रायपुर। छत्तीगसढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए अब डेढ़ साल
का समय बचा है। ऐसे में सरकार के मंत्रियों और विधायकों को एंटी इनकंबेंसी
का डर सताने लगा है। दरअसल, कोविड के कारण अधिकांश मंत्री और विधायक अपनी
विधानसभा में सक्रिय नहीं हो पाए। अब सामान्य स्थिति होने के बाद मंत्रियों
की पहली प्राथमिकता अपनी विधानसभा का दौरा करना है। मंत्री टीएस सिंहदेव, उमेश पटेल, शिव डहरिया, ताम्रध्वज साहू, अमरजीत भगत
ने अपनी-अपनी विधानसभा का दौरा शुरू कर दिया है। कांग्रेस संगठन भी सभी
विधानसभा में विधायकों की परफार्मेंस रिपोर्ट की तलाश में पहुंचने की
तैयारी में है। बताया जा रहा है कि विधानसभा के बजट सत्र के बाद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी प्रदेश के दौरे पर निकलेंगे। ऐसे में मंत्री और
विधायक अपनी विधानसभा में सक्रिय होकर जनता की समस्याओं को सुनने, उसे
निपटाने का अभियान चलाने की तैयारी में है।छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल में बदलाव की भी चर्चा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
ने कहा है कि विधानसभा के बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता
है। ऐसे में मंत्री अपनी विधानसभा के किले को मजबूत करने में भी जुट गए
हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 70 विधायक हैं। कांग्रेस के उच्च पदस्थ
सूत्रों की मानें तो कोरोना काल में लोगों को जिस तरह की दिक्कतों का सामना
करना पड़ा, उसे लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में नाराजगी है। कोरोना के कारण
क्षेत्र के छोटे-छोटे विकास कार्य भी प्रभावित हुए हैं। पंचायतों के फंड को
कोविड मैनेजमेंट में खत्म करने से गांव में अधोसंरचना विकास प्रभावित हुआ
है। अब प्रदेश कोरोना से उबर चुका है।
रायपुर। छत्तीगसढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए अब डेढ़ साल
का समय बचा है। ऐसे में सरकार के मंत्रियों और विधायकों को एंटी इनकंबेंसी
का डर सताने लगा है। दरअसल, कोविड के कारण अधिकांश मंत्री और विधायक अपनी
विधानसभा में सक्रिय नहीं हो पाए। अब सामान्य स्थिति होने के बाद मंत्रियों
की पहली प्राथमिकता अपनी विधानसभा का दौरा करना है। मंत्री टीएस सिंहदेव, उमेश पटेल, शिव डहरिया, ताम्रध्वज साहू, अमरजीत भगत
ने अपनी-अपनी विधानसभा का दौरा शुरू कर दिया है। कांग्रेस संगठन भी सभी
विधानसभा में विधायकों की परफार्मेंस रिपोर्ट की तलाश में पहुंचने की
तैयारी में है। बताया जा रहा है कि विधानसभा के बजट सत्र के बाद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी प्रदेश के दौरे पर निकलेंगे। ऐसे में मंत्री और
विधायक अपनी विधानसभा में सक्रिय होकर जनता की समस्याओं को सुनने, उसे
निपटाने का अभियान चलाने की तैयारी में है।छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल में बदलाव की भी चर्चा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
ने कहा है कि विधानसभा के बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता
है। ऐसे में मंत्री अपनी विधानसभा के किले को मजबूत करने में भी जुट गए
हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 70 विधायक हैं। कांग्रेस के उच्च पदस्थ
सूत्रों की मानें तो कोरोना काल में लोगों को जिस तरह की दिक्कतों का सामना
करना पड़ा, उसे लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में नाराजगी है। कोरोना के कारण
क्षेत्र के छोटे-छोटे विकास कार्य भी प्रभावित हुए हैं। पंचायतों के फंड को
कोविड मैनेजमेंट में खत्म करने से गांव में अधोसंरचना विकास प्रभावित हुआ
है। अब प्रदेश कोरोना से उबर चुका है।