बिलासपुर। शासकीय बिलासा कन्या पीजी महाविद्यालय में सोमवार की सुबह
होली खेलने को लेकर परिसर में जमकर हंगामा हुआ। छात्राएं प्रतिवर्ष की
भांति होली पूर्व रंग-गुलाल लेकर परिसर में पहुंची। प्राचार्य
डा.ज्योतिरानी सिंह ने भीड़ को देखते ही आग बबूला हो गई। छात्राओं को होली
खेलने मना कर दिया। दोटूक कहा कि इससे परिसर में गंदगी होगी। इसके बाद
छात्राएं भड़क गर्ई। एक घंटे तक परिसर में हंगामा हुआ। आखिरकर छात्राओं ने
प्राचार्य का रवैया देखकर परिसर से निकल गईं और रिवर व्यू में होली उत्सव
मनाया। छात्राओं का कहना था कि बिलासा कन्या में छात्राएं प्रतिवर्ष
होली के पूर्व एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर उत्सव बनाती है। यह परंपरा
लगातार चली आ रही। अभी तक किसी भी प्राचार्य ने इसका विरोध नहीं किया। एक
दो दिनों बाद छुट्टी शुरू होगी। छात्राएं अपने घर चली जाएंगी। इसलिए सोमवार
को परिसर में होली खेलने का निर्णय लिया गया था। किंतु ऐन वक्त पर
प्राचार्य डा.ज्योतिरानी ने आकर उत्सव पर पानी फेर दिया। प्राचार्य को मनाने हर संभव प्रयास किया लेकिन वे अपनी जिद पर डटी रही।
छात्राओं ने हंगामा भी किया। किंतु बाद में सभी ने निर्णय लिया कि इस
वाद-विवाद में उत्सव का रंग फीका हो जाएगा। इसलिए सभी पैदल मार्च करते हुए
रिवर व्यू पहुंच गईं। वहां जमकर होली का मजा लिया। एक दूसरे को
सैहार्दपूर्ण तरीके से रंग गुलाल लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
रंग खेलने से गंदा होगा परिसर: प्राचार्य
प्राचार्य डा.ज्योतिरानी सिंह ने कहा कि होली उत्सव को लेकर छात्राओं ने
हमसे अनुमति नहीं ली थी। एक सप्ताह बाद नैक की टीम निरीक्षण करने आने वाली
है। परिसर को साफ सुथरा किया गया है। छात्राओं के रंग गुलाल खेलने से परिसर
गंदा हो जाएगा। इसलिए हम इसकी अनुमति नहीं दे सकते।
छात्राओं में भारी आक्रोश
हिंदू पर्व होली को
लेकर परिसर में हमेशा उत्साहपूर्ण माहौल नजर आता था। इस बार होली उत्सव पर
पाबंदी लगाने से छात्राओं में भारी आक्रोश है। छात्राओं ने नाम नहीं छापने
की शर्त पर कहा कि संस्था के विकास के लिए यह अच्छा संकेत नहीं है।
प्राचार्य का व्यवहार छात्राओं के प्रति ठीक नहीं है। अभी हम लड़ाई के मूड
में नहीं हैं। किंतु उन्हें पद से हटाने जल्द अवाज बुलंद करेंगे। अन्य
छात्र संगठनों व हिंदू संगठनों से चर्चा कर विरोध जताएंगी। मुख्यमंत्री को
भी पत्र लिखेंगे।
बिलासपुर। शासकीय बिलासा कन्या पीजी महाविद्यालय में सोमवार की सुबह
होली खेलने को लेकर परिसर में जमकर हंगामा हुआ। छात्राएं प्रतिवर्ष की
भांति होली पूर्व रंग-गुलाल लेकर परिसर में पहुंची। प्राचार्य
डा.ज्योतिरानी सिंह ने भीड़ को देखते ही आग बबूला हो गई। छात्राओं को होली
खेलने मना कर दिया। दोटूक कहा कि इससे परिसर में गंदगी होगी। इसके बाद
छात्राएं भड़क गर्ई। एक घंटे तक परिसर में हंगामा हुआ। आखिरकर छात्राओं ने
प्राचार्य का रवैया देखकर परिसर से निकल गईं और रिवर व्यू में होली उत्सव
मनाया। छात्राओं का कहना था कि बिलासा कन्या में छात्राएं प्रतिवर्ष
होली के पूर्व एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर उत्सव बनाती है। यह परंपरा
लगातार चली आ रही। अभी तक किसी भी प्राचार्य ने इसका विरोध नहीं किया। एक
दो दिनों बाद छुट्टी शुरू होगी। छात्राएं अपने घर चली जाएंगी। इसलिए सोमवार
को परिसर में होली खेलने का निर्णय लिया गया था। किंतु ऐन वक्त पर
प्राचार्य डा.ज्योतिरानी ने आकर उत्सव पर पानी फेर दिया। प्राचार्य को मनाने हर संभव प्रयास किया लेकिन वे अपनी जिद पर डटी रही।
छात्राओं ने हंगामा भी किया। किंतु बाद में सभी ने निर्णय लिया कि इस
वाद-विवाद में उत्सव का रंग फीका हो जाएगा। इसलिए सभी पैदल मार्च करते हुए
रिवर व्यू पहुंच गईं। वहां जमकर होली का मजा लिया। एक दूसरे को
सैहार्दपूर्ण तरीके से रंग गुलाल लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
रंग खेलने से गंदा होगा परिसर: प्राचार्य
प्राचार्य डा.ज्योतिरानी सिंह ने कहा कि होली उत्सव को लेकर छात्राओं ने
हमसे अनुमति नहीं ली थी। एक सप्ताह बाद नैक की टीम निरीक्षण करने आने वाली
है। परिसर को साफ सुथरा किया गया है। छात्राओं के रंग गुलाल खेलने से परिसर
गंदा हो जाएगा। इसलिए हम इसकी अनुमति नहीं दे सकते।
छात्राओं में भारी आक्रोश
हिंदू पर्व होली को
लेकर परिसर में हमेशा उत्साहपूर्ण माहौल नजर आता था। इस बार होली उत्सव पर
पाबंदी लगाने से छात्राओं में भारी आक्रोश है। छात्राओं ने नाम नहीं छापने
की शर्त पर कहा कि संस्था के विकास के लिए यह अच्छा संकेत नहीं है।
प्राचार्य का व्यवहार छात्राओं के प्रति ठीक नहीं है। अभी हम लड़ाई के मूड
में नहीं हैं। किंतु उन्हें पद से हटाने जल्द अवाज बुलंद करेंगे। अन्य
छात्र संगठनों व हिंदू संगठनों से चर्चा कर विरोध जताएंगी। मुख्यमंत्री को
भी पत्र लिखेंगे।