉल्फ़िन की बढ़ती आबादी और बाघों की सबसे
ज्यादा घनत्व वाले स्थानों में से एक है.
काजीरंगा
एक पॉपुलर हॉलिडे डेस्टिनेशन है, जो देश और दुनिया भर से पर्यटकों को
आकर्षित करता है. इसमें 2200 से अधिक भारतीय एक सींग वाले गैंडे रहते हैं,
जो उनकी कुल विश्व आबादी का लगभग 2/3 हिस्सा है.
मैरी
कर्जन की सिफारिश पर 1908 में विकसित, यह पार्क पूर्वी हिमालयी जैव
विविधता वाला हॉटस्पॉट गोलाघाट और नागांव जिलों के किनारे पर स्थित है. इस
पार्क को 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
शनिवार सुबह असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एवं बाघ अभयारण्य में हाथी और जीप पर सवार होकर जंगल सफारी
(Jungle Safari) का लुत्फ उठाया. पीएम मोदी इस दौरान सिर पर हैट, आंखों पर
काला चश्मा और हाथों में कैमरा थामे नजर आए. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक,
वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल
की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले उद्यान के
‘सेंट्रल कोहोरा रेंज' के मिहिमुख क्षेत्र में हाथी की सवारी की और उसके
बाद उसी रेंज के अंदर जीप सफारी की.
सफारी
के दौरान पीएम मोदी के साथ काजीरंगा नेशनल पार्क के निदेशक सोनाली घोष और
अन्य वरिष्ठ वन अधिकारी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने सभी बात की और नेशनल
पार्क के बारे में जानकार हासिल की.
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी का जमकर लुत्फ
उठाया. इस दौरान उन्होंने जंगली जानकारों की कुछ तस्वीरें भी लीं.
प्रधानमंत्री राज्य के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को काजीरंगा पहुंचे
थे. पीएम मोदी असम पहुंचे के बाद केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और
राज्य के कृषि मंत्री अतुल बोरा, शर्मा और अन्य लोगों के साथ एक हेलीकॉप्टर
से काजीरंगा के पनबारी के लिए रवाना हुए और वहां पहुंचने पर एक बार फिर
प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया.
असम
का काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान गैंडों के सबसे बड़े निवास स्थान, पक्षियों
की 600 से अधिक प्रजातियों, डॉल्फ़िन की बढ़ती आबादी और बाघों की सबसे
ज्यादा घनत्व वाले स्थानों में से एक है.
काजीरंगा
एक पॉपुलर हॉलिडे डेस्टिनेशन है, जो देश और दुनिया भर से पर्यटकों को
आकर्षित करता है. इसमें 2200 से अधिक भारतीय एक सींग वाले गैंडे रहते हैं,
जो उनकी कुल विश्व आबादी का लगभग 2/3 हिस्सा है.
मैरी
कर्जन की सिफारिश पर 1908 में विकसित, यह पार्क पूर्वी हिमालयी जैव
विविधता वाला हॉटस्पॉट गोलाघाट और नागांव जिलों के किनारे पर स्थित है. इस
पार्क को 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था.