Breaking News

पीलीभीत में अनोखी साइकिल बनी चर्चा का विषय, देखने व सेल्फी लेने के लिए उमड़:

post








 पीलीभीत के चिड़िया दाह गांव
निवासी अता हुसैन की अनोखी साइकिल इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है.
दरअसल, 42 साल के अता हुसैन स्टील बैल्डिंग का काम करते हैं, जिनकी ख्वाहिश
है कि लोग उन्हें अलग पहचान के लिए जानें. उन्होंने महज 20 दिनों की कड़ी
मेहनत कर छह फिट ऊंची व छह फिट लम्बी साइकिल बना डाली है. लोगों में अनोखी
साईकिल को देखने व सेल्फी लेने का हुजूम उमड़ पड़ता है.


क्यों है पहचान
आपको बता दें अता हुसैन अपने दो
बच्चों व पत्नी के साथ रहते हैं. वे बैल्डिंग का काम कर अपना गुजर बसर करते
है. बड़ा बेटा 18 वर्ष का अरमान रजा जो अपने पिता के साथ उनके काम में हाथ
बंटाता है. वहीं छोटी छह साल की खदीजा बेटी पढ़ाई करती है. अता हुसैन की
कमाई से उनका घर चलता है. लेकिन उनकी पहचान जिले से देश भर में इसलिए भी
चर्चित है क्योंकि इन दिनों विधानसभा का चुनाव है. समाजवादी पार्टी का
चुनाव चिह्न भी साइकिल है. जिसकी वजह से भी अनोखी साइकिल की खूब चर्चा.
यहां तक कि लोगों का कहना है सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को ब्रांड अम्बेसडर बना
देना चाहिए.


क्या कहते हैं हुसैन
अता हुसैन ने बताया कि मेरी
खाव्हिश थी कि मैं समाज में सबसे अलग दिखूं इसलिए मैंने यह 6×6 की साइकिल
का निर्माण किया है.


समाजवादी पार्टी का चुनाव चिह्न तो है ही चुनाव में
उनका प्रचार भी हो रहा है. लेकिन मैंने यह चुनाव प्रचार के लिए नहीं बनाई
है. मुझे लोग अलग से पहचाने और रोक कर मुझसे बात करें. मेरे प्रति लोग
आकर्षित हों यही मैं चाहता हूं. चुनावी समय चल रहा है इसलिए इसको लोग
पार्टी से जोड़कर भी देख रहे हैं. उनके लिए यदि यह प्रचार लगता है तो
पीलीभीत जिले के लिए ये बेहद खुशी की बात है.


चुनाव में चर्चा
विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर इस
अनोखी साइकिल की रफ्तार को सपा के चुनाव चिह्न से भी लोग जोड़कर देख रहे
हैं. लेकिन अता हुसैन का कहना है कि उन्हें लोग अलग से जाने इसी आकर्षण के
लिए उन्होंने इसका निर्माण किया है.










 पीलीभीत के चिड़िया दाह गांव
निवासी अता हुसैन की अनोखी साइकिल इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है.
दरअसल, 42 साल के अता हुसैन स्टील बैल्डिंग का काम करते हैं, जिनकी ख्वाहिश
है कि लोग उन्हें अलग पहचान के लिए जानें. उन्होंने महज 20 दिनों की कड़ी
मेहनत कर छह फिट ऊंची व छह फिट लम्बी साइकिल बना डाली है. लोगों में अनोखी
साईकिल को देखने व सेल्फी लेने का हुजूम उमड़ पड़ता है.


क्यों है पहचान
आपको बता दें अता हुसैन अपने दो
बच्चों व पत्नी के साथ रहते हैं. वे बैल्डिंग का काम कर अपना गुजर बसर करते
है. बड़ा बेटा 18 वर्ष का अरमान रजा जो अपने पिता के साथ उनके काम में हाथ
बंटाता है. वहीं छोटी छह साल की खदीजा बेटी पढ़ाई करती है. अता हुसैन की
कमाई से उनका घर चलता है. लेकिन उनकी पहचान जिले से देश भर में इसलिए भी
चर्चित है क्योंकि इन दिनों विधानसभा का चुनाव है. समाजवादी पार्टी का
चुनाव चिह्न भी साइकिल है. जिसकी वजह से भी अनोखी साइकिल की खूब चर्चा.
यहां तक कि लोगों का कहना है सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को ब्रांड अम्बेसडर बना
देना चाहिए.


क्या कहते हैं हुसैन
अता हुसैन ने बताया कि मेरी
खाव्हिश थी कि मैं समाज में सबसे अलग दिखूं इसलिए मैंने यह 6×6 की साइकिल
का निर्माण किया है.


समाजवादी पार्टी का चुनाव चिह्न तो है ही चुनाव में
उनका प्रचार भी हो रहा है. लेकिन मैंने यह चुनाव प्रचार के लिए नहीं बनाई
है. मुझे लोग अलग से पहचाने और रोक कर मुझसे बात करें. मेरे प्रति लोग
आकर्षित हों यही मैं चाहता हूं. चुनावी समय चल रहा है इसलिए इसको लोग
पार्टी से जोड़कर भी देख रहे हैं. उनके लिए यदि यह प्रचार लगता है तो
पीलीभीत जिले के लिए ये बेहद खुशी की बात है.


चुनाव में चर्चा
विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर इस
अनोखी साइकिल की रफ्तार को सपा के चुनाव चिह्न से भी लोग जोड़कर देख रहे
हैं. लेकिन अता हुसैन का कहना है कि उन्हें लोग अलग से जाने इसी आकर्षण के
लिए उन्होंने इसका निर्माण किया है.



...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...