रायपुर । छत्तीसगढ़ में निवेशकों
की राशि वापसी के लिए चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई लगातार जारी है। जिला
प्रशासन द्वारा ऐसी कंपनियों के संचालकों और उनकी संपत्तियों की पहचान की
जा रही है। बताया जा रहा है कि अभी चिटफंड कंपनियों के 14 डायरेक्टर
गिरफ्तार हो चुके हैं और 17 चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों की पहचान हो
चुकी है। इन संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों की राशि लौटाई जाएगी।
तीन लाख 19 हजार 739 आवेदन मिले
चिटफंड
कंपनियों के निवेशकों से रायपुर जिले में तीन लाख 19 हजार 739 आवेदन मिले
हैं। जिला स्तर पर इन आवेदनों की स्क्रूटनी कर आनलाइन एंट्री पूरी कर ली गई
है। चिटफंड कंपनी और उनकी संपत्ति की जानकारी अन्य जिलों और राज्यों से भी
ली जा रही है। संपत्तियां मिलते ही नीलामी की कार्रवाई भी की जाएगी।
इनकी हो चुकी गिरफ्तारी
अभी तक साईं प्रकाश प्रापर्टी डेवलपमेंट कंपनी, गोल्ड की इन्फावेंचर
लिमिटेड (जीके वेंचर) अग्रोहानगर, डीडीनगर रायपुर एवं डेसीड बेनिफिट कंपनी
लालपुर रायपुर, पीएसीएल इंडिया लिमिटेड, पल्स ग्रीन, जीएन गोल्ड कंपनी,
वसुंधरा रियलकान लिमिटेड कंपनी, बीएन गोल्ड, सनसाइन इन्फा बिल्ड
कार्पोरेशन लिमिटेड चिटफंड कंपनियों के संचालक मंडल के सदस्यों को गिरफ्तार
कर जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही कुछ अन्य कंपनियों के संचालकों की
पतासाजी की जा रही है।
17 चिटफंड कंपनियों की पहचान, दो कंपनियों से मिले चार करोड़
जिला
प्रशासन द्वारा 17 चिटफंड कंपनियों की पहचान कर ली गई है और संपत्तियों की
नीलामी भी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि दो कंपनियों से चार करोड़ से
अधिक की राशि भी मिली है। बताया जा रहा है कि देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट
लिमिटेड की संपत्ति की नीलामी से चार करोड़ 14 लाख 92 हजार 500 रुपये मिले
हैं। इसके साथ ही शुष्क इंडिया कंपनी की संपत्ति कुर्की से छह लाख 45 हजार
रुपये की राशि मिली है।
अब तक 11 हजार 513 निवेशकों से मिली आनलाइन जानकारी
चिटफंड
कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों के आवेदनों की जांच के बाद जिला
प्रशासन रायपुर ने पाया कि इन आवेदनों में बहुत-सी जानकारियों का अभाव है।
जिला प्रशासन ने इन सभी कमियों को दूर करने और निवेशकों से सही जानकारी के
लिए न्याय वेब लिंक शुरू किया है और इसमें ही जानकारी व दस्तावेज अपलोड
करने कहा है। अभी तक देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड के कुल 20 हजार
655 निवेशकों में से 11 हजार 513 निवेशकों ने वेबलिंक के माध्यम से सही
जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करा दी है।
रायपुर । छत्तीसगढ़ में निवेशकों
की राशि वापसी के लिए चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई लगातार जारी है। जिला
प्रशासन द्वारा ऐसी कंपनियों के संचालकों और उनकी संपत्तियों की पहचान की
जा रही है। बताया जा रहा है कि अभी चिटफंड कंपनियों के 14 डायरेक्टर
गिरफ्तार हो चुके हैं और 17 चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों की पहचान हो
चुकी है। इन संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों की राशि लौटाई जाएगी।
तीन लाख 19 हजार 739 आवेदन मिले
चिटफंड
कंपनियों के निवेशकों से रायपुर जिले में तीन लाख 19 हजार 739 आवेदन मिले
हैं। जिला स्तर पर इन आवेदनों की स्क्रूटनी कर आनलाइन एंट्री पूरी कर ली गई
है। चिटफंड कंपनी और उनकी संपत्ति की जानकारी अन्य जिलों और राज्यों से भी
ली जा रही है। संपत्तियां मिलते ही नीलामी की कार्रवाई भी की जाएगी।
इनकी हो चुकी गिरफ्तारी
अभी तक साईं प्रकाश प्रापर्टी डेवलपमेंट कंपनी, गोल्ड की इन्फावेंचर
लिमिटेड (जीके वेंचर) अग्रोहानगर, डीडीनगर रायपुर एवं डेसीड बेनिफिट कंपनी
लालपुर रायपुर, पीएसीएल इंडिया लिमिटेड, पल्स ग्रीन, जीएन गोल्ड कंपनी,
वसुंधरा रियलकान लिमिटेड कंपनी, बीएन गोल्ड, सनसाइन इन्फा बिल्ड
कार्पोरेशन लिमिटेड चिटफंड कंपनियों के संचालक मंडल के सदस्यों को गिरफ्तार
कर जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही कुछ अन्य कंपनियों के संचालकों की
पतासाजी की जा रही है।
17 चिटफंड कंपनियों की पहचान, दो कंपनियों से मिले चार करोड़
जिला
प्रशासन द्वारा 17 चिटफंड कंपनियों की पहचान कर ली गई है और संपत्तियों की
नीलामी भी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि दो कंपनियों से चार करोड़ से
अधिक की राशि भी मिली है। बताया जा रहा है कि देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट
लिमिटेड की संपत्ति की नीलामी से चार करोड़ 14 लाख 92 हजार 500 रुपये मिले
हैं। इसके साथ ही शुष्क इंडिया कंपनी की संपत्ति कुर्की से छह लाख 45 हजार
रुपये की राशि मिली है।
अब तक 11 हजार 513 निवेशकों से मिली आनलाइन जानकारी
चिटफंड
कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों के आवेदनों की जांच के बाद जिला
प्रशासन रायपुर ने पाया कि इन आवेदनों में बहुत-सी जानकारियों का अभाव है।
जिला प्रशासन ने इन सभी कमियों को दूर करने और निवेशकों से सही जानकारी के
लिए न्याय वेब लिंक शुरू किया है और इसमें ही जानकारी व दस्तावेज अपलोड
करने कहा है। अभी तक देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड के कुल 20 हजार
655 निवेशकों में से 11 हजार 513 निवेशकों ने वेबलिंक के माध्यम से सही
जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करा दी है।