राधेश्याम भवन पहुंचे मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री,स्वर्गीय सरला देवी शुक्ल की शोक सभा में हुए शामिल :

post


रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर के बूढ़ापारा स्थित
राधेश्याम भवन में पूर्व केंद्रीय मंत्री शहीद पंडित श्री विद्याचरण शुक्ल
की धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती सरला देवी शुक्ल की शोक सभा में शामिल हुए ।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने स्वर्गीय श्रीमती सरला देवी शुक्ल के चित्र पर
पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी । उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय
मंत्री शहीद पंडित विद्याचरण शुक्ल अनेक बड़े पदों पर रहे और अपने जीवन का
आधा दशक से भी अधिक का समय राजनीति में व्यतीत किये परन्तु श्रीमती शुक्ल
पर कभी भी राजनीति का असर नहीं पड़ा, वे हमेशा एक गृहणी ही रहीं । वे अपने
नाम सरला के अनुरूप सदैव ही बहुत सरल, मृदुभाषी और मिलनसार रहीं । जब भी
उनसे मुलाकात हुई एक मातृवत स्नेह मिला । उनके जाने से परिवार को अपूरणीय
क्षति हुई है । मैं इस अवसर पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता
हूँ । साथ ही ईश्वर से परिवार को दु:ख सहन करने की क्षमता प्रदान करने की
प्रार्थना करता हूँ । शोक सभा मे दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय श्रीमती
सरला देवी शुक्ल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर वन मंत्री
मोहम्मद अकबर, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण
मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, रमेशचंद्र
शुक्ल, दौलत रोहरा,रमेश वर्ल्यानी सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


पूर्व
मुख्यमंत्री रमन सिंह आज राधेश्याम भवन में आयोजित सरला देवी शुक्ल की
श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। इस दौरान शुक्ल परिवार को याद करते हुए
पूर्व मुख्यमंत्री  रमन सिंह ने कहा कि शुक्ल परिवार के साथ हमारा हर सुख
दुख का संबंध रहा है। विद्याचरण शुक्ल मेरे पिताजी के शोक कार्यक्रम में
शामिल हुए थे।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राधेश्याम भवन महात्मा गांधी और
नेहरू जी की याद दिलाता है, यहां आकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता
हूं। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विकास में इस परिवार का बहुत बड़ा योगदान
रहा है।




रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर के बूढ़ापारा स्थित
राधेश्याम भवन में पूर्व केंद्रीय मंत्री शहीद पंडित श्री विद्याचरण शुक्ल
की धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती सरला देवी शुक्ल की शोक सभा में शामिल हुए ।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने स्वर्गीय श्रीमती सरला देवी शुक्ल के चित्र पर
पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी । उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय
मंत्री शहीद पंडित विद्याचरण शुक्ल अनेक बड़े पदों पर रहे और अपने जीवन का
आधा दशक से भी अधिक का समय राजनीति में व्यतीत किये परन्तु श्रीमती शुक्ल
पर कभी भी राजनीति का असर नहीं पड़ा, वे हमेशा एक गृहणी ही रहीं । वे अपने
नाम सरला के अनुरूप सदैव ही बहुत सरल, मृदुभाषी और मिलनसार रहीं । जब भी
उनसे मुलाकात हुई एक मातृवत स्नेह मिला । उनके जाने से परिवार को अपूरणीय
क्षति हुई है । मैं इस अवसर पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता
हूँ । साथ ही ईश्वर से परिवार को दु:ख सहन करने की क्षमता प्रदान करने की
प्रार्थना करता हूँ । शोक सभा मे दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय श्रीमती
सरला देवी शुक्ल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर वन मंत्री
मोहम्मद अकबर, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण
मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, रमेशचंद्र
शुक्ल, दौलत रोहरा,रमेश वर्ल्यानी सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


पूर्व
मुख्यमंत्री रमन सिंह आज राधेश्याम भवन में आयोजित सरला देवी शुक्ल की
श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। इस दौरान शुक्ल परिवार को याद करते हुए
पूर्व मुख्यमंत्री  रमन सिंह ने कहा कि शुक्ल परिवार के साथ हमारा हर सुख
दुख का संबंध रहा है। विद्याचरण शुक्ल मेरे पिताजी के शोक कार्यक्रम में
शामिल हुए थे।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राधेश्याम भवन महात्मा गांधी और
नेहरू जी की याद दिलाता है, यहां आकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता
हूं। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विकास में इस परिवार का बहुत बड़ा योगदान
रहा है।



शयद आपको भी ये अच्छा लगे!