अमित व उनकी पत्नी ऋचा ने अंतिम दिन भरा नामांकन:

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पिता की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद नामांकान
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही।

मरवाही उप चुनाव नामांकन के अंतिम दिन स्व.अजीत जोगी के पुत्र व उनकी
पुत्रवधु ने मरवाही के चुनावी दंगल में अपनी ताल ठोंक दी है। यह अलग बात है
कि नामांकन वापसी के बाद मैदान में पुत्र रहता या पुत्रवधु। बहरहाल अमित
जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी ने मरवाही उप चुनाव के लिये अपना नामांकन
दाखिल कर दिया। नामांकन दाखिले के समय डा रेणु जोगी भी उनके साथ थी।  


मरवाही
उपचुनाव में नामांकन के अंतिम दिन नया मोड़ आ गया है। छत्तीसगढ़ जनता
कांग्रेस (जेसीसीजे) के अध्यक्ष अमित जोगी ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल
किया। उनके साथ पत्नी ऋचा जोगी ने भी पर्चा भरा है। खास बात यह है कि एक
दिन पहले ही ऋचा जोगी के जाति प्रमाणपत्र को निरस्त करने की खबरें सामने आई
थीं।
जेसीसीजे अध्यक्ष अमित जोगी तय समय के अनुसार दोपहर करीब 1 बजे
अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की समाधि पर पहुंचे और उन्हें
पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पत्नी ऋचा जोगी और मां व कोटा विधायक डॉ.
रेणु जोगी के साथ नामांकन पत्र जमा करने के लिए निर्वाचन कार्यालय पहुंचे।
यहां पर पति-पत्नी दोनों ने ही अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।

                                                                     
ऋचा
जोगी के जाति प्रमाणपत्र को निलंबित किए जाने को लेकर अमित जोगी ने कहा,
जानबूझकर आंख-मिचौली खेली जा रही है। मुंगेली जिला जाति सत्यापन समिति ने
उनकी पत्नी ऋचा जोगी का प्रमाणपत्र निलंबित कर दिया है। ऐसे किसी आदेश की
जानकारी उनके पास न तो डाक से और न ही ईमेल से भेजी गई है। पता है कि बिना
गुण-दोष का आदेश कोर्ट में एक सेकंड भी नहीं टिकेगा।
वहीं जेसीसीजे
अध्यक्ष अमित जोगी ने ट्विटर और फेसबुक के जरिए जाति प्रमाणपत्र मुद्दे को
लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, भूपेश बघेल
जी, ये पब्लिक है, ये सब जानती है। आप खुद ही से अकेले कुश्ती लड़ते रहेंगे
तो कोई नहीं जीतेगा। सब आप पर हंसेंगे और मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगेगा
कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हंसी के पात्र बन जाएं।



पिता की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद नामांकान
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही।

मरवाही उप चुनाव नामांकन के अंतिम दिन स्व.अजीत जोगी के पुत्र व उनकी
पुत्रवधु ने मरवाही के चुनावी दंगल में अपनी ताल ठोंक दी है। यह अलग बात है
कि नामांकन वापसी के बाद मैदान में पुत्र रहता या पुत्रवधु। बहरहाल अमित
जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी ने मरवाही उप चुनाव के लिये अपना नामांकन
दाखिल कर दिया। नामांकन दाखिले के समय डा रेणु जोगी भी उनके साथ थी।  


मरवाही
उपचुनाव में नामांकन के अंतिम दिन नया मोड़ आ गया है। छत्तीसगढ़ जनता
कांग्रेस (जेसीसीजे) के अध्यक्ष अमित जोगी ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल
किया। उनके साथ पत्नी ऋचा जोगी ने भी पर्चा भरा है। खास बात यह है कि एक
दिन पहले ही ऋचा जोगी के जाति प्रमाणपत्र को निरस्त करने की खबरें सामने आई
थीं।
जेसीसीजे अध्यक्ष अमित जोगी तय समय के अनुसार दोपहर करीब 1 बजे
अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की समाधि पर पहुंचे और उन्हें
पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पत्नी ऋचा जोगी और मां व कोटा विधायक डॉ.
रेणु जोगी के साथ नामांकन पत्र जमा करने के लिए निर्वाचन कार्यालय पहुंचे।
यहां पर पति-पत्नी दोनों ने ही अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।

                                                                     
ऋचा
जोगी के जाति प्रमाणपत्र को निलंबित किए जाने को लेकर अमित जोगी ने कहा,
जानबूझकर आंख-मिचौली खेली जा रही है। मुंगेली जिला जाति सत्यापन समिति ने
उनकी पत्नी ऋचा जोगी का प्रमाणपत्र निलंबित कर दिया है। ऐसे किसी आदेश की
जानकारी उनके पास न तो डाक से और न ही ईमेल से भेजी गई है। पता है कि बिना
गुण-दोष का आदेश कोर्ट में एक सेकंड भी नहीं टिकेगा।
वहीं जेसीसीजे
अध्यक्ष अमित जोगी ने ट्विटर और फेसबुक के जरिए जाति प्रमाणपत्र मुद्दे को
लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, भूपेश बघेल
जी, ये पब्लिक है, ये सब जानती है। आप खुद ही से अकेले कुश्ती लड़ते रहेंगे
तो कोई नहीं जीतेगा। सब आप पर हंसेंगे और मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगेगा
कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हंसी के पात्र बन जाएं।


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