रायपुर । एम्स रायपुर में अस्पताल
अधीक्षक समेत चिकित्सकों के 347 पद खाली पड़े हुए हैं। इससे स्वास्थ्य
सेवाओं पर असर पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए केंद्रीय मंत्रालय के
निर्देश जारी कर जल्द खाली पदों को भरने कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य
और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी 11 फरवरी की रिपोर्ट के अनुसार
रायपुर एम्स में संकाय व सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट समेत कुल 347 पद
रिक्त है। इसमें संकाय चिकित्सकों के 305 स्वीकृत पदों में 143, सीनियर
रेजिडेंट के 377 में 204 पद खाली पड़े हैं। इसी तरह 3878 गैर संकाय पदों
में 1376 पद समेत अस्पताल अधीक्षक का पद भी लंबे समय से खाली पड़ा हुआ है। पिछले
दिनों लोकसभा में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने देश के 19
एम्स संस्थानों की रिपोर्ट कार्ड जारी की थी। इसमें उन्होंने रायपुर एम्स
में भी बड़े पैमाने पर खाली पड़े पदों को चिंता जाहिर करते हुए इसे जल्द
भरने निर्देश दिए हैं। ताकि मरीजों को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
उपलब्ध कराई जा सके। एम्स के डायरेक्टर डा. नितिन एम नागरकर ने कहा कि खाली
पदों पर भर्ती एक सतत प्रक्रिया है, जो चल रही है। हमने जूनियर डाक्टरों
के पद भर दिए हैं। बाकी पदों को भी जल्द भरा जाएगा।
मानसिक स्वास्थ्य पर निश्शुल्क ओपीडी कल
प्रदेश
के शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय चिकित्सालय रायपुर व बिलासपुर में
प्रत्येक शुक्रवार को विशेष मानसिक स्वास्थ्य इकाई के संचालन की शुरुआत की
गई है। पिछले शुक्रवार की तरह आगामी शुक्रवार आठ अप्रैल को भी रायपुर और
बिलासपुर स्थित शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय चिकित्सालय में विशेष मानसिक
स्वास्थ्य ओपीडी संचालित की जाएगी। आयुष संचालनालय के सहायक संचालक डा.
विजय साहू ने बताया कि हर शुक्रवार को संचालित होने वाली विशेष ओपीडी में
मानसिक समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों को आयुर्वेद के माध्यम से निश्शुल्क
उपचार प्रदान किया जाएगा। इन मरीजों को पंचकर्म सेवाएं भी प्रदान की
जाएगी।
रायपुर । एम्स रायपुर में अस्पताल
अधीक्षक समेत चिकित्सकों के 347 पद खाली पड़े हुए हैं। इससे स्वास्थ्य
सेवाओं पर असर पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए केंद्रीय मंत्रालय के
निर्देश जारी कर जल्द खाली पदों को भरने कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य
और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी 11 फरवरी की रिपोर्ट के अनुसार
रायपुर एम्स में संकाय व सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट समेत कुल 347 पद
रिक्त है। इसमें संकाय चिकित्सकों के 305 स्वीकृत पदों में 143, सीनियर
रेजिडेंट के 377 में 204 पद खाली पड़े हैं। इसी तरह 3878 गैर संकाय पदों
में 1376 पद समेत अस्पताल अधीक्षक का पद भी लंबे समय से खाली पड़ा हुआ है। पिछले
दिनों लोकसभा में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने देश के 19
एम्स संस्थानों की रिपोर्ट कार्ड जारी की थी। इसमें उन्होंने रायपुर एम्स
में भी बड़े पैमाने पर खाली पड़े पदों को चिंता जाहिर करते हुए इसे जल्द
भरने निर्देश दिए हैं। ताकि मरीजों को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
उपलब्ध कराई जा सके। एम्स के डायरेक्टर डा. नितिन एम नागरकर ने कहा कि खाली
पदों पर भर्ती एक सतत प्रक्रिया है, जो चल रही है। हमने जूनियर डाक्टरों
के पद भर दिए हैं। बाकी पदों को भी जल्द भरा जाएगा।
मानसिक स्वास्थ्य पर निश्शुल्क ओपीडी कल
प्रदेश
के शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय चिकित्सालय रायपुर व बिलासपुर में
प्रत्येक शुक्रवार को विशेष मानसिक स्वास्थ्य इकाई के संचालन की शुरुआत की
गई है। पिछले शुक्रवार की तरह आगामी शुक्रवार आठ अप्रैल को भी रायपुर और
बिलासपुर स्थित शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय चिकित्सालय में विशेष मानसिक
स्वास्थ्य ओपीडी संचालित की जाएगी। आयुष संचालनालय के सहायक संचालक डा.
विजय साहू ने बताया कि हर शुक्रवार को संचालित होने वाली विशेष ओपीडी में
मानसिक समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों को आयुर्वेद के माध्यम से निश्शुल्क
उपचार प्रदान किया जाएगा। इन मरीजों को पंचकर्म सेवाएं भी प्रदान की
जाएगी।