बलौदाबाजार. एक की कुत्ते के काटने से तो दूसरे की मौत
खाना न पचने के कारण हुई मौत. जानकारी के अनुसार 4 वर्ष पहले बलौदाबाजार
वनमंडल के बारनवापारा अभयारण्य में लगभग 50 काले हिरणों को कानन पेंडारी से
लाया गया था. जिसे सुरक्षित बारनवापारा के पास एक बाडा बना कर रखा गया था।
इधर वन विभाग ने पोस्टमॉर्टम करवा कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।
बलौदाबाजार. एक की कुत्ते के काटने से तो दूसरे की मौत
खाना न पचने के कारण हुई मौत. जानकारी के अनुसार 4 वर्ष पहले बलौदाबाजार
वनमंडल के बारनवापारा अभयारण्य में लगभग 50 काले हिरणों को कानन पेंडारी से
लाया गया था. जिसे सुरक्षित बारनवापारा के पास एक बाडा बना कर रखा गया था।
इधर वन विभाग ने पोस्टमॉर्टम करवा कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।