रायपुर। रायपुर के महापौर और
पार्षदों सहित अधिकारियों का दल स्वच्छता का पाठ सीखने के लिए इंदौर
जाएंगे। दौरा, एक सप्ताह का यानी चार से 10 मई के बीच होगा। इसका पूरा
खर्चा राज्य सरकार के द्वारा उठाया जाएगा। स्वच्छता रैकिंग में इंदौर शहर
लगातार पांचवी बार प्रथम आया है। इसे लेकर राज्य सरकार, रायपुर के
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इंदौर निगम के द्वारा किए गए कामों का
निरीक्षण करने के लिए भेज रही है। ये इंदौर के साथ चंडीगढ़ का भी दौरा
करेंगे।
बार, वर्ष-2021 में जो सर्वेक्षण हुआ था, उसमें रायपुर ने छठवां स्थान
पाया था। इस बार रायपुर निगम ने प्रथम स्थान का लक्ष्य रखा है। पिछली बार
जो कमियां रह गई थी, उसे सुधारा गया है। जल सप्लाई व्यवस्था ठीक की गई है।
नालियों के गंदे पानी को नदी में गिरने से रोकने के लिए एसटीपी लगाए गए
हैं।
अपशिष्ट प्रबंधन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, ट्रेचिंग ग्राउंड स्थिति, सूखे
कचरे के प्लांट व कम्पोस्ट प्लांट, डोर टू डोर गीला-सूखा कचरा कलेक्शन,
इंदौर ने क्या किया और कैसे किया, इंदौर ने ऐसा क्या किया जो हम नहीं कर
पाए, जनता को कैसे अपने साथ जोड़ा, कोई शहर कैसे लगातार पांच बार देश का
सबसे स्वच्छ शहर बनता है, इन सभी बातों को लेकर वहां अध्ययन किया जाएगा।
टीम इंदौर, चंडीगढ़ जाकर शहरों का अवलोकन करेगी। टीम देखेगी कि उन शहरों ने
क्या और कैसे अच्छा किया है, उसे हम अपने यहां कैसे लागू कर सकते हैं, इसका
अध्ययन किया जाएगा।
रायपुर। रायपुर के महापौर और
पार्षदों सहित अधिकारियों का दल स्वच्छता का पाठ सीखने के लिए इंदौर
जाएंगे। दौरा, एक सप्ताह का यानी चार से 10 मई के बीच होगा। इसका पूरा
खर्चा राज्य सरकार के द्वारा उठाया जाएगा। स्वच्छता रैकिंग में इंदौर शहर
लगातार पांचवी बार प्रथम आया है। इसे लेकर राज्य सरकार, रायपुर के
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इंदौर निगम के द्वारा किए गए कामों का
निरीक्षण करने के लिए भेज रही है। ये इंदौर के साथ चंडीगढ़ का भी दौरा
करेंगे।
बार, वर्ष-2021 में जो सर्वेक्षण हुआ था, उसमें रायपुर ने छठवां स्थान
पाया था। इस बार रायपुर निगम ने प्रथम स्थान का लक्ष्य रखा है। पिछली बार
जो कमियां रह गई थी, उसे सुधारा गया है। जल सप्लाई व्यवस्था ठीक की गई है।
नालियों के गंदे पानी को नदी में गिरने से रोकने के लिए एसटीपी लगाए गए
हैं।
अपशिष्ट प्रबंधन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, ट्रेचिंग ग्राउंड स्थिति, सूखे
कचरे के प्लांट व कम्पोस्ट प्लांट, डोर टू डोर गीला-सूखा कचरा कलेक्शन,
इंदौर ने क्या किया और कैसे किया, इंदौर ने ऐसा क्या किया जो हम नहीं कर
पाए, जनता को कैसे अपने साथ जोड़ा, कोई शहर कैसे लगातार पांच बार देश का
सबसे स्वच्छ शहर बनता है, इन सभी बातों को लेकर वहां अध्ययन किया जाएगा।
टीम इंदौर, चंडीगढ़ जाकर शहरों का अवलोकन करेगी। टीम देखेगी कि उन शहरों ने
क्या और कैसे अच्छा किया है, उसे हम अपने यहां कैसे लागू कर सकते हैं, इसका
अध्ययन किया जाएगा।