श्रीनगर, श्रीनगर के पूर्व मेयर और अपनी पार्टी के नेता जुनैद अजीम मट्टू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मंगलवार देर रात एक्स पर एक लंबी पोस्ट में मट्टू ने अपने इस्तीफे की घोषणा की। विधानसभा चुनाव से पहले यह घटनाक्रम अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली अपनी पार्टी के लिए एक और झटका है। पिछले महीने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं-उस्मान माजिद, नूर मोहम्मद, चौधरी जुल्फिकार और अब्दुल रहीम ने पार्टी छोड़ दी थी।
जुलाई में, लोकसभा चुनावों के बाद, जिसमें अपनी पार्टी को भारी हार मिली और उसके दोनों उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, मट्टू ने राजनीति से अस्थायी वापसी की घोषणा की थी। पूर्व मेयर ने पार्टी अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी और उनके सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। मट्टू ने कहा कि वह अपने विचार साझा करने, सवालों के जवाब देने और संभवत: अपने इरादों और लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए मीडिया को संबोधित करेंगे।
मट्टू मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी से बिजनेस एंड फाइनेंस में स्नातक हैं। उन्होंने 2018 से लगभग पांच वर्षों तक श्रीनगर के मेयर के रूप में कार्य किया है। वह अलगाववादी राजनीति में भी हाथ आजमाया और बाद में मुख्यधारा में शामिल हो गए। वह पूर्व में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से भी जुड़े रहे हैं।
श्रीनगर, श्रीनगर के पूर्व मेयर और अपनी पार्टी के नेता जुनैद अजीम मट्टू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मंगलवार देर रात एक्स पर एक लंबी पोस्ट में मट्टू ने अपने इस्तीफे की घोषणा की। विधानसभा चुनाव से पहले यह घटनाक्रम अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली अपनी पार्टी के लिए एक और झटका है। पिछले महीने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं-उस्मान माजिद, नूर मोहम्मद, चौधरी जुल्फिकार और अब्दुल रहीम ने पार्टी छोड़ दी थी।
जुलाई में, लोकसभा चुनावों के बाद, जिसमें अपनी पार्टी को भारी हार मिली और उसके दोनों उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, मट्टू ने राजनीति से अस्थायी वापसी की घोषणा की थी। पूर्व मेयर ने पार्टी अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी और उनके सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। मट्टू ने कहा कि वह अपने विचार साझा करने, सवालों के जवाब देने और संभवत: अपने इरादों और लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए मीडिया को संबोधित करेंगे।
मट्टू मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी से बिजनेस एंड फाइनेंस में स्नातक हैं। उन्होंने 2018 से लगभग पांच वर्षों तक श्रीनगर के मेयर के रूप में कार्य किया है। वह अलगाववादी राजनीति में भी हाथ आजमाया और बाद में मुख्यधारा में शामिल हो गए। वह पूर्व में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से भी जुड़े रहे हैं।