नई दिल्ली. अडानी पावर ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने अपनी छह पूर्ण स्वामित्व वाली
सब्सिडियरी कंपनियों के अपने साथ विलय के लिए एक समामेलन योजना को मंजूरी
दे दी है।
बीएसई फाइलिंग में कहा गया है, "अडानी पावर लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 22
मार्च, 2022 को हुई अपनी बैठक में, आवश्यक अनुमोदन/सहमति के अधीन, कंपनी की
विभिन्न पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के समामेलन की योजना को
मंजूरी दी।"
इन
कंपनियों का होगा वियल
फाइलिंग के अनुसार, अडानी पावर के साथ विलय की जाने वाली सहायक कंपनियां
अडानी पावर महाराष्ट्र लिमिटेड, अडानी पावर राजस्थान लिमिटेड, अदानी पावर
(मुंद्रा) लिमिटेड, उडुपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, रायपुर एनर्जी लिमिटेड
और रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड हैं। बता दें कि ये कंपनियां अडानी पावर
की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियां हैं।
अडानी पावर को मिलेंगी इन कंपनियों की संपत्ति
योजना की नियत तिथि 1 अक्टूबर, 2021 होगी। इन छह कंपनियों की पूरी संपत्ति
और देनदारियां अडानी पावर को ट्रांसफर कर दी जाएंगी। इस योजना का उद्देश्य
अधिक लचीला और मजबूत कंपनी का निर्माण करना है। कपंनी की फाइलिंग में कहा
गया है कि लंबी अवधि में बेहतर वित्तीय रिटर्न हासिल करने के लिए केंद्रित
तरीके से कारकों पर ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि इस विलय योजना के तहत
कंपनी के इक्विटी शेयरधारिता पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि
योजना के संबंध में फर्म द्वारा कोई शेयर जारी नहीं किया जा रहा है। अडानी
पावर की छह शाखाएं बिजली उत्पादन और बिक्री के कारोबार में भी लगी हुई हैं।
अडानी पावर के शेयर में जबरदस्त तेजी
इस खबर के बाद अडानी पावर के शेयरों (Adani power share price) में आज
जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। बाजार खुलते ही कंपनी के शेयर 8.57%
फीसदी उछलकर 134.35 रुपये पर पहुंच गए थे। फिलहाल अडानी पावर के शेयर 6.55%
तेजी के साथ 131.85 पर कारोबार कर रहे हैं।
नई दिल्ली. अडानी पावर ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने अपनी छह पूर्ण स्वामित्व वाली
सब्सिडियरी कंपनियों के अपने साथ विलय के लिए एक समामेलन योजना को मंजूरी
दे दी है।
बीएसई फाइलिंग में कहा गया है, "अडानी पावर लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 22
मार्च, 2022 को हुई अपनी बैठक में, आवश्यक अनुमोदन/सहमति के अधीन, कंपनी की
विभिन्न पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के समामेलन की योजना को
मंजूरी दी।"
इन
कंपनियों का होगा वियल
फाइलिंग के अनुसार, अडानी पावर के साथ विलय की जाने वाली सहायक कंपनियां
अडानी पावर महाराष्ट्र लिमिटेड, अडानी पावर राजस्थान लिमिटेड, अदानी पावर
(मुंद्रा) लिमिटेड, उडुपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, रायपुर एनर्जी लिमिटेड
और रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड हैं। बता दें कि ये कंपनियां अडानी पावर
की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियां हैं।
अडानी पावर को मिलेंगी इन कंपनियों की संपत्ति
योजना की नियत तिथि 1 अक्टूबर, 2021 होगी। इन छह कंपनियों की पूरी संपत्ति
और देनदारियां अडानी पावर को ट्रांसफर कर दी जाएंगी। इस योजना का उद्देश्य
अधिक लचीला और मजबूत कंपनी का निर्माण करना है। कपंनी की फाइलिंग में कहा
गया है कि लंबी अवधि में बेहतर वित्तीय रिटर्न हासिल करने के लिए केंद्रित
तरीके से कारकों पर ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि इस विलय योजना के तहत
कंपनी के इक्विटी शेयरधारिता पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि
योजना के संबंध में फर्म द्वारा कोई शेयर जारी नहीं किया जा रहा है। अडानी
पावर की छह शाखाएं बिजली उत्पादन और बिक्री के कारोबार में भी लगी हुई हैं।
अडानी पावर के शेयर में जबरदस्त तेजी
इस खबर के बाद अडानी पावर के शेयरों (Adani power share price) में आज
जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। बाजार खुलते ही कंपनी के शेयर 8.57%
फीसदी उछलकर 134.35 रुपये पर पहुंच गए थे। फिलहाल अडानी पावर के शेयर 6.55%
तेजी के साथ 131.85 पर कारोबार कर रहे हैं।