स्वस्थ रहना तो हर कोई चाहता है लेकिन स्वस्थ रहने का तरीका सबको
नहीं पता होना। योग शरीर की बीमारियों को दूर कर हेल्थ को बढ़ाने में मदद
करते हैं। अगर आप डेली लाइफ में तीन तरह के योगासन को इन तीन वक्त पर करने
का नियम बना लें। तो बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। जानें वो
कौन से तीन योगासन हैं जो आपको तीन समय करने से फायदा पहुंचाते हैं।
मलासन
सुबह उठने के बाद अगर आप हर दिन मलासन को करने का अभ्यास करते हैं। तो ये
ना केवल जांघों और पैरों की मजबूती को बढ़ाते हैं। बल्कि इसे करने से कब्ज
की समस्या दूर होती है। रोजाना सुबह उठने के बाद मलासन की मुद्रा में करीब
10 मिनट तक बैठें। हर दिन बैठने से बॉडी से टॉक्सिंस निकलने में मदद मिलती
है और कब्ज दूर होता है।
सुखासन
आयुर्वेद के अनुसार सुखासन की मुद्रा में बैठकर भोजन करना चाहिए। सुखासन की
मुद्रा बनाकर बैठने और भोजन करने से खाना जल्दी और आसानी से पचता है। साथ
ही ब्लड सर्कुलेशन पेट में अच्छे से होता है। जिसकी वजह से भोजन में मिलने
वाले बहुत कम पोषक तत्व विटामिन बी 12, विटामिन डी आसानी से अब्जॉर्ब होते
हैं। साथ ही मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है।
वज्रासन
भोजन करने के बाद वज्रासन की मुद्रा में पांच मिनट बैठना डाइजेशन को
इंप्रूव करता है। जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है और पेट फूलना, गैस,
एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलता है। यही नहीं वज्रासन करने से कमर के
निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। सायटिका जैसे दर्द में राहत
मिलती है और ब्लड ग्लूकोज लेवल स्थिर रहता है।
स्वस्थ रहना तो हर कोई चाहता है लेकिन स्वस्थ रहने का तरीका सबको
नहीं पता होना। योग शरीर की बीमारियों को दूर कर हेल्थ को बढ़ाने में मदद
करते हैं। अगर आप डेली लाइफ में तीन तरह के योगासन को इन तीन वक्त पर करने
का नियम बना लें। तो बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। जानें वो
कौन से तीन योगासन हैं जो आपको तीन समय करने से फायदा पहुंचाते हैं।
मलासन
सुबह उठने के बाद अगर आप हर दिन मलासन को करने का अभ्यास करते हैं। तो ये
ना केवल जांघों और पैरों की मजबूती को बढ़ाते हैं। बल्कि इसे करने से कब्ज
की समस्या दूर होती है। रोजाना सुबह उठने के बाद मलासन की मुद्रा में करीब
10 मिनट तक बैठें। हर दिन बैठने से बॉडी से टॉक्सिंस निकलने में मदद मिलती
है और कब्ज दूर होता है।
सुखासन
आयुर्वेद के अनुसार सुखासन की मुद्रा में बैठकर भोजन करना चाहिए। सुखासन की
मुद्रा बनाकर बैठने और भोजन करने से खाना जल्दी और आसानी से पचता है। साथ
ही ब्लड सर्कुलेशन पेट में अच्छे से होता है। जिसकी वजह से भोजन में मिलने
वाले बहुत कम पोषक तत्व विटामिन बी 12, विटामिन डी आसानी से अब्जॉर्ब होते
हैं। साथ ही मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है।
वज्रासन
भोजन करने के बाद वज्रासन की मुद्रा में पांच मिनट बैठना डाइजेशन को
इंप्रूव करता है। जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है और पेट फूलना, गैस,
एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलता है। यही नहीं वज्रासन करने से कमर के
निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। सायटिका जैसे दर्द में राहत
मिलती है और ब्लड ग्लूकोज लेवल स्थिर रहता है।