रायगढ़. कापू के ग्राम गांव धवाईडांड में तिहरे
हत्याकांड के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को देर रात को ही गिरिफ्तार
कर लिया गया है और इन चारों ने अपना जुर्म कबूल भी करते हुए हत्या करने की
वजह भी पुलिस को बता दिया है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने इस मामले की
जानकारी देते हुए बताया कि इन पुलिस ने अलग अलग धाराओं के तहत गिरिफ्तार कर
पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला क्षेत्र में महुआ
बिनने को लेकर हुआ था।
अधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया कि बुजुर्ग महिला.. उसका बेटा तथा एक
नाबालिग की पत्थर से कुचलकर हत्या केवल इसलिए कर दी गई कि ये तीनों ज्यादा
से ज्यादा महुआ बिनने के लिए देर रात को ही जंगल में पहुंच गए थे। जो दूसरे
पक्ष को नागवार गुजरा और इस नृशंस तीसरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
अधिकारिक सूत्रों ने हमारे एजेंसी को बताया कि जिन लोगों की हत्या हुई
दुहनी बाई (65 साल), उसके बेटे अमृत लाल (24 साल) और उसकी नतनी अमृता बाई
(14 साल) पास के गांव धवाईडांड के रहने वाले थे और इस इलाके में गर्मी के
दिनों में बहुतायत महुआ पेड़ो से गिरता है जिससे वहां के आदिवासियों को
ज्यादा से ज्यादा आय होती है। सूत्र बताते हैं कि ज्यादा आय कमाने के लिए
आदिवासी अपने परिवार के साथ जंगल में सबसे अधिक महुआ बिनने के लिए अपनी
तैयाारी करते हैं और इन तीनों ने भी यही कदम उठाया था।
इन तीनों को यह मालूम था कि कापू के आसपास के जंगलों में महुआ बिनने का
एक क्षेत्राधिकार बना हुआ है और एक दूसरे को ज्यादा महुआ बिनने से रोकने के
लिए कुछ समूह बने हुए हैं, और इसीलिए ये तीनों रात के अंधेरे में ही अधिक
महुआ बिनने की जुगत थे तब दूसरे पक्ष के आरोपी ने इस घटना को अंजाम दे दिया
और पत्थर से कुचलकर इन तीनों को मौत के घाट उतार दिया। एक अन्य जानकारी के
अनुसार इस जघन्य तीसरे हत्याकांड में शामिल चार आरोपियों को दबोच लिया
है।पकड़े गए चारो हत्यारो की गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना
ने की है और बताया कि इन चारो से लगातार पूछताछ जारी है।
पकड़े गए हत्यारों में विकेश अगरिया पिता फुलसाय उम्र 21 वर्ष, फुलसाय
अगरिया पिता जगनुसाय अगरिया उम्र 50 वर्ष, टूनीबाई पति फुलसाय अगरिया उम्र
46 वर्ष ,कौशल्या अगरिया पति विकेश अगरिया उम्र 19 वर्ष सभी निवासी ग्राम
चाल्हा थाना कापू के रहने वाले हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने इसकी
पुष्टि करते हुए बताया कि इस हत्याकांड में महिला की हत्या के बाद सोते हुए
पुरुषों को मौत के घाट उतार दिया गया था। अन्य सूत्र बताते हैं कि आदिवासी
इलाके में यह पहली बार हुआ है जब महुआ बिनने की प्रतिस्पर्धा में हत्यारो
ने ने तीन लोगों की जान ले ली है। पुलिस इस मामले में गिरिफ्तार चारो
आरोपियों से लगातार पूछताछ कर हत्या करने के पीछे की कहानी जानने में लगी
है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देश पर मात्र 10 घण्टे के भीतर
तिहरे हत्याकांड के चारो आरोपी पुलिस की गिरिफ्त में आये है।
रायगढ़. कापू के ग्राम गांव धवाईडांड में तिहरे
हत्याकांड के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को देर रात को ही गिरिफ्तार
कर लिया गया है और इन चारों ने अपना जुर्म कबूल भी करते हुए हत्या करने की
वजह भी पुलिस को बता दिया है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने इस मामले की
जानकारी देते हुए बताया कि इन पुलिस ने अलग अलग धाराओं के तहत गिरिफ्तार कर
पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला क्षेत्र में महुआ
बिनने को लेकर हुआ था।
अधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया कि बुजुर्ग महिला.. उसका बेटा तथा एक
नाबालिग की पत्थर से कुचलकर हत्या केवल इसलिए कर दी गई कि ये तीनों ज्यादा
से ज्यादा महुआ बिनने के लिए देर रात को ही जंगल में पहुंच गए थे। जो दूसरे
पक्ष को नागवार गुजरा और इस नृशंस तीसरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
अधिकारिक सूत्रों ने हमारे एजेंसी को बताया कि जिन लोगों की हत्या हुई
दुहनी बाई (65 साल), उसके बेटे अमृत लाल (24 साल) और उसकी नतनी अमृता बाई
(14 साल) पास के गांव धवाईडांड के रहने वाले थे और इस इलाके में गर्मी के
दिनों में बहुतायत महुआ पेड़ो से गिरता है जिससे वहां के आदिवासियों को
ज्यादा से ज्यादा आय होती है। सूत्र बताते हैं कि ज्यादा आय कमाने के लिए
आदिवासी अपने परिवार के साथ जंगल में सबसे अधिक महुआ बिनने के लिए अपनी
तैयाारी करते हैं और इन तीनों ने भी यही कदम उठाया था।
इन तीनों को यह मालूम था कि कापू के आसपास के जंगलों में महुआ बिनने का
एक क्षेत्राधिकार बना हुआ है और एक दूसरे को ज्यादा महुआ बिनने से रोकने के
लिए कुछ समूह बने हुए हैं, और इसीलिए ये तीनों रात के अंधेरे में ही अधिक
महुआ बिनने की जुगत थे तब दूसरे पक्ष के आरोपी ने इस घटना को अंजाम दे दिया
और पत्थर से कुचलकर इन तीनों को मौत के घाट उतार दिया। एक अन्य जानकारी के
अनुसार इस जघन्य तीसरे हत्याकांड में शामिल चार आरोपियों को दबोच लिया
है।पकड़े गए चारो हत्यारो की गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना
ने की है और बताया कि इन चारो से लगातार पूछताछ जारी है।
पकड़े गए हत्यारों में विकेश अगरिया पिता फुलसाय उम्र 21 वर्ष, फुलसाय
अगरिया पिता जगनुसाय अगरिया उम्र 50 वर्ष, टूनीबाई पति फुलसाय अगरिया उम्र
46 वर्ष ,कौशल्या अगरिया पति विकेश अगरिया उम्र 19 वर्ष सभी निवासी ग्राम
चाल्हा थाना कापू के रहने वाले हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने इसकी
पुष्टि करते हुए बताया कि इस हत्याकांड में महिला की हत्या के बाद सोते हुए
पुरुषों को मौत के घाट उतार दिया गया था। अन्य सूत्र बताते हैं कि आदिवासी
इलाके में यह पहली बार हुआ है जब महुआ बिनने की प्रतिस्पर्धा में हत्यारो
ने ने तीन लोगों की जान ले ली है। पुलिस इस मामले में गिरिफ्तार चारो
आरोपियों से लगातार पूछताछ कर हत्या करने के पीछे की कहानी जानने में लगी
है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देश पर मात्र 10 घण्टे के भीतर
तिहरे हत्याकांड के चारो आरोपी पुलिस की गिरिफ्त में आये है।