गर्मियां आते ही खाने-पीने में सावधानी का समय भी शुरू हो जाता है. तपा
देने वाले मौसम में खाने में हुई जरा सी लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है.
डिहाइड्रेशन, मतली, उल्टी, के अलावा सिर चकराना और दूसरी परेशानियां भी हो
सकती हैं. इस मौसम में सबसे ज्यादा परेशान
वो महिलाएं होती हैं जो या तो प्रेग्नेंट हों या पीरियड्स के दौर से गुजर
रही हों. जिन्हें मूड स्विंग्स के साथ साथ पेट दर्द या ब्लॉटिंग की परेशानी
भी हो सकती हैं. इस मुश्किल से निपटने के लिए अपना खान पान खासतौर से ब्रेकफास्ट की हैबिट्स में थोड़े बहुत बदलाव कर आप राहत पा सकते हैं.
ब्रेकफास्ट में शामिल करें ये चीजें स्वाद के साथ सेहत भी रहेगी तरोताजाः
सत्तू-
सत्तू जिसे अलग अलग तरह के अनाजों को पीस
कर बनाया जाता है. ये कई तरह विटामिन्स और मिनरल्स की कमी को पूरा करता
है. सुबह सुबह इसका नाश्ता कंप्लीट डाइट के समान है. आप चाहें तो सत्तू को
ठंडे पानी में मिक्स कर नमक या शक्कर डाल कर खाएं या उपमें की तरह पका लें.
इसमें मौजूद फाइबर कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर करते हैं.
लौकी के पराठे-
नाश्ते
में कुछ हैवी खाने का मन हो तो लौकी पराठा बेस्ट ऑप्शन है. ये आपको एनर्जी
देने के साथ साथ आपका डाइजेशन भी ठीक रखने में मदद कर सकता है.
खीरा या पपीता-
खीरा
या पपीता दोनों ही डाइजेशन के लिए बहुत अच्छे हैं. दोनो ही बॉडी को
हाइड्रेट भी रखते हैं. खीरे और पपीते के फाइबर पेट की कई समस्याओं को दूर
करते हैं. गैस, एसिडिटी या इनडाइजेशन को भी ठीक करने में दोनों कारगर हैं.
आप चाहें तो खीरे का रायता भी बना सकते हैं. इसी तरह पपीते का शेक बनाकर पी
सकते हैं.
पुदीने की चटनी और खिचड़ी-
गर्मियों
में पुदीने को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना फायदेमंद है.पुदीने से पेट को
ठंडक मिलती है और खाना भी जल्दी डाइजेस्ट होता है. पुदीने की चटनी के साथ
मूंग दाल की बनी खिचड़ी खाएं. इससे कार्ब्स औऱ प्रोटीन की कमी भी पूरी
होगी. ये कॉम्बिनेशन हाजमे के लिए भी अच्छा है.
दही चूड़ा-
दही
चूड़ा भी नाश्ते के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है. और भी अच्छा होगा यदि इसमें
दही का अनुपात चूड़े से अधिक रखा जाए. चूड़े में मौजूद फाइबर पेट के लिए
फायदेमंद हैं और दही एसिडिटी, कब्ज जैसी पेट की समस्याओं को दूर करने में
कारगर है. साथ ही ठंडक भी पहुंचा सकता है.
गर्मियां आते ही खाने-पीने में सावधानी का समय भी शुरू हो जाता है. तपा
देने वाले मौसम में खाने में हुई जरा सी लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है.
डिहाइड्रेशन, मतली, उल्टी, के अलावा सिर चकराना और दूसरी परेशानियां भी हो
सकती हैं. इस मौसम में सबसे ज्यादा परेशान
वो महिलाएं होती हैं जो या तो प्रेग्नेंट हों या पीरियड्स के दौर से गुजर
रही हों. जिन्हें मूड स्विंग्स के साथ साथ पेट दर्द या ब्लॉटिंग की परेशानी
भी हो सकती हैं. इस मुश्किल से निपटने के लिए अपना खान पान खासतौर से ब्रेकफास्ट की हैबिट्स में थोड़े बहुत बदलाव कर आप राहत पा सकते हैं.
ब्रेकफास्ट में शामिल करें ये चीजें स्वाद के साथ सेहत भी रहेगी तरोताजाः
सत्तू-
सत्तू जिसे अलग अलग तरह के अनाजों को पीस
कर बनाया जाता है. ये कई तरह विटामिन्स और मिनरल्स की कमी को पूरा करता
है. सुबह सुबह इसका नाश्ता कंप्लीट डाइट के समान है. आप चाहें तो सत्तू को
ठंडे पानी में मिक्स कर नमक या शक्कर डाल कर खाएं या उपमें की तरह पका लें.
इसमें मौजूद फाइबर कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर करते हैं.
लौकी के पराठे-
नाश्ते
में कुछ हैवी खाने का मन हो तो लौकी पराठा बेस्ट ऑप्शन है. ये आपको एनर्जी
देने के साथ साथ आपका डाइजेशन भी ठीक रखने में मदद कर सकता है.
खीरा या पपीता-
खीरा
या पपीता दोनों ही डाइजेशन के लिए बहुत अच्छे हैं. दोनो ही बॉडी को
हाइड्रेट भी रखते हैं. खीरे और पपीते के फाइबर पेट की कई समस्याओं को दूर
करते हैं. गैस, एसिडिटी या इनडाइजेशन को भी ठीक करने में दोनों कारगर हैं.
आप चाहें तो खीरे का रायता भी बना सकते हैं. इसी तरह पपीते का शेक बनाकर पी
सकते हैं.
पुदीने की चटनी और खिचड़ी-
गर्मियों
में पुदीने को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना फायदेमंद है.पुदीने से पेट को
ठंडक मिलती है और खाना भी जल्दी डाइजेस्ट होता है. पुदीने की चटनी के साथ
मूंग दाल की बनी खिचड़ी खाएं. इससे कार्ब्स औऱ प्रोटीन की कमी भी पूरी
होगी. ये कॉम्बिनेशन हाजमे के लिए भी अच्छा है.
दही चूड़ा-
दही
चूड़ा भी नाश्ते के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है. और भी अच्छा होगा यदि इसमें
दही का अनुपात चूड़े से अधिक रखा जाए. चूड़े में मौजूद फाइबर पेट के लिए
फायदेमंद हैं और दही एसिडिटी, कब्ज जैसी पेट की समस्याओं को दूर करने में
कारगर है. साथ ही ठंडक भी पहुंचा सकता है.