मप्र की तीन संभागों में भारी बारिश की चेतावनी:

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भोपाल । मप्र में आज (बुधवार को) रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड के आसपास बना गहरा अवदाब का क्षेत्र कमजोर पड़ने के बाद अब उत्तरी छत्तीसगढ़ पर पहुंच गया है। उधर, मंगलवार शाम राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर झमाझम वर्षा हुई। इससे वातावरण में ठंडक घुल गई। उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका देहरादून, उरई से गहरे अवदाब के क्षेत्र से गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। उत्तरी हरियाणा और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रीवा में 98, सीधी में 71, सतना में 53, सागर में 31, मंडला में 26, ग्वालियर में 20, नरसिंहपुर में 18, दमोह में 14, जबलपुर एवं नौगांव में 10, उमरिया एवं नर्मदापुरम में में नौ, टीकमगढ़ में आठ, खजुराहो में सात, शिवपुरी में छह, पचमढ़ी में चार, छिंदवाड़ा एवं मलाजखंड में दो, सिवनी में एक और धार एवं गुना में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अवदाब के क्षेत्र के कमजोर पड़कर बुधवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के उत्तरी मध्य प्रदेश एवं उससे लगे दक्षिणी उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ने के संकेत मिले हैं। इसके असर से रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, सागर, ग्वालियर और संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। इसमें रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा हो सकती है।


भोपाल । मप्र में आज (बुधवार को) रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड के आसपास बना गहरा अवदाब का क्षेत्र कमजोर पड़ने के बाद अब उत्तरी छत्तीसगढ़ पर पहुंच गया है। उधर, मंगलवार शाम राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर झमाझम वर्षा हुई। इससे वातावरण में ठंडक घुल गई। उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका देहरादून, उरई से गहरे अवदाब के क्षेत्र से गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। उत्तरी हरियाणा और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रीवा में 98, सीधी में 71, सतना में 53, सागर में 31, मंडला में 26, ग्वालियर में 20, नरसिंहपुर में 18, दमोह में 14, जबलपुर एवं नौगांव में 10, उमरिया एवं नर्मदापुरम में में नौ, टीकमगढ़ में आठ, खजुराहो में सात, शिवपुरी में छह, पचमढ़ी में चार, छिंदवाड़ा एवं मलाजखंड में दो, सिवनी में एक और धार एवं गुना में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अवदाब के क्षेत्र के कमजोर पड़कर बुधवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के उत्तरी मध्य प्रदेश एवं उससे लगे दक्षिणी उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ने के संकेत मिले हैं। इसके असर से रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, सागर, ग्वालियर और संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। इसमें रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा हो सकती है।


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