रक्षाबंधन के दिन तेलंगाना राज्य के रोडवेज बस में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. बस में महिला की डिलीवरी बस कंडक्टर की मदद से संभव हो पाया. जानकारी के मुताबिक प्रसव पीड़ा होने पर ड्यूटी पर मौजूद कंडक्टर ने तुरंत महिला की मदद की और उसी बस में यात्रा कर रही एक नर्स के साथ मिलकर बच्चे को सुरक्षित तरीके से जन्म दिलाया. इसके बाद मां और नवजात को आगे की देखभाल के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यह घटना सोमवार की सुबह गडवाल डिपो की पल्ले वेलुगु बस के गडवाल-वनपार्थी रूट पर हुई. संध्या नाम की एक गर्भवती महिला अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए वनपार्थी जा रही थी. जैसे ही बस नचहल्ली के पास पहुंची, संध्या को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी. स्थिति की गंभीरता को समझते हुए महिला कंडक्टर भारती ने तुरंत बस रुकवा दी. जिसके बाद बस में मौजूद एक नर्स की मदद से संध्या ने सफलतापूर्वक एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. बाद में मां और बच्चे दोनों को 108 एंबुलेंस के जरिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि दोनों स्वस्थ हैं.
रक्षाबंधन के दिन तेलंगाना राज्य के रोडवेज बस में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. बस में महिला की डिलीवरी बस कंडक्टर की मदद से संभव हो पाया. जानकारी के मुताबिक प्रसव पीड़ा होने पर ड्यूटी पर मौजूद कंडक्टर ने तुरंत महिला की मदद की और उसी बस में यात्रा कर रही एक नर्स के साथ मिलकर बच्चे को सुरक्षित तरीके से जन्म दिलाया. इसके बाद मां और नवजात को आगे की देखभाल के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यह घटना सोमवार की सुबह गडवाल डिपो की पल्ले वेलुगु बस के गडवाल-वनपार्थी रूट पर हुई. संध्या नाम की एक गर्भवती महिला अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए वनपार्थी जा रही थी. जैसे ही बस नचहल्ली के पास पहुंची, संध्या को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी. स्थिति की गंभीरता को समझते हुए महिला कंडक्टर भारती ने तुरंत बस रुकवा दी. जिसके बाद बस में मौजूद एक नर्स की मदद से संध्या ने सफलतापूर्वक एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. बाद में मां और बच्चे दोनों को 108 एंबुलेंस के जरिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि दोनों स्वस्थ हैं.