मोनगानुई. भारत को बल्लेबाजी में लचर प्रदर्शन का
खामियाजा भुगतना पड़ा जबकि गत चैंपियन इंग्लैंड ने बुधवार को यहां चार विकेट
की जीत के साथ आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में खिताब की रक्षा के अपने
अभियान में नई जान फूंक दी। भारत के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी एक बार फिर नजर आई। इंग्लैंड ने
भारत को सिर्फ 134 रन पर समेटने के बाद 31.2 ओवर में लक्ष्य हासिल करके
लगातार तीन हार के क्रम को तोड़ते हुए पहली जीत दर्ज की। पिछले मैच में शतक जड़ने वाली स्मृति मंधाना 35 रन के साथ शीर्ष स्कोरर
रही जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ने 33 रन की पारी खेली। भारत ने
नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और पूरी टीम 36.2 ओवर में ढेर हो गई।
लक्ष्य का पीछा करते हुए
इंग्लैंड की ओर से चार्ली डीन ने 23 रन देकर चार जबकि आन्या श्रुबसोल ने
20 रन देकर दो विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत
भी खराब रही और उसने तीसरे ओवर तक चार रन के स्कोर तक ही दोनों सलामी
बल्लेबाजों डेनी वाट (01) और टैमी ब्युमोंट (01) के विकेट गंवा दिए। कप्तान
हीथर नाइट ने हालांकि 72 गेंद में आठ चौकों की मदद से नाबाद 53 रन बनाए
जिससे इंग्लैंड ने 31.2 ओवर में छह विकेट पर 136 रन बनाकर जीत दर्ज की।
भारत की ओर से तेज गेंदबाज मेघना ंिसह ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए वाट आउट होने वाली पहली बल्लेबाज रही जिनका मेघना
की गेंद पर स्रेह राणा ने शानदार कैच लपका। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे
सफल गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने इसके बाद ब्युमोंट को पगबाधा किया। अंपायर ने
ब्युमोंट को आउट नहीं दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला भारत के पक्ष
में गया। झूलन का एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में यह 250वां विकेट था।
नाइट और नैट स्किवर (46 गेंद में 45 रन) ने इसके बाद तीसरे विकेट के लिए
65 रन जोड़कर पारी को संभाला। नाइट ने एक छोर संभाले रखा जबकि स्किवर ने
आक्रामक रुख अपनाते हुए आठ चौके जड़े। पूजा वस्त्रकार ने स्किवर को झूलन के
हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।
शानदार कैच लपका
नाइट ने एमी जोन्स (10) के साथ 33 रन जोड़कर टीम का स्कोर 100 रन के पार
पहुंचाया। राजेश्वरी गायकवाड़ की गेंद पर भारतीय उप कप्तान हरमनप्रीत कौर ने
पीछे की ओर दौड़ते हुए जोन्स शानदार कैच लपका। इंग्लैंड को इस समय जीत के
लिए सिर्फ 32 रन की दरकार थी। मेघना ने सोफिया डंकले (17) और कैथरीन ब्रंट
को तीन गेंद के भीतर विकेटकीपर रिचा के हाथों कैच कराया लेकिन नाइट ने सोफी
एकलेस्टोन (नाबाद 05) के साथ मिलकर टीम को जीत दिला दी। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ आठ विकेट पर 317 रन का टूर्नामेंट के
इतिहास का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाने वाली भारतीय टीम इंग्लैंड की धारदार
गेंदबाजी के सामने लगातार जूझती नजर आई। शुरुआती तीन मुकाबले गंवाने वाले
गत चैंपियन इंग्लैंड के लिए यह करो या मरो का मुकाबला था और उसने पहली जीत
दर्ज की। भारत हालांकि इस हार के बावजूद आठ टीम की अंक तालिका में तीसरे स्थान पर
चल रहा है। भारत के चार मैच में दो जीत और दो हार से चार अंक हैं। दूसरी
तरफ इंग्लैंड चार मैच में दो अंक के साथ सातवें स्थान पर है।
