घर पर योग करने के कई फायदे हैं। योग आपके मन, शरीर और आत्मा को
शांत रखने का एक आसान तरीका है। योग आपको मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप
में स्वास्थ्य लाभ देता है।
योग के जरिए आप फीट रह सकते है। घर पर योग करने से वजन घटाने, चोट से उबरने और लचीला होने में मदद मिल सकती है।
सुखासन
-दंडासन में पैरों को फैलाकर सीधे बैठ जाएं।
-अपने एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखकर क्रॉस करें।
-अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें।
-फॉर्म सिद्ध मुद्रा-रीढ़ सीधी करके बैठें
नौकासन
-नौकासन करने के लिए अपने पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
-अपनी रीढ़ को सीधा रखें और हाथों को अपने कूल्हों के पास रखें, अपने घुटनों को मोड़ें और थोड़ा पीछे झुकें।-अब सांस भरते हुए पैरों को वैकल्पिक रूप से ऊपर उठाएं।
-हथेलियों को अपने बगल में फर्श पर रखें।
-पैर की उंगलियों को आंखों के स्तर पर रखें और रीढ़ को लंबा करें।
-आसन को 5 से 10 सेकंड तक रोककर रखें।उर्ध्वा मुखी मरजारी आसन
-अपने घुटनों को चटाई पर रखें, हथेलियों को कंधों के नीचे और घुटनों को कूल्हों के नीचे रखें।-श्वास अंदर लें, ऊपर देखने के लिए अपनी रीढ़ को मोड़ें
ताड़ासन
-ताड़ासन के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।-पंजे के बल खड़े रहकर दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं।
-फिर फिंगर लॉक लगाकर हाथों के पंजों को ऊपर की ओर ही मोड़ दें।-हथेली को आसमान की ओर ही रखें।
सूर्य नमस्कार
-सूर्य नमस्कार 12 योगासनों से मिलकर बना है।-इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सूरज की तरफ चेहरा करके सीधे खड़े हो जाएं।
-फिर पैरों को एक साथ मिला कर खड़े हो जाएं और कमर सीधी रखें।
-फिर हाथों को सीने के पास लाएं और दोनों हथेलियों को मिलाकर प्रणाम की अवस्था बनाएं।-पहली
अवस्था में ही खड़े हो कर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर रखें और फिर
हाथों को पीछे की ओर ले जा कर कमर को झुकाए और प्रणाम की अवस्था करें।
-धीरे-धीरे सांस ले और पैरों को सीधा पीछे की ओर फैलाएं। इस दौरान सीधे पैर का घुटना जमीन से मिलना चाहिए।
-अब दूसरे पैर को घुटने से मोड़ें और हथेलियों को जमीन पर सी सीधा रखें।-अब दोनों हाथों और पैरों को सीधी लाइन में रखें र पशु अप की पोजीशन में आ जाएं।
-धीरे-धीरे सांस लेते हुए सीने, हथेलियों, घुटनों और पैरों को जमीन से मिलाएं। अब इस अवस्था में रहें और सांस को रोकें।-अब हथेलियों को जमीन पर रखकर पेट को जमीन से मिलाते हुए सिर को पीछे की ओर जितना हो सके झुकाएं।-धीरे-धीरे सांस लें और सीधा पैर पीछे की ओर फैलाएं। अब दूसरे
पैर को घुटने से मोड़े और हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें। सिर को आसमान की
ओर रखें।
-अब आगे की ओर झुकते हुए हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं। इस समय आपका सिर घुटनों से मिला होना चाहिए।
-पहली अवस्था में ही खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर
सीधा रखें। अब हाथों को प्रणाम की अवस्था में ही पीछे की ओर ले जाएं और कमर
को पीछे की तरफ झुकाएं।
मिलाएं, कमर सीधी रखें। अब हाथों को सीने के पास लाएं और दोनों हथेलियों को
मिलाकर प्रणाम की अवस्था बनाएं।
