कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन एसईसीएल प्रवास पर बिलासपुर पहुँचे, समीक्षा बैठक सम्पन्न।
कोयला सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार दौरे पर एसईसीएल बिलासपुर पहुँचे। जहाँ उन्होंने एसईसीएल मुख्यालय में कम्पनी के गेवरा, दीपका तथा कुसमुण्डा मेगा प्रोजेक्ट के संबंध में उत्पादन व डिस्पैच की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में एसईसीएल के सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा, श्री मुकेश चौधरी निदेशक एमओसी (सीपीडी/आईसी), निदेशक तकनीकी (संचालन सह कार्मिक) श्री एम.के. प्रसाद, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.के. पाल, मुख्यालय के विभागाध्यक्षगण उपस्थित रहे वहीं एसईसीएल के अन्य क्षेत्रों के महाप्रबंधकगण विडियो कान्फ्रेन्सिग के जरिए उपलब्ध रहे।
सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार डॉ. अनिल कुमार जैन (भाप्रसे) ने बैठक में मुख्य रूप से एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं में कोयला उत्पादन व डिस्पैच संबंधी गतिविधियों का जायजा लिया तथा कहा कि देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को ऊर्जा शक्ति के रूप में कोयले की भरपूर आवश्यकता है तथा हम सबका दायित्व है कि हम राष्ट्र की ऊर्जा आवश्यकताओं की आपूर्ति में अपना शत-प्रतिशत योगदान दें। उन्होंने कहा कि एसईसीएल कोल इण्डिया की अत्यंत महत्वपूर्ण इकाई है तथा देश भर में ऊर्जा आपूर्ति के परिप्रेक्ष्य में इस कम्पनी की विशेष भूमिका है। इस अवसर पर गेवरा, दीपका तथा कुसमुण्डा तीनों मेगा परियोजनाओं के कोयले के डिस्पैच संबंधी व्यवस्थाओं कें बिन्दुवार विश्लेषण प्रस्तुत किए गए तथा इसे और बेहतर तथा कारगर बनाने की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए गए। विदित हो कि इस वित्तीय वर्ष में एसईसीएल 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन व डिस्पैच की ओर अग्रसर है जिसमें से 135 मिलियन टन का अंशदान इन्हीं मेगा परियोजनाओं से प्रस्तावित है। कोयला सचिव महोदय ने उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त तथा उचित साईज के कोयले उपलब्ध कराने के एसईसीएल के प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।
बैठक की शुरूआत कोलइण्डिया कॉरपोरेट गीत के साथ हुई, वहीं सीएमडी एसईसीएल डॉ. प्रेम सागर मिश्रा द्वारा कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन एवं श्री मुकेश चौधरी निदेशक एमओसी (सीपीडी/आईसी) का शाल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ व पुस्तक भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। इसके पूर्व कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन के एसईसीएल मुख्यालय आगमन पर उनके करकमलांे से मुख्यालय परिसर में एनेक्स बिल्डिंग का भूमिपूजन सम्पन्न हुआ तथा मुख्यालय वाटिका में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा औषधीय व फलदार पौधे का रोपण किया गया।
एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं के उत्पादन व प्रेषण की समीक्षा के तत्काल बाद बैठक में साऊथ ईस्टर्न सेन्ट्रल रेलवे (एसईसीआर) की शीर्ष टीम आकर जुड़ी जिसमें एसईसीआर के जीएम श्री आलोक कुमार, पीसीओएम श्री छत्रपाल सिंह व रेलवे के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कोयला सचिव महोदय की अध्यक्षता में रेलवे के साथ बैठक में एसईसीएल के कोयला रैक के डिमांड तथा उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु रेलवे प्रबंधन से आग्रह किया गया, साथ ही आगामी समय में एसईसीएल के बढ़ते कोयला उत्पादन के आलोक में सायडिंग तक उचित परिमाण में तथा समय से रेलवे रैक की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने संबंधी बिन्दुओं पर चर्चा हुई।
कोयला सचिव डॉ. जैन के दौरे की अगली बैठक सीएसपीजीसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर व उनकी टीम के साथ बिलासपुर भवन में सम्पन्न हुई जिसमें कम्पनी को किए जा रहे कोयले की आपूर्ति संबंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा की गयी।
कोयला सचिव डॉ. जैन के एसईसीएल प्रवास पर आने से कम्पनी के कोर टीम में गरमजोशी व उत्साह देखा गया।
कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन एसईसीएल प्रवास पर बिलासपुर पहुँचे, समीक्षा बैठक सम्पन्न।
कोयला सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार दौरे पर एसईसीएल बिलासपुर पहुँचे। जहाँ उन्होंने एसईसीएल मुख्यालय में कम्पनी के गेवरा, दीपका तथा कुसमुण्डा मेगा प्रोजेक्ट के संबंध में उत्पादन व डिस्पैच की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में एसईसीएल के सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा, श्री मुकेश चौधरी निदेशक एमओसी (सीपीडी/आईसी), निदेशक तकनीकी (संचालन सह कार्मिक) श्री एम.के. प्रसाद, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.के. पाल, मुख्यालय के विभागाध्यक्षगण उपस्थित रहे वहीं एसईसीएल के अन्य क्षेत्रों के महाप्रबंधकगण विडियो कान्फ्रेन्सिग के जरिए उपलब्ध रहे।
सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार डॉ. अनिल कुमार जैन (भाप्रसे) ने बैठक में मुख्य रूप से एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं में कोयला उत्पादन व डिस्पैच संबंधी गतिविधियों का जायजा लिया तथा कहा कि देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को ऊर्जा शक्ति के रूप में कोयले की भरपूर आवश्यकता है तथा हम सबका दायित्व है कि हम राष्ट्र की ऊर्जा आवश्यकताओं की आपूर्ति में अपना शत-प्रतिशत योगदान दें। उन्होंने कहा कि एसईसीएल कोल इण्डिया की अत्यंत महत्वपूर्ण इकाई है तथा देश भर में ऊर्जा आपूर्ति के परिप्रेक्ष्य में इस कम्पनी की विशेष भूमिका है। इस अवसर पर गेवरा, दीपका तथा कुसमुण्डा तीनों मेगा परियोजनाओं के कोयले के डिस्पैच संबंधी व्यवस्थाओं कें बिन्दुवार विश्लेषण प्रस्तुत किए गए तथा इसे और बेहतर तथा कारगर बनाने की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए गए। विदित हो कि इस वित्तीय वर्ष में एसईसीएल 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन व डिस्पैच की ओर अग्रसर है जिसमें से 135 मिलियन टन का अंशदान इन्हीं मेगा परियोजनाओं से प्रस्तावित है। कोयला सचिव महोदय ने उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त तथा उचित साईज के कोयले उपलब्ध कराने के एसईसीएल के प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।
बैठक की शुरूआत कोलइण्डिया कॉरपोरेट गीत के साथ हुई, वहीं सीएमडी एसईसीएल डॉ. प्रेम सागर मिश्रा द्वारा कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन एवं श्री मुकेश चौधरी निदेशक एमओसी (सीपीडी/आईसी) का शाल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ व पुस्तक भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। इसके पूर्व कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन के एसईसीएल मुख्यालय आगमन पर उनके करकमलांे से मुख्यालय परिसर में एनेक्स बिल्डिंग का भूमिपूजन सम्पन्न हुआ तथा मुख्यालय वाटिका में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा औषधीय व फलदार पौधे का रोपण किया गया।
एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं के उत्पादन व प्रेषण की समीक्षा के तत्काल बाद बैठक में साऊथ ईस्टर्न सेन्ट्रल रेलवे (एसईसीआर) की शीर्ष टीम आकर जुड़ी जिसमें एसईसीआर के जीएम श्री आलोक कुमार, पीसीओएम श्री छत्रपाल सिंह व रेलवे के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कोयला सचिव महोदय की अध्यक्षता में रेलवे के साथ बैठक में एसईसीएल के कोयला रैक के डिमांड तथा उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु रेलवे प्रबंधन से आग्रह किया गया, साथ ही आगामी समय में एसईसीएल के बढ़ते कोयला उत्पादन के आलोक में सायडिंग तक उचित परिमाण में तथा समय से रेलवे रैक की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने संबंधी बिन्दुओं पर चर्चा हुई।
कोयला सचिव डॉ. जैन के दौरे की अगली बैठक सीएसपीजीसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर व उनकी टीम के साथ बिलासपुर भवन में सम्पन्न हुई जिसमें कम्पनी को किए जा रहे कोयले की आपूर्ति संबंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा की गयी।
कोयला सचिव डॉ. जैन के एसईसीएल प्रवास पर आने से कम्पनी के कोर टीम में गरमजोशी व उत्साह देखा गया।