मोनगानुई. भारत को बल्लेबाजी में लचर प्रदर्शन का
खामियाजा भुगतना पड़ा जबकि गत चैंपियन इंग्लैंड ने बुधवार को यहां चार विकेट
की जीत के साथ आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में खिताब की रक्षा के अपने
अभियान में नई जान फूंक दी। भारत के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी एक बार फिर नजर आई। इंग्लैंड ने
भारत को सिर्फ 134 रन पर समेटने के बाद 31.2 ओवर में लक्ष्य हासिल करके
लगातार तीन हार के क्रम को तोड़ते हुए पहली जीत दर्ज की। पिछले मैच में शतक जड़ने वाली स्मृति मंधाना 35 रन के साथ शीर्ष स्कोरर
रही जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ने 33 रन की पारी खेली। भारत ने
नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और पूरी टीम 36.2 ओवर में ढेर हो गई।
लक्ष्य का पीछा करते हुए
इंग्लैंड की ओर से चार्ली डीन ने 23 रन देकर चार जबकि आन्या श्रुबसोल ने
20 रन देकर दो विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत
भी खराब रही और उसने तीसरे ओवर तक चार रन के स्कोर तक ही दोनों सलामी
बल्लेबाजों डेनी वाट (01) और टैमी ब्युमोंट (01) के विकेट गंवा दिए। कप्तान
हीथर नाइट ने हालांकि 72 गेंद में आठ चौकों की मदद से नाबाद 53 रन बनाए
जिससे इंग्लैंड ने 31.2 ओवर में छह विकेट पर 136 रन बनाकर जीत दर्ज की।
भारत की ओर से तेज गेंदबाज मेघना ंिसह ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए वाट आउट होने वाली पहली बल्लेबाज रही जिनका मेघना
की गेंद पर स्रेह राणा ने शानदार कैच लपका। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे
सफल गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने इसके बाद ब्युमोंट को पगबाधा किया। अंपायर ने
ब्युमोंट को आउट नहीं दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला भारत के पक्ष
में गया। झूलन का एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में यह 250वां विकेट था।
नाइट और नैट स्किवर (46 गेंद में 45 रन) ने इसके बाद तीसरे विकेट के लिए
65 रन जोड़कर पारी को संभाला। नाइट ने एक छोर संभाले रखा जबकि स्किवर ने
आक्रामक रुख अपनाते हुए आठ चौके जड़े। पूजा वस्त्रकार ने स्किवर को झूलन के
हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।
शानदार कैच लपका
नाइट ने एमी जोन्स (10) के साथ 33 रन जोड़कर टीम का स्कोर 100 रन के पार
पहुंचाया। राजेश्वरी गायकवाड़ की गेंद पर भारतीय उप कप्तान हरमनप्रीत कौर ने
पीछे की ओर दौड़ते हुए जोन्स शानदार कैच लपका। इंग्लैंड को इस समय जीत के
लिए सिर्फ 32 रन की दरकार थी। मेघना ने सोफिया डंकले (17) और कैथरीन ब्रंट
को तीन गेंद के भीतर विकेटकीपर रिचा के हाथों कैच कराया लेकिन नाइट ने सोफी
एकलेस्टोन (नाबाद 05) के साथ मिलकर टीम को जीत दिला दी। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ आठ विकेट पर 317 रन का टूर्नामेंट के
इतिहास का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाने वाली भारतीय टीम इंग्लैंड की धारदार
गेंदबाजी के सामने लगातार जूझती नजर आई। शुरुआती तीन मुकाबले गंवाने वाले
गत चैंपियन इंग्लैंड के लिए यह करो या मरो का मुकाबला था और उसने पहली जीत
दर्ज की। भारत हालांकि इस हार के बावजूद आठ टीम की अंक तालिका में तीसरे स्थान पर
चल रहा है। भारत के चार मैच में दो जीत और दो हार से चार अंक हैं। दूसरी
तरफ इंग्लैंड चार मैच में दो अंक के साथ सातवें स्थान पर है।