घर पर योग करने के कई फायदे हैं। योग आपके मन, शरीर और आत्मा को
शांत रखने का एक आसान तरीका है। योग आपको मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप
में स्वास्थ्य लाभ देता है।
योग के जरिए आप फीट रह सकते है। घर पर योग करने से वजन घटाने, चोट से उबरने और लचीला होने में मदद मिल सकती है।
सुखासन
-दंडासन में पैरों को फैलाकर सीधे बैठ जाएं।
-अपने एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखकर क्रॉस करें।
-अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें।
-फॉर्म सिद्ध मुद्रा-रीढ़ सीधी करके बैठें
नौकासन
-नौकासन करने के लिए अपने पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
-अपनी रीढ़ को सीधा रखें और हाथों को अपने कूल्हों के पास रखें, अपने घुटनों को मोड़ें और थोड़ा पीछे झुकें।-अब सांस भरते हुए पैरों को वैकल्पिक रूप से ऊपर उठाएं।
-हथेलियों को अपने बगल में फर्श पर रखें।
-पैर की उंगलियों को आंखों के स्तर पर रखें और रीढ़ को लंबा करें।
-आसन को 5 से 10 सेकंड तक रोककर रखें।उर्ध्वा मुखी मरजारी आसन
-अपने घुटनों को चटाई पर रखें, हथेलियों को कंधों के नीचे और घुटनों को कूल्हों के नीचे रखें।-श्वास अंदर लें, ऊपर देखने के लिए अपनी रीढ़ को मोड़ें
ताड़ासन
-ताड़ासन के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।-पंजे के बल खड़े रहकर दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं।
-फिर फिंगर लॉक लगाकर हाथों के पंजों को ऊपर की ओर ही मोड़ दें।-हथेली को आसमान की ओर ही रखें।
सूर्य नमस्कार
-सूर्य नमस्कार 12 योगासनों से मिलकर बना है।-इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सूरज की तरफ चेहरा करके सीधे खड़े हो जाएं।
-फिर पैरों को एक साथ मिला कर खड़े हो जाएं और कमर सीधी रखें।
-फिर हाथों को सीने के पास लाएं और दोनों हथेलियों को मिलाकर प्रणाम की अवस्था बनाएं।-पहली
अवस्था में ही खड़े हो कर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर रखें और फिर
हाथों को पीछे की ओर ले जा कर कमर को झुकाए और प्रणाम की अवस्था करें।
-धीरे-धीरे सांस ले और पैरों को सीधा पीछे की ओर फैलाएं। इस दौरान सीधे पैर का घुटना जमीन से मिलना चाहिए।
-अब दूसरे पैर को घुटने से मोड़ें और हथेलियों को जमीन पर सी सीधा रखें।-अब दोनों हाथों और पैरों को सीधी लाइन में रखें र पशु अप की पोजीशन में आ जाएं।
-धीरे-धीरे सांस लेते हुए सीने, हथेलियों, घुटनों और पैरों को जमीन से मिलाएं। अब इस अवस्था में रहें और सांस को रोकें।-अब हथेलियों को जमीन पर रखकर पेट को जमीन से मिलाते हुए सिर को पीछे की ओर जितना हो सके झुकाएं।-धीरे-धीरे सांस लें और सीधा पैर पीछे की ओर फैलाएं। अब दूसरे
पैर को घुटने से मोड़े और हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें। सिर को आसमान की
ओर रखें।
-अब आगे की ओर झुकते हुए हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं। इस समय आपका सिर घुटनों से मिला होना चाहिए।
-पहली अवस्था में ही खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर
सीधा रखें। अब हाथों को प्रणाम की अवस्था में ही पीछे की ओर ले जाएं और कमर
को पीछे की तरफ झुकाएं।
मिलाएं, कमर सीधी रखें। अब हाथों को सीने के पास लाएं और दोनों हथेलियों को
मिलाकर प्रणाम की अवस्था बनाएं।