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News Raipur :: माता कर्मा के रास्ते पर चलकर सामाजिक संगठन को और अधिक मजबूत बनाएं : भूपेश बघेल:

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  • मुख्यमंत्री भक्त माता कर्मा जयंती समारोह में हुए शामिल।
  • समाज को जोड़ने के लिए कार्य करने किया आव्हान।
  • साहू समाज के सामाजिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की दी स्वीकृति।

रायपुर, 12 अप्रैल 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज सूरजपुर में आयोजित भक्त माता कर्मा जयंती महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने सूरजपुर के माता कर्मा चौक में जयंती महोत्सव को सम्बोधित करते हुए कहा कि संगठन एवं समर्पण में ही शक्ति है। उन्होंने भक्त माता कर्मा के रास्ते पर चलकर सामाजिक संगठन को और अधिक मजबूत बनाने, समाज को जोड़ने और सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए कार्य करने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने इसके पहले कर्मा धाम में भक्त माता कर्मा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने माता कर्मा ध्वज का ध्वजारोहण किया। श्री बघेल ने कार्यक्रम में साहू समाज के सामाजिक भवन के निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा भी की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल का साहू समाज द्वारा सम्मान किया गया।


मुख्यमंत्री बघेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी लोगों को भक्त माता कर्मा जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने माता कर्मा के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि हमारे मन में अटूट विश्वास, श्रद्धा और समर्पण है, तो कोई भी ऐसा लक्ष्य नहीं है, जिसे हासिल न किया जा सके। माता कर्मा ने यह साबित किया था कि भक्त की श्रद्धा में यह शक्ति है कि भगवान को भी प्रकट होने पर विवश कर दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है, लेकिन इसके बाद कोरोना संकट के कारण भक्त माता कर्मा जयंती के समारोहों का आयोजन विगत दो वर्षों से नहीं किया जा सका। अब स्थिति सामान्य होने पर फिर से सार्वजनिक और धार्मिक आयोजन शुरू हो गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ भक्त माता कर्मा जयंती का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस समारोह का आयोजन साहू समाज द्वारा किया जाता है, लेकिन गांव के सभी समाज के लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। छत्तीसगढ़ में जयंती समारोह के दौरान गांवों में कलश यात्रा और शोभा यात्रा निकालने की भी परंपरा है। इसके माध्यम से भक्त माता कर्मा, भगवान कृष्ण और बलभद्र का स्मरण करते हैं। भगवान जगन्नाथ के भोग के रूप में खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठन और समर्पण में शक्ति होती है, हमें भक्त माता कर्मा के रास्ते पर चलते हुए समाज को जोड़ने और समाज में कटुता को दूर कर सामाजिक समरसता और भाई-चारे के लिए काम करना है। 


नगरीय प्रशासन एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री खेल साय सिंह, संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े ने इस अवसर पर भक्त माता कर्मा जयंती की शुभकामनाएं देते हुए सभी के लिए मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठन, समरसता और भाई-चारे का वातावरण बनाकर रखंे और संगठन को मजबूत बनाकर आगे बढ़ें। 


इस मौके पर अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री भानु प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी मरावी, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री संदीप साहू, सूरजपुर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री नरेश राजवाड़े, सूरजपुर नगर पालिका अध्यक्ष श्री के. के. अग्रवाल और श्रीमती भगवती राजवाड़े सहित अनेक जनप्रतिनिधि, साहू समाज के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


  • मुख्यमंत्री भक्त माता कर्मा जयंती समारोह में हुए शामिल।
  • समाज को जोड़ने के लिए कार्य करने किया आव्हान।
  • साहू समाज के सामाजिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की दी स्वीकृति।

रायपुर, 12 अप्रैल 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज सूरजपुर में आयोजित भक्त माता कर्मा जयंती महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने सूरजपुर के माता कर्मा चौक में जयंती महोत्सव को सम्बोधित करते हुए कहा कि संगठन एवं समर्पण में ही शक्ति है। उन्होंने भक्त माता कर्मा के रास्ते पर चलकर सामाजिक संगठन को और अधिक मजबूत बनाने, समाज को जोड़ने और सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए कार्य करने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने इसके पहले कर्मा धाम में भक्त माता कर्मा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने माता कर्मा ध्वज का ध्वजारोहण किया। श्री बघेल ने कार्यक्रम में साहू समाज के सामाजिक भवन के निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा भी की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल का साहू समाज द्वारा सम्मान किया गया।


मुख्यमंत्री बघेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी लोगों को भक्त माता कर्मा जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने माता कर्मा के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि हमारे मन में अटूट विश्वास, श्रद्धा और समर्पण है, तो कोई भी ऐसा लक्ष्य नहीं है, जिसे हासिल न किया जा सके। माता कर्मा ने यह साबित किया था कि भक्त की श्रद्धा में यह शक्ति है कि भगवान को भी प्रकट होने पर विवश कर दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है, लेकिन इसके बाद कोरोना संकट के कारण भक्त माता कर्मा जयंती के समारोहों का आयोजन विगत दो वर्षों से नहीं किया जा सका। अब स्थिति सामान्य होने पर फिर से सार्वजनिक और धार्मिक आयोजन शुरू हो गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ भक्त माता कर्मा जयंती का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस समारोह का आयोजन साहू समाज द्वारा किया जाता है, लेकिन गांव के सभी समाज के लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। छत्तीसगढ़ में जयंती समारोह के दौरान गांवों में कलश यात्रा और शोभा यात्रा निकालने की भी परंपरा है। इसके माध्यम से भक्त माता कर्मा, भगवान कृष्ण और बलभद्र का स्मरण करते हैं। भगवान जगन्नाथ के भोग के रूप में खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठन और समर्पण में शक्ति होती है, हमें भक्त माता कर्मा के रास्ते पर चलते हुए समाज को जोड़ने और समाज में कटुता को दूर कर सामाजिक समरसता और भाई-चारे के लिए काम करना है। 


नगरीय प्रशासन एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री खेल साय सिंह, संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े ने इस अवसर पर भक्त माता कर्मा जयंती की शुभकामनाएं देते हुए सभी के लिए मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठन, समरसता और भाई-चारे का वातावरण बनाकर रखंे और संगठन को मजबूत बनाकर आगे बढ़ें। 


इस मौके पर अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री भानु प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी मरावी, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री संदीप साहू, सूरजपुर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री नरेश राजवाड़े, सूरजपुर नगर पालिका अध्यक्ष श्री के. के. अग्रवाल और श्रीमती भगवती राजवाड़े सहित अनेक जनप्रतिनिधि, साहू समाज के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


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