मामला करीब एक साल पुराना है जिसमे एजेंट ने झांसा देकर लोगों से पैसे लिए और फर्जी पासबुक थमाया। इस फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद सरस्वती नगर थाने में केस नंबर 114/21 पर FIR दर्ज किया गया था।
ज्ञात हो कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में स्थित उप डाकघर में एजेंट के रूप में कार्यरत भूपेंद्र पांडेय और आकांशा पांडेय ने लोगों को विभिन्न योजनाओं का झांसा देकर उनसे पैसे नगद और चेक के माध्यम से लिये और फर्जी पासबुक लोगों को दिए।
सरस्वती नगर थाना से प्राप्त रिपोर्ट अनुसार व्यक्तियों की शिकायतों पर FIR दर्ज कर विवेचना में लिया गया जिसमें करोड़ों के रुपये गबन के सबूत मिले हैं। इसी तारतम्य में आज आजाद चौक सीएसपी रत्ना सिंह ने सरस्वती नगर थाने में पीड़ितों का बयान लिया गया और उस समय थाना प्रभारी अमित कुमार तिवारी भी उपस्थित थे। यहां बताना उचित होगा कि अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मामला करीब एक साल पुराना है जिसमे एजेंट ने झांसा देकर लोगों से पैसे लिए और फर्जी पासबुक थमाया। इस फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद सरस्वती नगर थाने में केस नंबर 114/21 पर FIR दर्ज किया गया था।
ज्ञात हो कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में स्थित उप डाकघर में एजेंट के रूप में कार्यरत भूपेंद्र पांडेय और आकांशा पांडेय ने लोगों को विभिन्न योजनाओं का झांसा देकर उनसे पैसे नगद और चेक के माध्यम से लिये और फर्जी पासबुक लोगों को दिए।
सरस्वती नगर थाना से प्राप्त रिपोर्ट अनुसार व्यक्तियों की शिकायतों पर FIR दर्ज कर विवेचना में लिया गया जिसमें करोड़ों के रुपये गबन के सबूत मिले हैं। इसी तारतम्य में आज आजाद चौक सीएसपी रत्ना सिंह ने सरस्वती नगर थाने में पीड़ितों का बयान लिया गया और उस समय थाना प्रभारी अमित कुमार तिवारी भी उपस्थित थे। यहां बताना उचित होगा कि अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।