रायपुर । रायपुर शहर की ऐतिहासिक
गोलबाजार गुबंद की 22 दुकानों के व्यापारियों को मालिकाना हक दिया जाएगा।
गोलबाजार में कुल 579 दुकानों को मालिकाना हक पर देने की प्रक्रिया नगर
निगम ने तेज कर दी है। दावे-आपत्ति का आखिरी दौर चल रहा है। नगर निगम के
अधिकारियों के मुताबिक रजिस्ट्री के रेट पर विचार किया जा रहा है।दावा
आपत्ति पूरी होने के बाद अप्रैल महीने से रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू कर
दी जाएगी।
शासन ने पुरातत्व महत्व की इमारतों की सूची में शामिल नहीं किया
नगर
निगम के अधिकारियों ने बताया कि गोलबाजार का गोल गुंबद सवा सौ साल पुराना
और ऐतिहासिक है। इसलिए गुबंद के नीचे स्थित 22 दुकानों के दुकानदारों को
इसका मालिकाना हक देने में बड़ा पेंच यह आया था कि इसका मालिकाना हक कैसे दे
सकते हैं? हालांकि इसका रास्ता निकाल लिया गया है। क्योंकि शासन ने कभी भी
पुरातात्विक महत्व की इमारतों की सूची में इसे शामिल नहीं किया है।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड इस गुंबद का ऐतिहासिक इमारतों की तरह सौंदर्यीकरण
करने वाली थी। इसके लिए दुकानें हटवाई जानी थी, लेकिन अब यह योजना दुकानों
के साथ ही लागू की जाएगी।
रायपुर । रायपुर शहर की ऐतिहासिक
गोलबाजार गुबंद की 22 दुकानों के व्यापारियों को मालिकाना हक दिया जाएगा।
गोलबाजार में कुल 579 दुकानों को मालिकाना हक पर देने की प्रक्रिया नगर
निगम ने तेज कर दी है। दावे-आपत्ति का आखिरी दौर चल रहा है। नगर निगम के
अधिकारियों के मुताबिक रजिस्ट्री के रेट पर विचार किया जा रहा है।दावा
आपत्ति पूरी होने के बाद अप्रैल महीने से रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू कर
दी जाएगी।
शासन ने पुरातत्व महत्व की इमारतों की सूची में शामिल नहीं किया
नगर
निगम के अधिकारियों ने बताया कि गोलबाजार का गोल गुंबद सवा सौ साल पुराना
और ऐतिहासिक है। इसलिए गुबंद के नीचे स्थित 22 दुकानों के दुकानदारों को
इसका मालिकाना हक देने में बड़ा पेंच यह आया था कि इसका मालिकाना हक कैसे दे
सकते हैं? हालांकि इसका रास्ता निकाल लिया गया है। क्योंकि शासन ने कभी भी
पुरातात्विक महत्व की इमारतों की सूची में इसे शामिल नहीं किया है।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड इस गुंबद का ऐतिहासिक इमारतों की तरह सौंदर्यीकरण
करने वाली थी। इसके लिए दुकानें हटवाई जानी थी, लेकिन अब यह योजना दुकानों
के साथ ही लागू की जाएगी।