Raipur :: मैट्स यूनिवर्सिटी में संगोष्ठी का आयोजन:

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पूरा देश हमारे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आधुनिकीकरण की दिशा में जबरदस्त उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। स्कूल ऑफ साइंसेस, मैट्स यूनिवर्सिटी ने विज्ञान के महत्व को समझाने, एक कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने और उन्नत इकाइयों की सराहना करने के लिए इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। 9 और 10 अप्रैल, 2024 को MATS विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय द्वारा जैविक और रासायनिक विज्ञान में उन्नति पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

श्री गजराज पगारिया, कुलाधिपति, मैट्स विश्वविद्यालय, प्रोफेसर के.पी. यादव, उपकुलाधिपति, मैट्स विश्वविद्यालय हैं। श्री प्रियेश पगारिया, महानिदेशक, विश्वविद्यालय हैं। आयोजन सचिव श्री गोकुलानंद पांडा, रजिस्ट्रार, मैट्स विश्वविद्यालय हैं। संयुक्त आयोजन सचिव डॉ. विश्वप्रकाश रॉय, प्रोफेसर, विज्ञान संकाय हैं, संयोजक डॉ. आशीष सराफ, प्रोफेसर और प्रमुख, विज्ञान संकाय हैं और सह-संयोजक डॉ. प्रशांत मुंडेजा, प्रोफेसर, विज्ञान संकाय हैं।  उद्घाटन समारोह में आईसीएआर-राष्ट्रीय जैविक तनाव प्रबंधन संस्थान, रायपुर के संयुक्त निदेशक डॉ. अनिल दीक्षित मुख्य अतिथि थे और डॉ. एम. के. देब, प्रोफेसर, रसायन विज्ञान, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर को विशिष्ट अतिथि के रूप में नामित किया गया था।

मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया। दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात डॉ. आशीष सराफ ने आधिकारिक तौर पर कार्यक्रम के उद्घाटन की घोषणा की। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने प्रेरक शब्दों के साथ दर्शकों को संबोधित किया। छात्रों और विद्वानों के 50 से अधिक सारांशों वाली स्मारिका का विमोचन किया गया। इसके बाद बीएससी सेमेस्टर IV बायोटेक्नोलॉजी- श्री चंदन साहा, श्री मोहम्मद अतीब अख्तर, श्री विशाल पटेल और श्री अमन वर्मा द्वारा तैयार विज्ञान शब्दावली का विमोचन किया गया। डॉ. प्रशांत मुंडेजा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उद्घाटन समारोह का संचालन डॉ. भाग्यश्री देशपांडे ने किया।  वैज्ञानिक सत्र की शुरुआत स्वीडन के वेनरग्रेन इंस्टीट्यूट के डॉ प्रबोध कुमार मेहर के विशेषज्ञ भाषण से हुई, जिसके बाद प्रो. एम के देब का व्याख्यान हुआ।

विद्वानों द्वारा 15 मौखिक प्रस्तुतियां दी गईं और 10 पोस्टर प्रस्तुत किए गए। दूसरे दिन यूजी और पीजी स्तर के छात्रों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। आमंत्रित वक्ता डॉ सुधीर यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, फोरेंसिक साइंस विभाग, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर थे। अगला व्याख्यान इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर की डॉ अन्नू वर्मा ने दिया। दोपहर के भोजन के बाद समापन सत्र आयोजित किया गया, जिसमें डॉ कमलेश शुक्ला, एसोसिएट प्रोफेसर, बायोटेक्नोलॉजी में एसओएस, पं. आरएसयू मुख्य अतिथि थे। मौखिक प्रस्तुति और पोस्टर प्रस्तुति के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डॉ आशीष सराफ ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा । समापन समारोह का संचालन डॉ प्रीतिका चटर्जी द्वारा किया गया। 150 से अधिक प्रतिभागी संगोष्ठी में सम्मिलित हुए ।


पूरा देश हमारे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आधुनिकीकरण की दिशा में जबरदस्त उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। स्कूल ऑफ साइंसेस, मैट्स यूनिवर्सिटी ने विज्ञान के महत्व को समझाने, एक कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने और उन्नत इकाइयों की सराहना करने के लिए इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। 9 और 10 अप्रैल, 2024 को MATS विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय द्वारा जैविक और रासायनिक विज्ञान में उन्नति पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

श्री गजराज पगारिया, कुलाधिपति, मैट्स विश्वविद्यालय, प्रोफेसर के.पी. यादव, उपकुलाधिपति, मैट्स विश्वविद्यालय हैं। श्री प्रियेश पगारिया, महानिदेशक, विश्वविद्यालय हैं। आयोजन सचिव श्री गोकुलानंद पांडा, रजिस्ट्रार, मैट्स विश्वविद्यालय हैं। संयुक्त आयोजन सचिव डॉ. विश्वप्रकाश रॉय, प्रोफेसर, विज्ञान संकाय हैं, संयोजक डॉ. आशीष सराफ, प्रोफेसर और प्रमुख, विज्ञान संकाय हैं और सह-संयोजक डॉ. प्रशांत मुंडेजा, प्रोफेसर, विज्ञान संकाय हैं।  उद्घाटन समारोह में आईसीएआर-राष्ट्रीय जैविक तनाव प्रबंधन संस्थान, रायपुर के संयुक्त निदेशक डॉ. अनिल दीक्षित मुख्य अतिथि थे और डॉ. एम. के. देब, प्रोफेसर, रसायन विज्ञान, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर को विशिष्ट अतिथि के रूप में नामित किया गया था।

मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया। दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात डॉ. आशीष सराफ ने आधिकारिक तौर पर कार्यक्रम के उद्घाटन की घोषणा की। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने प्रेरक शब्दों के साथ दर्शकों को संबोधित किया। छात्रों और विद्वानों के 50 से अधिक सारांशों वाली स्मारिका का विमोचन किया गया। इसके बाद बीएससी सेमेस्टर IV बायोटेक्नोलॉजी- श्री चंदन साहा, श्री मोहम्मद अतीब अख्तर, श्री विशाल पटेल और श्री अमन वर्मा द्वारा तैयार विज्ञान शब्दावली का विमोचन किया गया। डॉ. प्रशांत मुंडेजा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उद्घाटन समारोह का संचालन डॉ. भाग्यश्री देशपांडे ने किया।  वैज्ञानिक सत्र की शुरुआत स्वीडन के वेनरग्रेन इंस्टीट्यूट के डॉ प्रबोध कुमार मेहर के विशेषज्ञ भाषण से हुई, जिसके बाद प्रो. एम के देब का व्याख्यान हुआ।

विद्वानों द्वारा 15 मौखिक प्रस्तुतियां दी गईं और 10 पोस्टर प्रस्तुत किए गए। दूसरे दिन यूजी और पीजी स्तर के छात्रों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। आमंत्रित वक्ता डॉ सुधीर यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, फोरेंसिक साइंस विभाग, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर थे। अगला व्याख्यान इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर की डॉ अन्नू वर्मा ने दिया। दोपहर के भोजन के बाद समापन सत्र आयोजित किया गया, जिसमें डॉ कमलेश शुक्ला, एसोसिएट प्रोफेसर, बायोटेक्नोलॉजी में एसओएस, पं. आरएसयू मुख्य अतिथि थे। मौखिक प्रस्तुति और पोस्टर प्रस्तुति के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डॉ आशीष सराफ ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा । समापन समारोह का संचालन डॉ प्रीतिका चटर्जी द्वारा किया गया। 150 से अधिक प्रतिभागी संगोष्ठी में सम्मिलित हुए ।


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