यह दिलचस्प मामला अमेरिका के वाशिंगटन का है, जहां एक नया शॉपिंग मॉल बनाने
के लिए बिल्डर्स एक महिला के घर की जमीन खरीदना चाहते थे। इसके लिए
उन्होंने बुजुर्ग महिला को 1 मिलियन डॉलर (लगभग 7 करोड़ रुपये) की पेशकश भी
की। लेकिन महिला ने उनके ऑफर को ठुकरा दिया, जिसके बाद वो स्थानीय लोगों
के लिए 'हीरो' बन गई। इतना ही नहीं, डेवलेपर्स को मजबूरन महिला के घर के आस
पास ही मॉल बनाना पड़ा, जिसके कारण ये घर मॉल के परिसर में अलग ही नजर आता
है। बता दें, यह घटना साल 2006 में वाशिंगटन के सिएटल में हुई थी।
इतने रुपये में खरीदा था महिला ने घर
यह
108 साल पुराना घर बहुत महंगा नहीं था। हालांकि, प्रोपर्टी डेवलेपर्स नया
शॉपिंग मॉल बनाने के लिए इलाके के दूसरे घर खरीद चुके थे। इसलिए उन्होंने
शुरुआत में महिला को जमीन के 750,000 डॉलर (5,73,16,875 रुपये) ऑफर किए।
बाद में, एडिथ को मनाने के लिए उन्होंने रकम को 1 मिलियन डॉलर (लगभग 7
करोड़ रुपये) तक बढ़ा दिया। लेकिन एडिथ इस बात पर अड़ी रही कि वो जगह नहीं
छोड़ेंगी, और उन्होंने बिल्डर्स के करोड़ों के ऑफर भी ठुकरा दिया।
जब शॉपिंग मॉल से घिर गया महिला का घर
इसलिए बिल्डरों को मजबूरन उनके घर को छोड़कर ही मॉल बनाना पड़ा, जिसका
नतीजा ये हुआ कि अब भी महिला का घर मॉल के पांच मंजिला परिसर के ठीक बीच
में गर्व के साथ खड़ा नजर आता है। Seattle Times के अनुसार, 84 वर्षीय एडिथ
मेसफील्ड (Edith Macefield) ने साल 1952 में यह जमीन 3,750 डॉलर (2,86,637
रुपये) की खरीदी थी।
अब भी मॉल के बीचोबीच खड़ा है घर
लेकिन इस कहानी का एक दूसरा पार्ट भी है। दरअसल, एडिथ की उस व्यक्ति के साथ
दोस्ती हो गई थी, जो 2006 में मॉल के निर्माण का कंस्ट्रक्टर मैनेजर (बेरी
मार्टिन) था। दोनों इतने करीब आ गए थे कि 2008 में जब एडिथ की मृत्यु हुई
तो उन्होंने अपना घर मार्टिन के लिए छोड़ दिया। लेकिन जब मार्टिन बेरोजगार
हो गए तो उन्होंने उस घर को बेच दिया।
इसलिए नहीं बेचना चाहती थीं घर
एक इंटरव्यू में मार्टिन ने एडिथ के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए
बताया, 'बहुत से लोग सोचते हैं कि वो विकास (डेवलेपमेंट) के खिलाफ थीं,
लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं था। असल में, वह दोबारा नई जगह बसने की प्रक्रिया
से नहीं गुजरना चाहती थीं। बाद में, ये घर डिज्नी (Disney) की मशहूर फिल्म
Up के लिए प्रेरणा भी बना! हालांकि, ये खुलासा बाद में हुआ कि इस फिल्म का
निर्माण साल 2004 में ही शुरू हो गया था। जबकि घर बेचने की बात इसके बाद
की है।
यह दिलचस्प मामला अमेरिका के वाशिंगटन का है, जहां एक नया शॉपिंग मॉल बनाने
के लिए बिल्डर्स एक महिला के घर की जमीन खरीदना चाहते थे। इसके लिए
उन्होंने बुजुर्ग महिला को 1 मिलियन डॉलर (लगभग 7 करोड़ रुपये) की पेशकश भी
की। लेकिन महिला ने उनके ऑफर को ठुकरा दिया, जिसके बाद वो स्थानीय लोगों
के लिए 'हीरो' बन गई। इतना ही नहीं, डेवलेपर्स को मजबूरन महिला के घर के आस
पास ही मॉल बनाना पड़ा, जिसके कारण ये घर मॉल के परिसर में अलग ही नजर आता
है। बता दें, यह घटना साल 2006 में वाशिंगटन के सिएटल में हुई थी।
इतने रुपये में खरीदा था महिला ने घर
यह
108 साल पुराना घर बहुत महंगा नहीं था। हालांकि, प्रोपर्टी डेवलेपर्स नया
शॉपिंग मॉल बनाने के लिए इलाके के दूसरे घर खरीद चुके थे। इसलिए उन्होंने
शुरुआत में महिला को जमीन के 750,000 डॉलर (5,73,16,875 रुपये) ऑफर किए।
बाद में, एडिथ को मनाने के लिए उन्होंने रकम को 1 मिलियन डॉलर (लगभग 7
करोड़ रुपये) तक बढ़ा दिया। लेकिन एडिथ इस बात पर अड़ी रही कि वो जगह नहीं
छोड़ेंगी, और उन्होंने बिल्डर्स के करोड़ों के ऑफर भी ठुकरा दिया।
जब शॉपिंग मॉल से घिर गया महिला का घर
इसलिए बिल्डरों को मजबूरन उनके घर को छोड़कर ही मॉल बनाना पड़ा, जिसका
नतीजा ये हुआ कि अब भी महिला का घर मॉल के पांच मंजिला परिसर के ठीक बीच
में गर्व के साथ खड़ा नजर आता है। Seattle Times के अनुसार, 84 वर्षीय एडिथ
मेसफील्ड (Edith Macefield) ने साल 1952 में यह जमीन 3,750 डॉलर (2,86,637
रुपये) की खरीदी थी।
अब भी मॉल के बीचोबीच खड़ा है घर
लेकिन इस कहानी का एक दूसरा पार्ट भी है। दरअसल, एडिथ की उस व्यक्ति के साथ
दोस्ती हो गई थी, जो 2006 में मॉल के निर्माण का कंस्ट्रक्टर मैनेजर (बेरी
मार्टिन) था। दोनों इतने करीब आ गए थे कि 2008 में जब एडिथ की मृत्यु हुई
तो उन्होंने अपना घर मार्टिन के लिए छोड़ दिया। लेकिन जब मार्टिन बेरोजगार
हो गए तो उन्होंने उस घर को बेच दिया।
इसलिए नहीं बेचना चाहती थीं घर
एक इंटरव्यू में मार्टिन ने एडिथ के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए
बताया, 'बहुत से लोग सोचते हैं कि वो विकास (डेवलेपमेंट) के खिलाफ थीं,
लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं था। असल में, वह दोबारा नई जगह बसने की प्रक्रिया
से नहीं गुजरना चाहती थीं। बाद में, ये घर डिज्नी (Disney) की मशहूर फिल्म
Up के लिए प्रेरणा भी बना! हालांकि, ये खुलासा बाद में हुआ कि इस फिल्म का
निर्माण साल 2004 में ही शुरू हो गया था। जबकि घर बेचने की बात इसके बाद
की है।