जीवन में दिनों दिन बढ़ने वाला तनाव थकान और कमज़ोरी का कारण बन जाता है। इससे न केवल स्वास्थ्य संबधी समस्याएं बढ़ने लगती हैं बल्कि वर्क प्रोडक्टिविटी पर भी उसका असर देखने को मिलता है। बढ़ने वाली थकान को कम करने के लिए दवाओं के अलावा व्यायाम बेहद कारगर उपाय है। इससे शरीर को मज़बूती मिलने के अलावा मेंटल हेल्थ को बूस्ट (tips to boost mental health) करने में भी मदद मिलती है। जानते है किन एक्सरसाइज़ की मदद से थकान से मिल सकती है राहत (Exercises for fatigue) ।
इस बारे में फिटनेस एक्सपर्ट पूजा मलिक बताती हैं कि रोज़ाना व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इससे न केवल शरीर में ऊर्जा का स्तर (energy level in body) बढ़ता है बल्कि विचारों में भी सकारात्मकता बढ़ने लगती है। इसके अलावा नींद न आने की समस्या हल हो जाती है। शरीर को हेल्दी और एक्टिव रखने के लिए व्यायाम के अलावा शरीर को हाइड्रेट रखना आवश्यक है। इसके लिए स्वीमिंग, जॉगिंग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करें।
इन एक्सरसाइज़ की मदद से थकान को करें दूर (Exercise to reduce fatigue)
1. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ (Stretching exercise)
बॉडी को एक्टिव और हेल्दी बनाए रखने के लिए फुल बॉडी स्ट्रेचिंग (Full body stretching) आवश्यक है। इसके अलावा शोल्डर स्ट्रेच (Shoulder stretch) से लेकर लेग्स स्ट्रेचिंग (legs stretching) तक शरीर के आवश्यक है। इससे शारीरिक अंगों में ब्लड का उचित फ्लो बना रहता है और आलस्य व थकान अपने आप कम होने लगती है। नियमित रूप से स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करने से शरीर में ऑक्सीजन की उच्च मात्रा बनी रहती है।
2. स्टेबिलिटी एक्सरसाइज़ (Stability exercise)
शरीर के संतुलन को बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज़ बेहद आवश्यक है। इसके अभ्यास से लिगामेंटस और कोर मसल्स को मज़बूती मिलती है। इसके लिए दिनभर में कुछ वक्त प्लैंक्स, सिंगल लेग बैलेंस, शेडो बॉक्सिंग (shadow boxing) और स्टेबीलिटी बॉल एक्सरसाइज़ (stability ball exercise) करें। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को एक्टिव और हेल्दी बनाए रखता है। इससे अपर बैक, गदर्न, कंधों और काफ मसल्स की मज़बूती (tips to boost calf muscles) बढ़ने लगती है।
3. कुछ वक्त जॉगिंग के लिए निकालें (Jogging)
थकान को दूर करके एकाग्रता को बढ़ाने के लिए कुछ देर जॉगिंग अवश्य करें। इससे शरीर में ब्लढ का फ्लो बढ़ने लगता है, जिससे अलर्टनेस बढ़ जाती है। 5 मिनट के वॉर्मअप के बाद 20 से 25 मिनट की जॉगिंग से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इससे टांगों, लंग्स, हृदय और बैक मसल्स को मज़बूती मिलने लगती है। इससे शरीर दिनभर एक्टिव बना रहता है।
4. स्वीमिंग है ज़रूरी (Swimming)
मसल्स को ऑक्सीजनेट करने के अलावा तनाव को दूर करने के लिए स्वीमिंग एक कारगर उपाय है। स्वीमिंग से शरीर रिलैक्स होने लगता है, जिससे शरीर में हैप्पी हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इसके अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। साथ ही मसल्स ऑक्सीजनेट होते हैं, जिससे हृदय संबधी समस्याओं से भी मुक्ति मिल जाती है। तैराकी से स्पाइन को मज़बूती मिलती है, जिससे पीठ दर्द और घुटनों के दर्द से मुक्ति मिल जाती है।
5. योगाभ्यास है फायदेमंद (Yoga)
योगाभ्यास करने से शरीर का मूवमेंट बढ़ने लगता है, जिससे मांसपेशियों की दर्द और ऐंठन कम हो जाती है। इसके अलावा खड़े होकर, बैठकर और लेटकर किए जाने वाले योगासनों से शरीर स्ट्रेच होता है। इसके नियमित अभ्यास से थकान के अलावा शरीर कई समस्याओं से बचा रहता है। साथ ही शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है।
6. पिलेट्स (Pilates)
सांस पर नियंत्रण बनाकर कोर मसल्स की स्ट्रेथनिंग बढ़ाने वाली इस एक्सरसाइज़ से शरीर के पोष्चर में सुधार आने लगता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, जिससे फेफड़ों का स्वास्थ्य उचित बना रहता है और थकान कम होने लगती है। रेजिस्टेंस बैंड और रोप की मदद से की जाने वाली ये एक्सरसाइज़ लो इंटैसिटी एक्सरसाइज़ है। इससे तनाव कम होता है और शरीर चुस्त बना रहता है।
