तालिबान के सबसे गुप्त नेताओं में से एक इनामी आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी पहली बार दुनिया के सामने आया है, जिसका नाम यूएस "मोस्ट वांटेड" की लिस्ट में है। दरअसल, हक्कानी नेटवर्क नेता सिराजुद्दी की एक तस्वीर सामने आई है, जिसे शनिवार को नए अफगान पुलिस रंगरूटों के लिए पासिंग-आउट परेड में खुले तौर पर खिंचवाया गया था।
द खामा प्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हक्कानी काबुल में पुलिस के स्नातक समारोह के दौरान पहली बार मीडिया के सामने आये। इससे पहले हक्कानी ने विदेशी राजनयिकों और स्थानीय अधिकारियों के साथ कई बैठक की थी , लेकिन उनकी तस्वीर मीडिया में नहीं आई और उनका चेहरा धुंधला दिखाया गया।
एक अफगानी पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडिल पर लिखा , सिराजुद्दीन हक्कानी पहली बार कैमरे के सामने नजर आये। हक्कानी अमेरिका के संघीय खुफिया ब्यूरो (एफबीआई) द्वारा वांछित हैं तथा अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उनके बारे में जानकारी देने के लिए एक करोड़ का इनाम घोषित किया है। यहां से आप एफबीआई जाएं।
जानिए कौन है सिराजुद्दीन हक्कानी?
सिराजुद्दीन हक्कानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का पालतू है और आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क का सरगना है। हक्कानी तालिबान के एक शक्तिशाली उपसमूह का मुखिया है, जिसे पिछले 20 वर्षों की कुछ सबसे भीषण हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने के लिए $10 मिलियन तक का इनाम देने की पेशकश की है, यह कहते हुए कि वह कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार था। 1970 के दशक में जलालुद्दीन हक्कानी द्वारा स्थापित हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान के सोवियत कब्जे के खिलाफ मुजाहिदीन युद्ध के दौरान सीआईए द्वारा भारी समर्थन दिया गया था। सिराजुद्दीन हक्कानी, जो अपने 40 के दशक में माना जाता है, वो जलालुद्दीन का बेटा है और 2018 में उसकी मृत्यु के बाद उत्तराधिकारी बना।
इसे काबुल सेरेना होटल पर 2008 के घातक हमले के लिए दोषी ठहराया गया था, जिसमें छह लोग मारे गए थे। इसके अलावा पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या की भी कोशिश की थी। एफबीआई रिवार्ड्स फॉर जस्टिस कार्यक्रम का कहना है कि वह अल कायदा के साथ "करीबी संबंध" बनाए रखता है और "एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी" है।
तालिबान के सबसे गुप्त नेताओं में से एक इनामी आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी पहली बार दुनिया के सामने आया है, जिसका नाम यूएस "मोस्ट वांटेड" की लिस्ट में है। दरअसल, हक्कानी नेटवर्क नेता सिराजुद्दी की एक तस्वीर सामने आई है, जिसे शनिवार को नए अफगान पुलिस रंगरूटों के लिए पासिंग-आउट परेड में खुले तौर पर खिंचवाया गया था।
द खामा प्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हक्कानी काबुल में पुलिस के स्नातक समारोह के दौरान पहली बार मीडिया के सामने आये। इससे पहले हक्कानी ने विदेशी राजनयिकों और स्थानीय अधिकारियों के साथ कई बैठक की थी , लेकिन उनकी तस्वीर मीडिया में नहीं आई और उनका चेहरा धुंधला दिखाया गया।
एक अफगानी पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडिल पर लिखा , सिराजुद्दीन हक्कानी पहली बार कैमरे के सामने नजर आये। हक्कानी अमेरिका के संघीय खुफिया ब्यूरो (एफबीआई) द्वारा वांछित हैं तथा अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उनके बारे में जानकारी देने के लिए एक करोड़ का इनाम घोषित किया है। यहां से आप एफबीआई जाएं।
जानिए कौन है सिराजुद्दीन हक्कानी?
सिराजुद्दीन हक्कानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का पालतू है और आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क का सरगना है। हक्कानी तालिबान के एक शक्तिशाली उपसमूह का मुखिया है, जिसे पिछले 20 वर्षों की कुछ सबसे भीषण हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने के लिए $10 मिलियन तक का इनाम देने की पेशकश की है, यह कहते हुए कि वह कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार था। 1970 के दशक में जलालुद्दीन हक्कानी द्वारा स्थापित हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान के सोवियत कब्जे के खिलाफ मुजाहिदीन युद्ध के दौरान सीआईए द्वारा भारी समर्थन दिया गया था। सिराजुद्दीन हक्कानी, जो अपने 40 के दशक में माना जाता है, वो जलालुद्दीन का बेटा है और 2018 में उसकी मृत्यु के बाद उत्तराधिकारी बना।
इसे काबुल सेरेना होटल पर 2008 के घातक हमले के लिए दोषी ठहराया गया था, जिसमें छह लोग मारे गए थे। इसके अलावा पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या की भी कोशिश की थी। एफबीआई रिवार्ड्स फॉर जस्टिस कार्यक्रम का कहना है कि वह अल कायदा के साथ "करीबी संबंध" बनाए रखता है और "एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी" है।