रायपुर। छत्तीसगढ़ के वन विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। वन कर्मचारी संघ ने वेतन विसंगति सहित 12 सूत्रीय मांग को लेकर ये अल्टीमेटम दिया है, उनकी मांगे पूरी नहीं होने पर 21 मार्च से प्रदेशभर के वन कर्मी आनिशितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मूलचंद शर्मा अपनी मांग और हड़ताल की जानकारी देते हुए कहा कि “शासन के ढुलमुल रवैये के चलते कर्मचारियों को वेतन सम्बंधित लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। साथ ही त्रुटि वश वेतन भुगतान हेतु अनेक कर्मचारियों के लिए वेतन वसूली का आदेश जारी किया जा रहा जो कि न्यायोंचित नही है।”
शर्मा ने आगे कहा कि “वेतन विसंगति, पदनाम मे परिवर्तन सहित 12 सूत्रीय मांग को लेकर 21 मार्च से आंदोलन की घोषणा की जा चुकी है। जिसकी जानकारी सरकार तक भेजी जा चुकी है।
इस दौरान वन विभाग में अवैध कटाई की रोकथाम, जंगल में आग की निगरानी, अवैध शिकार की निगरानी, सफारी सहित अभ्यारण का बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही साथ फॉरेस्ट चेक पोस्ट में जाँच पड़ताल भी बंद किया जाएगा। इस दौरान जो भी नुकसान होगा उसकी सम्पूर्ण जबावदारी शासन प्रशासन की होगी।”
रायपुर। छत्तीसगढ़ के वन विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। वन कर्मचारी संघ ने वेतन विसंगति सहित 12 सूत्रीय मांग को लेकर ये अल्टीमेटम दिया है, उनकी मांगे पूरी नहीं होने पर 21 मार्च से प्रदेशभर के वन कर्मी आनिशितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मूलचंद शर्मा अपनी मांग और हड़ताल की जानकारी देते हुए कहा कि “शासन के ढुलमुल रवैये के चलते कर्मचारियों को वेतन सम्बंधित लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। साथ ही त्रुटि वश वेतन भुगतान हेतु अनेक कर्मचारियों के लिए वेतन वसूली का आदेश जारी किया जा रहा जो कि न्यायोंचित नही है।”
शर्मा ने आगे कहा कि “वेतन विसंगति, पदनाम मे परिवर्तन सहित 12 सूत्रीय मांग को लेकर 21 मार्च से आंदोलन की घोषणा की जा चुकी है। जिसकी जानकारी सरकार तक भेजी जा चुकी है।
इस दौरान वन विभाग में अवैध कटाई की रोकथाम, जंगल में आग की निगरानी, अवैध शिकार की निगरानी, सफारी सहित अभ्यारण का बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही साथ फॉरेस्ट चेक पोस्ट में जाँच पड़ताल भी बंद किया जाएगा। इस दौरान जो भी नुकसान होगा उसकी सम्पूर्ण जबावदारी शासन प्रशासन की होगी।”