एशियन पेंट्स (Asian Paints) उन चुनिंदा
शेयरों में है, जिन्होंने लगातार शानदार रिटर्न दिया है। हालांकि, इधर
क्रूड ऑयल (कच्चे तेल) की बढ़ती कीमतों ने एशियन पेंट्स समेत दूसरी पेंट
कंपनियों की रंगत उड़ा दी है। एक हफ्ते में ही एशियन पेंट्स के शेयरों में
12 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, इस अवधि में निफ्टी 2.5 पर्सेंट लुढ़का
है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। इस साल अब तक
एशियन पेंट्स के शेयरों में 20 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, बर्जर पेंट्स
(Berger Paints) के शेयरों में इस साल अब तक 15.5 फीसदी की गिरावट आई है।
पेंट कंपनियों के कच्चे माल की लागत में क्रूड डेरिवेटिव्स की 40% हिस्सेदारी
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि एशियन पेंट्स जैसी बड़ी पेंट
कंपनियों की रॉ मैटीरियल कॉस्ट (कच्चे माल की लागत) में क्रूड डेरिवेटिव्स
की हिस्सेदारी 30-40 फीसदी होती है। इसके अलावा, एशियन पेंट्स के शेयर
अपेक्षाकृत हायर वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे थे और जब रॉ मैटीरियल इनफ्लेशन
में बढ़ोतरी हुई तो प्राइसिंग पावर में गिरावट का असर मार्जिन पर पड़ा।
4-5 पर्सेंट की रेंज में दाम बढ़ा सकती हैं कंपनियां
ईटी की रिपोर्ट में शेयरखान के एनालिस्ट कौस्तुभ पावस्कर ने कहा है,
'सॉल्वेंट बेस्ड पेंट्स की कंपनी की सेल्स में बड़ी हिस्सेदारी है। क्रूड
ऑयल की कीमतों में आए तेज उछाल से आने वाली तिमाहियों में प्रॉफिटैबिलिटी
पर असर पड़ेगा।' उन्होंने कहा है कि कॉस्ट प्रेशर को कम करने के लिए
इंडस्ट्री प्राइसेज में 4-5 फीसदी की रेंज में बढ़ोतरी कर सकती है।
हालांकि, कीमत में की गई बढ़ोतरी से निकट भविष्य में सेल्स वॉल्यूम पर असर
पड़ेगा, खासतौर से रूरल मार्केट में। पिछले 5 दिन में बीएसई में एशियन
पेंट्स के शेयरों में 12.27 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनी के शेयर 4 मार्च
को 2,738.95 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं। एशियन पेंट्स के 52 हफ्तों का
हाई 3588.05 रुपये है। वहीं, शेयरों का 52 हफ्तों का लो-लेवल 2,343.85
रुपये है।
एशियन पेंट्स (Asian Paints) उन चुनिंदा
शेयरों में है, जिन्होंने लगातार शानदार रिटर्न दिया है। हालांकि, इधर
क्रूड ऑयल (कच्चे तेल) की बढ़ती कीमतों ने एशियन पेंट्स समेत दूसरी पेंट
कंपनियों की रंगत उड़ा दी है। एक हफ्ते में ही एशियन पेंट्स के शेयरों में
12 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, इस अवधि में निफ्टी 2.5 पर्सेंट लुढ़का
है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। इस साल अब तक
एशियन पेंट्स के शेयरों में 20 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, बर्जर पेंट्स
(Berger Paints) के शेयरों में इस साल अब तक 15.5 फीसदी की गिरावट आई है।
पेंट कंपनियों के कच्चे माल की लागत में क्रूड डेरिवेटिव्स की 40% हिस्सेदारी
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि एशियन पेंट्स जैसी बड़ी पेंट
कंपनियों की रॉ मैटीरियल कॉस्ट (कच्चे माल की लागत) में क्रूड डेरिवेटिव्स
की हिस्सेदारी 30-40 फीसदी होती है। इसके अलावा, एशियन पेंट्स के शेयर
अपेक्षाकृत हायर वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे थे और जब रॉ मैटीरियल इनफ्लेशन
में बढ़ोतरी हुई तो प्राइसिंग पावर में गिरावट का असर मार्जिन पर पड़ा।
4-5 पर्सेंट की रेंज में दाम बढ़ा सकती हैं कंपनियां
ईटी की रिपोर्ट में शेयरखान के एनालिस्ट कौस्तुभ पावस्कर ने कहा है,
'सॉल्वेंट बेस्ड पेंट्स की कंपनी की सेल्स में बड़ी हिस्सेदारी है। क्रूड
ऑयल की कीमतों में आए तेज उछाल से आने वाली तिमाहियों में प्रॉफिटैबिलिटी
पर असर पड़ेगा।' उन्होंने कहा है कि कॉस्ट प्रेशर को कम करने के लिए
इंडस्ट्री प्राइसेज में 4-5 फीसदी की रेंज में बढ़ोतरी कर सकती है।
हालांकि, कीमत में की गई बढ़ोतरी से निकट भविष्य में सेल्स वॉल्यूम पर असर
पड़ेगा, खासतौर से रूरल मार्केट में। पिछले 5 दिन में बीएसई में एशियन
पेंट्स के शेयरों में 12.27 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनी के शेयर 4 मार्च
को 2,738.95 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं। एशियन पेंट्स के 52 हफ्तों का
हाई 3588.05 रुपये है। वहीं, शेयरों का 52 हफ्तों का लो-लेवल 2,343.85
रुपये है।