कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव कम होने के साथ इस बार गर्मियों के सीजन
में रिकॉर्ड तोड़ शादियां होने वाली हैं. क्योंकि कोरोना की तीनों लहर के
चलते शादी-विवाह होने की रफ्तार कम हो गई थी. अब अप्रैल से लेकर जुलाई तक
जमकर बैंड-बाजा बजेगा. आगामी तीन महीने शादियों का बंम्पर शुभ मुहूर्त आने
वाला है. हालांकि बीती सर्दियों के सीजन में भी खूब शादियां हुई थीं.
पंडितों के अनुसार गुरु-शुक्र के उदयाकाल में इस बार लोग ग्रीष्म ऋतु
में छोटे स्तर पर ही सही लेकिन विवाह या मांगलिक कार्यों को जल्द करना
चाहते हैं. पंडित रोहित दुबे कहते हैं कि विवाह मुहूर्त इस बार गर्मियों
में अच्छे और सुफल देने वाले हैं. तीन सालों बाद गर्मी सीजन में ज्यादा
शादियां होने वाली हैं. क्योंकि इससे पहले दो साल गर्मियों के सीजन में ही
कोरोना का पीक आया था, जिससे शादियां टल गई लेकिन, तीसरे साल कोरोना से कुछ
राहत मिलती दिख रही है. इसीलिए इस बार गर्मियों में शादी के मुहूर्त 15
अप्रैल से 8 जुलाई तक हैं. मई में अक्षय तृतीया का अबूझ मुहूर्त भी है.
15 अप्रैल से 8 जुलाई तक संयोग
पंडित रोहित दुबे कहते हैं कि इस बार 15 अप्रैल से विवाह योग हैं. 8
जुलाई भड़ली नवमी तक विवाह होंगे. इसमें 3 मई जो अबूझ मुहूर्त अक्षया
तृतीया है, उसमें हमेशा की तरह सामान्य से अधिक शादियां होने वाली हैं.
जुलाई माह के बाद चौमासे में विवाह थम जाएंगे. उसके बाद देवउठनी एकादशी से
शादियां आरंभ न होकर 26 नवंबर गुरु-शुक्र के उदयाकाल से विवाह होंगे. अबूझ
मुहूतों में आमतौर पर बिना संयोग के ही शादियां संपन्न होती हैं.
गर्मी में विवाह के शुभ मुहूर्त
अप्रैल माह में 15, 17, 19 से 23, 27, 28 तारीख
मई माह में 2 से 4, 9 से 20, 24 से 31 तारीख
जून माह में 1,3 से 17, 21 से 23, 26 तारीख
जुलाई माह में 2, 3, 5, 6, 8 तक तारीख
बारिश में 109 दिन का ब्रेक
बारिश के चार महीने ब्रेक के बाद 26 नवंबर से फिर से विवाह आरंभ होंगे.
नवंबर महीने में 26, 27, 28 तारीख और साल के अंतिम महीने दिसंबर में 2 से
4, 7 से 9 तारीख, इसके बाद फिर 13 से 15 दिसंबर तक विवाह होंगे. पंडितों के
अनुसार सर्दियों के दिनों में औसत रूप से अधिक शादियां दिसंबर महीने में
ही होती हैं.
कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव कम होने के साथ इस बार गर्मियों के सीजन
में रिकॉर्ड तोड़ शादियां होने वाली हैं. क्योंकि कोरोना की तीनों लहर के
चलते शादी-विवाह होने की रफ्तार कम हो गई थी. अब अप्रैल से लेकर जुलाई तक
जमकर बैंड-बाजा बजेगा. आगामी तीन महीने शादियों का बंम्पर शुभ मुहूर्त आने
वाला है. हालांकि बीती सर्दियों के सीजन में भी खूब शादियां हुई थीं.
पंडितों के अनुसार गुरु-शुक्र के उदयाकाल में इस बार लोग ग्रीष्म ऋतु
में छोटे स्तर पर ही सही लेकिन विवाह या मांगलिक कार्यों को जल्द करना
चाहते हैं. पंडित रोहित दुबे कहते हैं कि विवाह मुहूर्त इस बार गर्मियों
में अच्छे और सुफल देने वाले हैं. तीन सालों बाद गर्मी सीजन में ज्यादा
शादियां होने वाली हैं. क्योंकि इससे पहले दो साल गर्मियों के सीजन में ही
कोरोना का पीक आया था, जिससे शादियां टल गई लेकिन, तीसरे साल कोरोना से कुछ
राहत मिलती दिख रही है. इसीलिए इस बार गर्मियों में शादी के मुहूर्त 15
अप्रैल से 8 जुलाई तक हैं. मई में अक्षय तृतीया का अबूझ मुहूर्त भी है.
15 अप्रैल से 8 जुलाई तक संयोग
पंडित रोहित दुबे कहते हैं कि इस बार 15 अप्रैल से विवाह योग हैं. 8
जुलाई भड़ली नवमी तक विवाह होंगे. इसमें 3 मई जो अबूझ मुहूर्त अक्षया
तृतीया है, उसमें हमेशा की तरह सामान्य से अधिक शादियां होने वाली हैं.
जुलाई माह के बाद चौमासे में विवाह थम जाएंगे. उसके बाद देवउठनी एकादशी से
शादियां आरंभ न होकर 26 नवंबर गुरु-शुक्र के उदयाकाल से विवाह होंगे. अबूझ
मुहूतों में आमतौर पर बिना संयोग के ही शादियां संपन्न होती हैं.
गर्मी में विवाह के शुभ मुहूर्त
अप्रैल माह में 15, 17, 19 से 23, 27, 28 तारीख
मई माह में 2 से 4, 9 से 20, 24 से 31 तारीख
जून माह में 1,3 से 17, 21 से 23, 26 तारीख
जुलाई माह में 2, 3, 5, 6, 8 तक तारीख
बारिश में 109 दिन का ब्रेक
बारिश के चार महीने ब्रेक के बाद 26 नवंबर से फिर से विवाह आरंभ होंगे.
नवंबर महीने में 26, 27, 28 तारीख और साल के अंतिम महीने दिसंबर में 2 से
4, 7 से 9 तारीख, इसके बाद फिर 13 से 15 दिसंबर तक विवाह होंगे. पंडितों के
अनुसार सर्दियों के दिनों में औसत रूप से अधिक शादियां दिसंबर महीने में
ही होती हैं.