छत्तीसगढ़ राज्य में अपने कार्यसंचालन के जिलों जैसे कोरबा, रायगढ़, अम्बिकापुर, सूरजपुर आदि जिलों में से चयनित 520 युवाओं को एसईसीएल स्कील डेव्हलपमेंट का प्रशिक्षण प्रदान करेगी। सीएसआर के तहत इस हेतु विकसित प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन सिपेट के कोरबा व रायगढ़ सेन्टरों पर किया जाएगा। उक्त में से लगभग 300 प्रशिणार्थियों की ट्रेनिंग शुरू की जा चुकी है। इनमें सिपेट कोरबा सेन्टर पर 220 छात्र वहीं सिपेट रायपुर सेन्टर पर 80 छात्र प्रशिक्षण ले रहे हैं। स्कील डेव्हलपमेंट का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बेरोजगार युवकों के लिए संचालित किया जा रहा है जिसमें टेªनिंग के साथ-साथ रहने एवं अन्य व्यय शामिल हैं। लगभग छैः माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के लिए निःशुल्क होगा।
इसके पूर्व भी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सिपेट रायपुर के जरिए 40 युवाओं का स्कील डेव्हलपमेंट कार्यक्रम संचालित किया गया था जिसके प्रशिक्षण उपरांत उक्त बैच के शत-प्रतिशत युवाओं को रोजगार हेतु प्लेसमेंट प्राप्त हुई। सिपेट अर्थात सेन्ट्रल इन्सटिट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नॉलॉजी भारत सरकार के रसायन व उर्वरक मंत्रालय के अधीन कार्यरत संस्थान है जिनके द्वारा रोजगारोन्मुखी स्कील डेव्हलपमेंट कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य में अपने कार्यसंचालन के जिलों जैसे कोरबा, रायगढ़, अम्बिकापुर, सूरजपुर आदि जिलों में से चयनित 520 युवाओं को एसईसीएल स्कील डेव्हलपमेंट का प्रशिक्षण प्रदान करेगी। सीएसआर के तहत इस हेतु विकसित प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन सिपेट के कोरबा व रायगढ़ सेन्टरों पर किया जाएगा। उक्त में से लगभग 300 प्रशिणार्थियों की ट्रेनिंग शुरू की जा चुकी है। इनमें सिपेट कोरबा सेन्टर पर 220 छात्र वहीं सिपेट रायपुर सेन्टर पर 80 छात्र प्रशिक्षण ले रहे हैं। स्कील डेव्हलपमेंट का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बेरोजगार युवकों के लिए संचालित किया जा रहा है जिसमें टेªनिंग के साथ-साथ रहने एवं अन्य व्यय शामिल हैं। लगभग छैः माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के लिए निःशुल्क होगा।
इसके पूर्व भी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सिपेट रायपुर के जरिए 40 युवाओं का स्कील डेव्हलपमेंट कार्यक्रम संचालित किया गया था जिसके प्रशिक्षण उपरांत उक्त बैच के शत-प्रतिशत युवाओं को रोजगार हेतु प्लेसमेंट प्राप्त हुई। सिपेट अर्थात सेन्ट्रल इन्सटिट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नॉलॉजी भारत सरकार के रसायन व उर्वरक मंत्रालय के अधीन कार्यरत संस्थान है जिनके द्वारा रोजगारोन्मुखी स्कील डेव्हलपमेंट कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।