जीवन में दिनों दिन बढ़ने वाला तनाव थकान और कमज़ोरी का कारण बन जाता है। इससे न केवल स्वास्थ्य संबधी समस्याएं बढ़ने लगती हैं बल्कि वर्क प्रोडक्टिविटी पर भी उसका असर देखने को मिलता है। बढ़ने वाली थकान को कम करने के लिए दवाओं के अलावा व्यायाम बेहद कारगर उपाय है। इससे शरीर को मज़बूती मिलने के अलावा मेंटल हेल्थ को बूस्ट (tips to boost mental health) करने में भी मदद मिलती है। जानते है किन एक्सरसाइज़ की मदद से थकान से मिल सकती है राहत (Exercises for fatigue) ।
इस बारे में फिटनेस एक्सपर्ट पूजा मलिक बताती हैं कि रोज़ाना व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इससे न केवल शरीर में ऊर्जा का स्तर (energy level in body) बढ़ता है बल्कि विचारों में भी सकारात्मकता बढ़ने लगती है। इसके अलावा नींद न आने की समस्या हल हो जाती है। शरीर को हेल्दी और एक्टिव रखने के लिए व्यायाम के अलावा शरीर को हाइड्रेट रखना आवश्यक है। इसके लिए स्वीमिंग, जॉगिंग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करें।
इन एक्सरसाइज़ की मदद से थकान को करें दूर (Exercise to reduce fatigue)
1. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ (Stretching exercise)
बॉडी को एक्टिव और हेल्दी बनाए रखने के लिए फुल बॉडी स्ट्रेचिंग (Full body stretching) आवश्यक है। इसके अलावा शोल्डर स्ट्रेच (Shoulder stretch) से लेकर लेग्स स्ट्रेचिंग (legs stretching) तक शरीर के आवश्यक है। इससे शारीरिक अंगों में ब्लड का उचित फ्लो बना रहता है और आलस्य व थकान अपने आप कम होने लगती है। नियमित रूप से स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करने से शरीर में ऑक्सीजन की उच्च मात्रा बनी रहती है।
2. स्टेबिलिटी एक्सरसाइज़ (Stability exercise)
शरीर के संतुलन को बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज़ बेहद आवश्यक है। इसके अभ्यास से लिगामेंटस और कोर मसल्स को मज़बूती मिलती है। इसके लिए दिनभर में कुछ वक्त प्लैंक्स, सिंगल लेग बैलेंस, शेडो बॉक्सिंग (shadow boxing) और स्टेबीलिटी बॉल एक्सरसाइज़ (stability ball exercise) करें। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को एक्टिव और हेल्दी बनाए रखता है। इससे अपर बैक, गदर्न, कंधों और काफ मसल्स की मज़बूती (tips to boost calf muscles) बढ़ने लगती है।
3. कुछ वक्त जॉगिंग के लिए निकालें (Jogging)
थकान को दूर करके एकाग्रता को बढ़ाने के लिए कुछ देर जॉगिंग अवश्य करें। इससे शरीर में ब्लढ का फ्लो बढ़ने लगता है, जिससे अलर्टनेस बढ़ जाती है। 5 मिनट के वॉर्मअप के बाद 20 से 25 मिनट की जॉगिंग से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इससे टांगों, लंग्स, हृदय और बैक मसल्स को मज़बूती मिलने लगती है। इससे शरीर दिनभर एक्टिव बना रहता है।
4. स्वीमिंग है ज़रूरी (Swimming)
मसल्स को ऑक्सीजनेट करने के अलावा तनाव को दूर करने के लिए स्वीमिंग एक कारगर उपाय है। स्वीमिंग से शरीर रिलैक्स होने लगता है, जिससे शरीर में हैप्पी हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता है। इसके अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। साथ ही मसल्स ऑक्सीजनेट होते हैं, जिससे हृदय संबधी समस्याओं से भी मुक्ति मिल जाती है। तैराकी से स्पाइन को मज़बूती मिलती है, जिससे पीठ दर्द और घुटनों के दर्द से मुक्ति मिल जाती है।
5. योगाभ्यास है फायदेमंद (Yoga)
योगाभ्यास करने से शरीर का मूवमेंट बढ़ने लगता है, जिससे मांसपेशियों की दर्द और ऐंठन कम हो जाती है। इसके अलावा खड़े होकर, बैठकर और लेटकर किए जाने वाले योगासनों से शरीर स्ट्रेच होता है। इसके नियमित अभ्यास से थकान के अलावा शरीर कई समस्याओं से बचा रहता है। साथ ही शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है।
6. पिलेट्स (Pilates)
सांस पर नियंत्रण बनाकर कोर मसल्स की स्ट्रेथनिंग बढ़ाने वाली इस एक्सरसाइज़ से शरीर के पोष्चर में सुधार आने लगता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, जिससे फेफड़ों का स्वास्थ्य उचित बना रहता है और थकान कम होने लगती है। रेजिस्टेंस बैंड और रोप की मदद से की जाने वाली ये एक्सरसाइज़ लो इंटैसिटी एक्सरसाइज़ है। इससे तनाव कम होता है और शरीर चुस्त बना रहता है।