पटना. राष्ट्रीय जनता दल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी
और बिहार की नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। राजद के मुख्य प्रवक्ता
भाई वीरेन्द्र ने कहा कि ‘रिम्स रांची के मेडिकल बोर्ड ने लालू प्रसाद की
किडनी की स्थिति काफी गंभीर बताकर दिल्ली एम्स में इलाज के लिए रेफर किया
था, लेकिन एम्स ने उन्हें रांची वापस भेज दिया है। उन्होंने कहा कि नेता
लालू प्रसाद की हत्या की साजिश केन्द्र और बिहार सरकार मिलकर कर रही है।
विवाद बढ़ने के बाद एम्स ने लालू प्रसाद यादव को दोबारा भर्ती कर लिया
है। और उन्हें इमर्जेंसी में रखा गया है। उनके किडनी और कई जरूरी जांच की
गई है। जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ये
फैसला लिया जाएगा कि उन्हें एम्स में भर्ती किया जाएगा या नहीं।
भाजपा के प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा है कि लालू प्रसाद का मामला
कोर्ट से जुड़ा है और स्वास्थ्य से जुड़ा है। दिल्ली एम्स रेफर तो किया
गया, पर डॉक्टरों को जब लगेगा कि यहां लगातार रखकर इलाज किया जाए तभी तो
ऐसा किया जाएगा। ये सब डॉक्टरों को तय करना है, सरकार को नहीं। सस्ती
लोकप्रियता और सहानुभूति हासिल करने के लिए राजद के लोग इस पर बेवजह
बयानबाजी कर रहे हैं।
रिम्स में लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉ. विद्यापति ने बताया कि
लालू यादव की स्थिति गंभीर है। उनकी किडनी स्टेज 5 में पहुंच गई है। हार्ट
फेलियर के चांसेस भी हैं। इन्हीं सब स्थितियों की समीक्षा करने के बाद
उन्हें दिल्ली एम्स रेफर किया गया था। उन्होंने बताया कि अभी तक एम्स
प्रबंधन की और से कोई अधिकारी सूचना उन्हें नहीं मिली है कि लालू प्रसाद
यादव रिम्स लौट रहे हैं।
चारा घोटाला में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की रिम्स
में स्थिति खराब होने के बाद 22 मार्च की शाम उन्हें एम्स शिफ्ट किया गया
था। वहां इमर्जेंसी वार्ड में उन्हें रातभर ऑब्जर्वेशन में रखा गया, इसके
बाद 4 बजे सुबह उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। एम्स सूत्रों की मानें तो
उन्हें रिम्स के डॉक्टरों से ही इलाज कराने की सलाह दी गई है।