भोपाल: देवी अहिल्या बाई होल्कर की नगरी महेश्वर में 24 जनवरी को होने वाली कैबिनेट बैठक में मोहन सरकार मप्र को दो नीतियों और एक मिशन समेत कई बड़ी सौगात दे सकती है। मंगलवार को मंत्रालय में प्रमुख प्रस्तावों पर सीएस समेत अफसरों ने मंथन भी किया है। अलग-अलग दौर के मंथन अभी बाकी हैं। बैठक देवी अहिल्या बाई को समर्पित होगी। उन्होंने उद्योग, किसान कल्याण, महिला सशक्तिकरण, धार्मिक घाटों का जीर्णोद्धार, कुटीर और ग्रामोद्योग की नींव रखने जैसे कई उदाहरण पेश किए थे। सूत्रों के मुताबिक सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट पॉलिसी ला सकती है। धार्मिक शहरों से आगे बढ़कर कई क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी पर सकारात्मक विचार कर सकती है। महिला सशक्तिकरण मिशन को भी हरी झंडी मिलने की संभावना है।
नए औद्योगिक हब की पहचान
महेश्वर में उद्योगों के क्षेत्र में कई काम हुए हैं। खासकर कुटीर और ग्रामोद्योग को यहां से नई दिशा मिली। इसकी शुरुआत भी देवी अहिल्या ने ही की थी। सूत्रों के मुताबिक सरकार महेश्वर को नए औद्योगिक हब के तौर पर पहचान दे सकती है। क्योंकि सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया है। इसी के तहत सरकार महेश्वर में औद्योगिक गतिविधियों की विभिन्न संभावनाओं पर काम कर रही है।
भोपाल: देवी अहिल्या बाई होल्कर की नगरी महेश्वर में 24 जनवरी को होने वाली कैबिनेट बैठक में मोहन सरकार मप्र को दो नीतियों और एक मिशन समेत कई बड़ी सौगात दे सकती है। मंगलवार को मंत्रालय में प्रमुख प्रस्तावों पर सीएस समेत अफसरों ने मंथन भी किया है। अलग-अलग दौर के मंथन अभी बाकी हैं। बैठक देवी अहिल्या बाई को समर्पित होगी। उन्होंने उद्योग, किसान कल्याण, महिला सशक्तिकरण, धार्मिक घाटों का जीर्णोद्धार, कुटीर और ग्रामोद्योग की नींव रखने जैसे कई उदाहरण पेश किए थे। सूत्रों के मुताबिक सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट पॉलिसी ला सकती है। धार्मिक शहरों से आगे बढ़कर कई क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी पर सकारात्मक विचार कर सकती है। महिला सशक्तिकरण मिशन को भी हरी झंडी मिलने की संभावना है।
नए औद्योगिक हब की पहचान
महेश्वर में उद्योगों के क्षेत्र में कई काम हुए हैं। खासकर कुटीर और ग्रामोद्योग को यहां से नई दिशा मिली। इसकी शुरुआत भी देवी अहिल्या ने ही की थी। सूत्रों के मुताबिक सरकार महेश्वर को नए औद्योगिक हब के तौर पर पहचान दे सकती है। क्योंकि सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया है। इसी के तहत सरकार महेश्वर में औद्योगिक गतिविधियों की विभिन्न संभावनाओं पर काम कर रही है।