00 पीडि़त परिवार से मिलने सिंहदेव और प्रेमसाय पहुंचे वाड्रफनगर
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड के लोधी में हुए नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले ने संज्ञान लेने प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव व शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे। तमाम प्रशासनिक अम्लों की मौजूदगी में श्री सिंहदेव ने पीडि़ता और उनके परिवार से लगभग 1 घंटे तक मुलाकात की और पीडि़ता की शिक्षा, विवाह का बीड़ा उठाने के साथ ही परिवार को तीन एकड़ भूमि वन अधिकार का पट्टा देने की बात कही।
पीडि़त परिवार से मुलाकात के बाद श्री सिंहदेव ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वह घटना के बाद से ही परिवार के साथ मोबाइल से संपर्क पर थे और पल-पल की जानकारियां लेते रहते थे। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने पीडि़ता की शिक्षा, विवाह का बीड़ा प्रशासन द्वारा उठाए जाने का वायदा किया है साथ ही परिवार को 3 एकड़ भूमि वन पट्टे के आधार पर देने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि नारी और पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं और समाज में दोनों का बराबरी का दर्जा है शिव-पार्वती राधे-कृष्ण और राम-सीता जैसे चरित्रों का उद्धरण देते हुए समाज में सुधार कर नारी का सम्मान करने की बात कही। साथ ही समय-समय पर जन जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को सामाजिक कृतियों से करने के लिए पहल तेज करने आवश्यकता बताई।
बहरहाल उक्त मामला में राज्य सरकार ने संज्ञान तो लिया है और पारिवारिक की स्थिति को सुदृढ़ करने तमाम वादे भी किए हैं इधर मामले में तत्परता दिखाते हुए राज्य शासन ने संबंधित थाना के प्रभारी और वाड्रफनगर के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अपना पल्ला तो झाड़ लिया है इस बीच बीते 3 दिनों के अंदर बलरामपुर जिले में बलात्कार के 6 और मामले घटित हुए हैं उन पर अभी राज्य शासन ने कोई पहल नहीं की है। अब आगे देखना है कि उन छह पीडि़त परिवारों को भी कोई राजकीय सहायता मिलती है या फिर बलात्कार के मामले भी राजनीति का शिकार होकर फाइलों में बंद हो जाएंगे।
00 पीडि़त परिवार से मिलने सिंहदेव और प्रेमसाय पहुंचे वाड्रफनगर
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड के लोधी में हुए नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले ने संज्ञान लेने प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव व शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे। तमाम प्रशासनिक अम्लों की मौजूदगी में श्री सिंहदेव ने पीडि़ता और उनके परिवार से लगभग 1 घंटे तक मुलाकात की और पीडि़ता की शिक्षा, विवाह का बीड़ा उठाने के साथ ही परिवार को तीन एकड़ भूमि वन अधिकार का पट्टा देने की बात कही।
पीडि़त परिवार से मुलाकात के बाद श्री सिंहदेव ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वह घटना के बाद से ही परिवार के साथ मोबाइल से संपर्क पर थे और पल-पल की जानकारियां लेते रहते थे। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने पीडि़ता की शिक्षा, विवाह का बीड़ा प्रशासन द्वारा उठाए जाने का वायदा किया है साथ ही परिवार को 3 एकड़ भूमि वन पट्टे के आधार पर देने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि नारी और पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं और समाज में दोनों का बराबरी का दर्जा है शिव-पार्वती राधे-कृष्ण और राम-सीता जैसे चरित्रों का उद्धरण देते हुए समाज में सुधार कर नारी का सम्मान करने की बात कही। साथ ही समय-समय पर जन जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को सामाजिक कृतियों से करने के लिए पहल तेज करने आवश्यकता बताई।
बहरहाल उक्त मामला में राज्य सरकार ने संज्ञान तो लिया है और पारिवारिक की स्थिति को सुदृढ़ करने तमाम वादे भी किए हैं इधर मामले में तत्परता दिखाते हुए राज्य शासन ने संबंधित थाना के प्रभारी और वाड्रफनगर के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अपना पल्ला तो झाड़ लिया है इस बीच बीते 3 दिनों के अंदर बलरामपुर जिले में बलात्कार के 6 और मामले घटित हुए हैं उन पर अभी राज्य शासन ने कोई पहल नहीं की है। अब आगे देखना है कि उन छह पीडि़त परिवारों को भी कोई राजकीय सहायता मिलती है या फिर बलात्कार के मामले भी राजनीति का शिकार होकर फाइलों में बंद हो जाएंगे।