आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा कार्यालय, भीड़-भाड़ एवं सड़क जाम से मिलेगी राहत, लगभग 9 करोड़ की राशि चालू बजट में स्वीकृत
बिलासपुर, शहर के बीच नेहरू चौक में स्थित तहसील कार्यालय को कोनी ले जाया जायेगा। कोनी में निर्माणाधीन कमिश्नर कार्यालय के समीप विशाल तहसील कार्यालय का नया भवन बनाया जायेगा। लगभग 9 करोड़ रूपए की लागत से तीन मंजिला भवन बनाया जायेगा। कलेक्टर अवनीश शरण के प्रयासों से चालू वित्तीय वर्ष के बजट में इसका समावेश कर लिया गया है। कलेक्टर ने उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी को इसकी जरूरत का औचित्य बताते हुए स्वीकृति के लिए अनुरोध किया था। इससे भीड़-भाड़ एवं सड़क जाम की स्थिति से लोगों को राहत मिलेगी। पार्किंग सहित आधुनिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तमाम सुविधाएं कार्यालय भवन में मुहैया होगी। तहसील कार्यालय के काफी पुराने और स्थानाभाव के कारण कार्याल्य संचालन में काफी दिक्कतें हो रही थी।
गौरतलब है कि वर्तमान तहसील कार्यालय शहर के बीचों-बीच नेहरू चौक पर स्थित है। तहसील के साथ एसडीएम कार्यालय भी इसी भवन से संचालित होता है। शहर का यह व्यस्ततम चौक है। बड़ी संख्या मंे लोगों की आवाजाही लगी रहती है। बढ़ते ट्रेफिक के कारण दुर्घटना की आशंका भी सदैव बनी रहती है। कार्यालय भवन काफी पुराना हो चुका है तथा वर्तमान जरूरत के अनुरूप पर्याप्त स्थान भी उपलब्ध नहीं हैं। काफी पहले यह कार्यालय शहर के बाहर जरूर था लेकिन बढ़ती आबादी के कारण यह अब शहर का केन्द्र बिन्दु बन गया है। पुराने तहसील कार्यालय में तहसील की सभी शाखाओं के लिए अलग-अलग कमरे नहीं होने के कारण एक-एक में कई शाखाएं संचालित हो रही हैं। नये भवन में सभी शाखाओं के लिए पर्याप्त जगह होने से आम लोगों को भी काफी सुविधाएं होंगी। पेयजल एवं प्रसाधान की भी पर्याप्त सुविधा नहीं है। रिकार्ड रूम की हालत भी ठीक नहीं होने के कारण दस्तावेज असुरक्षित हालत में होते हैं। बरसात में कोर्ट रूम में पानी का रिसाव होने लगता है। जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। बार-बार रिपेयरिंग कराने के बावजूद भी हालात में अपेक्षित सुधार नहीं हो पा रहे हैं। दस्तावेज अव्यवस्थित होने से पक्षकारों को अभिलेख उपलब्ध कराने में असुविधा होती है। बैठक कक्ष भी पुराने तहसील कार्यालय में नहीं हैं। आम जन के लिए बैठने की व्यवस्था का भी अभाव है। पार्किंग की सुविधा नहीं है। इसके अलावा पीठासीन की संख्या के अनुरूप पर्याप्त संख्या में कोर्ट रूम भी नहीं है और जो हैं, वे भी जर्जर हालात में हैं।
जिला प्रशासन ने पुराने तहसील कार्यालय में जारी वर्तमान अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इसे भीड़-भाड़ से थोड़ा बाहर निकालते हुए व्यवस्थित करने का निर्णण लिया है। नया भवन कोनी में निर्माणाधीन कमिश्नर कार्यालय के नजदीक खुले स्थान पर बनेगा। भवन में बेसमेन्ट, भू-तल के साथ दो मंजिले होगी। प्रत्येक तल लगभग साढ़े 12 सौ वर्गमीटर क्षेत्रफल का होगा। बेसमेन्ट में पार्किंग एवं लिफ्ट की सुविधा रहेगी। भू-तल में भी पार्किंग, केन्टिन, फोटोकॉपी, महिला एवं पुरूष शौचालक एवं लिफ्ट की सुविधा मिलेगी। प्रथम तल पर तहसीलदारों के लिए छह कोर्ट रूम, स्टेनो, कानूनगो, रिटर्निंग रूम, अर्जीनवीस, वर्किंग एरिया, वेन्डिंग एरिया, लॉबी, शौचालय एवं निःशक्तजनों के लिए अलग से शौचालय रहेगी। दूसरे तल में एसडीएम कोर्ट रूम, स्टेनो, वीसी रूम, रिटर्निंग रूम, प्रोजेक्टर कम्प्यूटर, वर्किंग एरिया, भुईयां रूम, नाजिर, रिकार्ड रूम, डेटा सेन्टर, किचन, लॉबी, पुरूष, महिला एवं नि-शक्तजनों के लिए शौचालय की सुविधा मिलेगी।
आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा कार्यालय, भीड़-भाड़ एवं सड़क जाम से मिलेगी राहत, लगभग 9 करोड़ की राशि चालू बजट में स्वीकृत
बिलासपुर, शहर के बीच नेहरू चौक में स्थित तहसील कार्यालय को कोनी ले जाया जायेगा। कोनी में निर्माणाधीन कमिश्नर कार्यालय के समीप विशाल तहसील कार्यालय का नया भवन बनाया जायेगा। लगभग 9 करोड़ रूपए की लागत से तीन मंजिला भवन बनाया जायेगा। कलेक्टर अवनीश शरण के प्रयासों से चालू वित्तीय वर्ष के बजट में इसका समावेश कर लिया गया है। कलेक्टर ने उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी को इसकी जरूरत का औचित्य बताते हुए स्वीकृति के लिए अनुरोध किया था। इससे भीड़-भाड़ एवं सड़क जाम की स्थिति से लोगों को राहत मिलेगी। पार्किंग सहित आधुनिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तमाम सुविधाएं कार्यालय भवन में मुहैया होगी। तहसील कार्यालय के काफी पुराने और स्थानाभाव के कारण कार्याल्य संचालन में काफी दिक्कतें हो रही थी।
गौरतलब है कि वर्तमान तहसील कार्यालय शहर के बीचों-बीच नेहरू चौक पर स्थित है। तहसील के साथ एसडीएम कार्यालय भी इसी भवन से संचालित होता है। शहर का यह व्यस्ततम चौक है। बड़ी संख्या मंे लोगों की आवाजाही लगी रहती है। बढ़ते ट्रेफिक के कारण दुर्घटना की आशंका भी सदैव बनी रहती है। कार्यालय भवन काफी पुराना हो चुका है तथा वर्तमान जरूरत के अनुरूप पर्याप्त स्थान भी उपलब्ध नहीं हैं। काफी पहले यह कार्यालय शहर के बाहर जरूर था लेकिन बढ़ती आबादी के कारण यह अब शहर का केन्द्र बिन्दु बन गया है। पुराने तहसील कार्यालय में तहसील की सभी शाखाओं के लिए अलग-अलग कमरे नहीं होने के कारण एक-एक में कई शाखाएं संचालित हो रही हैं। नये भवन में सभी शाखाओं के लिए पर्याप्त जगह होने से आम लोगों को भी काफी सुविधाएं होंगी। पेयजल एवं प्रसाधान की भी पर्याप्त सुविधा नहीं है। रिकार्ड रूम की हालत भी ठीक नहीं होने के कारण दस्तावेज असुरक्षित हालत में होते हैं। बरसात में कोर्ट रूम में पानी का रिसाव होने लगता है। जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। बार-बार रिपेयरिंग कराने के बावजूद भी हालात में अपेक्षित सुधार नहीं हो पा रहे हैं। दस्तावेज अव्यवस्थित होने से पक्षकारों को अभिलेख उपलब्ध कराने में असुविधा होती है। बैठक कक्ष भी पुराने तहसील कार्यालय में नहीं हैं। आम जन के लिए बैठने की व्यवस्था का भी अभाव है। पार्किंग की सुविधा नहीं है। इसके अलावा पीठासीन की संख्या के अनुरूप पर्याप्त संख्या में कोर्ट रूम भी नहीं है और जो हैं, वे भी जर्जर हालात में हैं।
जिला प्रशासन ने पुराने तहसील कार्यालय में जारी वर्तमान अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इसे भीड़-भाड़ से थोड़ा बाहर निकालते हुए व्यवस्थित करने का निर्णण लिया है। नया भवन कोनी में निर्माणाधीन कमिश्नर कार्यालय के नजदीक खुले स्थान पर बनेगा। भवन में बेसमेन्ट, भू-तल के साथ दो मंजिले होगी। प्रत्येक तल लगभग साढ़े 12 सौ वर्गमीटर क्षेत्रफल का होगा। बेसमेन्ट में पार्किंग एवं लिफ्ट की सुविधा रहेगी। भू-तल में भी पार्किंग, केन्टिन, फोटोकॉपी, महिला एवं पुरूष शौचालक एवं लिफ्ट की सुविधा मिलेगी। प्रथम तल पर तहसीलदारों के लिए छह कोर्ट रूम, स्टेनो, कानूनगो, रिटर्निंग रूम, अर्जीनवीस, वर्किंग एरिया, वेन्डिंग एरिया, लॉबी, शौचालय एवं निःशक्तजनों के लिए अलग से शौचालय रहेगी। दूसरे तल में एसडीएम कोर्ट रूम, स्टेनो, वीसी रूम, रिटर्निंग रूम, प्रोजेक्टर कम्प्यूटर, वर्किंग एरिया, भुईयां रूम, नाजिर, रिकार्ड रूम, डेटा सेन्टर, किचन, लॉबी, पुरूष, महिला एवं नि-शक्तजनों के लिए शौचालय की सुविधा मिलेगी।