शारदीय नवरात्र में आज अष्टमी तिथि एवं नवमी तिथि एक ही दिन रहा। सुबह 4 बजे से अष्टमी पुजा से संधि पूजा तदोपरांत नवमी पुजा हर्ष उल्लास से संपन्न हुआ। समिति के अध्यक्ष सपन कुमार साहा ने बताया कि, संधि पूजा अष्टमी तिथि समाप्त होने से 24 मिनट पूर्व और नवमी तिथि शुरू होने के 24 मिनट बाद तक देवी मां चामुण्डा की पूजा की जाती है। आसान शब्दों में कहें तो दो घटी यानी 48 मिनट तक संधि पूजा की जाती है। इस शुभ मुहूर्त में मां दुर्गा के स्वरूप देवी चामुण्डा की उपासना की जाती है।
देवी मां चामुण्डा अष्टमी और नवमी तिथि के दौरान (48 मिनट) चंड और मुंड दानव का संहार करने हेतु प्रकट हुई थीं। इस शुभ अवसर पर मां चामुण्डा की विधि-विधान से पूजा की जाती है। आज संधि पूजा का शुभ समय दिन में 6 बजकर 24 मिनट रहा।
टिकरापारा कालीबाड़ी सेवा समिति के महासचिव कुमुद राय एवं उपाध्यक्ष श्यामल साहा ने बताया कि समिति ने होनहार छात्र एवं छात्राओं का सम्मान किया जाता है। इसी परिपाटी में, व्यापंम द्वारा आयोजित सी जी पी ई टी 2024 में पुरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल करने पर दुर्गा मां के समक्ष
वेदांत कुमार साहा को श्रीफल एवं शाल से सम्मानित किया गया एवं अनवरत सफलता हासिल करने का आशीर्वाद दिया। महाअष्टमी के अवसर पर लगभग 1800 लोगों ने मां का भोग लिया एवं नवमी पुजा हवन पुजन से संपन्न हुआ।
शारदीय नवरात्र में आज अष्टमी तिथि एवं नवमी तिथि एक ही दिन रहा। सुबह 4 बजे से अष्टमी पुजा से संधि पूजा तदोपरांत नवमी पुजा हर्ष उल्लास से संपन्न हुआ। समिति के अध्यक्ष सपन कुमार साहा ने बताया कि, संधि पूजा अष्टमी तिथि समाप्त होने से 24 मिनट पूर्व और नवमी तिथि शुरू होने के 24 मिनट बाद तक देवी मां चामुण्डा की पूजा की जाती है। आसान शब्दों में कहें तो दो घटी यानी 48 मिनट तक संधि पूजा की जाती है। इस शुभ मुहूर्त में मां दुर्गा के स्वरूप देवी चामुण्डा की उपासना की जाती है।
देवी मां चामुण्डा अष्टमी और नवमी तिथि के दौरान (48 मिनट) चंड और मुंड दानव का संहार करने हेतु प्रकट हुई थीं। इस शुभ अवसर पर मां चामुण्डा की विधि-विधान से पूजा की जाती है। आज संधि पूजा का शुभ समय दिन में 6 बजकर 24 मिनट रहा।
टिकरापारा कालीबाड़ी सेवा समिति के महासचिव कुमुद राय एवं उपाध्यक्ष श्यामल साहा ने बताया कि समिति ने होनहार छात्र एवं छात्राओं का सम्मान किया जाता है। इसी परिपाटी में, व्यापंम द्वारा आयोजित सी जी पी ई टी 2024 में पुरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल करने पर दुर्गा मां के समक्ष
वेदांत कुमार साहा को श्रीफल एवं शाल से सम्मानित किया गया एवं अनवरत सफलता हासिल करने का आशीर्वाद दिया। महाअष्टमी के अवसर पर लगभग 1800 लोगों ने मां का भोग लिया एवं नवमी पुजा हवन पुजन से संपन्न हुआ।