शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं. आज नवरात्रि का दूसरा दिन है. नवरात्रि के 9 दिन तक मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. इसके बाद दशमी को पारण के बाद मां को विदा किया जाता है. इस दिन को विजयादशमी भी कहते हैं. मान्यता है कि इसी दिन मां दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था. वहीं, भगवान राम ने विजयादशमी के दिन ही रावण का वध किया था.
यही कारण है कि शारदीय नवरात्रि की विजयादशमी को बेहद शुभ माना जाता है. कई लोग इस दिन नए व्यापार का आरंभ करते हैं. भूमि, भवन या वाहन खरीदते हैं. साथ ही बेटी अपने मायके या ससुराल जाती है. इसके अलावा लोग कई शुभ काम करते हैं. विजयदशमी के दिन अबूझ मुहूर्त माना जाता है, अर्थात पूरा दिन शुभ होता है. लेकिन, इस साल की विजयदशमी को ज्योतिषाचार्य शुभ नहीं बता रहे हैं, जानें क्यों…
कब शुरू होगी विजयादशमी तिथि
इस साल विजयदशमी तिथि की शुरुआत 12 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 05 मिनट से प्रारंभ हो रही है और समापन अगले दिन 13 अक्टूबर सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर होगा. इस साल विजयदशमी 12 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा.
इसलिए नहीं है शुभ
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सनातन धर्म में दिन का खास महत्व होता है. दिन के अनुसार ही माता दुर्गा के आगमन और प्रस्थान की सवारी तय की जाती है. इस साल दिन के अनुसार माता का आगमन डोली पर होने जा रहा है, जो शुभ नहीं माना जाता है. वहीं, प्रस्थान विजयादशमी के दिन होता है. इस साल विजयादशमी शनिवार को है, जिससे प्रस्थान की सवारी बड़े पंजे वाले मुर्गा है, जो अशुभ संकेत है. इस साल विजयादशमी शनिवार के दिन होने के कारण शुभ नहीं मानी जा रही है.
विजयादशमी के दिन न करें ये कार्य
अगर आप भी इस साल विजयदशमी को शुभ मानकर कुछ नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं या फिर भूमि, भवन या वाहन खरीदना चाहते हैं या फिर अपनी बेटी को ससुराल या मायके विदा करना चाहते हैं तो न करें. क्योंकि इस साल विजयादशमी का दिन शनिवार होने के कारण शुभ नहीं माना जा रहा है. ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव झेलना पड़ सकता है.
शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं. आज नवरात्रि का दूसरा दिन है. नवरात्रि के 9 दिन तक मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. इसके बाद दशमी को पारण के बाद मां को विदा किया जाता है. इस दिन को विजयादशमी भी कहते हैं. मान्यता है कि इसी दिन मां दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था. वहीं, भगवान राम ने विजयादशमी के दिन ही रावण का वध किया था.
यही कारण है कि शारदीय नवरात्रि की विजयादशमी को बेहद शुभ माना जाता है. कई लोग इस दिन नए व्यापार का आरंभ करते हैं. भूमि, भवन या वाहन खरीदते हैं. साथ ही बेटी अपने मायके या ससुराल जाती है. इसके अलावा लोग कई शुभ काम करते हैं. विजयदशमी के दिन अबूझ मुहूर्त माना जाता है, अर्थात पूरा दिन शुभ होता है. लेकिन, इस साल की विजयदशमी को ज्योतिषाचार्य शुभ नहीं बता रहे हैं, जानें क्यों…
कब शुरू होगी विजयादशमी तिथि
इस साल विजयदशमी तिथि की शुरुआत 12 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 05 मिनट से प्रारंभ हो रही है और समापन अगले दिन 13 अक्टूबर सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर होगा. इस साल विजयदशमी 12 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा.
इसलिए नहीं है शुभ
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सनातन धर्म में दिन का खास महत्व होता है. दिन के अनुसार ही माता दुर्गा के आगमन और प्रस्थान की सवारी तय की जाती है. इस साल दिन के अनुसार माता का आगमन डोली पर होने जा रहा है, जो शुभ नहीं माना जाता है. वहीं, प्रस्थान विजयादशमी के दिन होता है. इस साल विजयादशमी शनिवार को है, जिससे प्रस्थान की सवारी बड़े पंजे वाले मुर्गा है, जो अशुभ संकेत है. इस साल विजयादशमी शनिवार के दिन होने के कारण शुभ नहीं मानी जा रही है.
विजयादशमी के दिन न करें ये कार्य
अगर आप भी इस साल विजयदशमी को शुभ मानकर कुछ नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं या फिर भूमि, भवन या वाहन खरीदना चाहते हैं या फिर अपनी बेटी को ससुराल या मायके विदा करना चाहते हैं तो न करें. क्योंकि इस साल विजयादशमी का दिन शनिवार होने के कारण शुभ नहीं माना जा रहा है. ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव झेलना पड़ सकता है.