नई दिल्ली, पीएम नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के बीच हैदराबाद हाउस में आज द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस मीटिंग के बाद दोनों देशों के नेताओं ने मीडिया से बात करते ही। इस दौरान बोरिस जॉनसन ने भारत की प्रगति की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया की फार्मेसी बन गया है और यहां तक कि मेरी बांह पर लगा कोरोना का टीका भी यहीं का है। इसने मुझे बेहतर कर दिया है, मैं भारत को बहुत धन्यवाद देता हूं। दरअसल भारत में बन रही कोविशील्ड वैक्सीन ही ब्रिटेन में एस्ट्रेजेनेका के नाम से लगती है। इसे भारत के सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार किया जा रहा है, जबकि इसके लिए शोध का काम एस्ट्रेजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने किया था।
पीएम मोदी को बोरिस जॉनसन ने बताया 'खास दोस्त'
बोरिस जॉनसन ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को अपना खास दोस्त बताते हुए कहा कि उन्होंने रिश्तों को मजबूत करने में योगदान दिया है। बोरिस जॉनसन ने कहा कि हमारे बीच अद्भुत बातचीत हुई है और हम हर तरह से रिश्तों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में ब्रिटेन और भारत की दोस्ती निर्णायक है। सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में ब्रिटेन की ओर से भारत को एयरक्राफ्ट्स के निर्माण में मदद करने का प्रस्ताव दिया गया। ब्रिटेन ने ने कहा कि उसकी ओर से तकनीक भी शेयर की जाएगी।
स्वागत पर बोले जॉनसन- अमिताभ और सचिन जैसा फील हुआ
भारत आने पर अपने जोरदार स्वागत पर भी बोरिस जॉनसन ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे ऐसा लगा कि जैसे मैं सचिन तेंडुलकर या फिर अमिताभ बच्चन हूं। दोनों नेताओं के बीच बैठक में यूक्रेन के मुद्दे पर भी बात हुई। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन में युद्ध के तत्काल समाधान के लिए डायलॉग स्टेबिलिटी पर बल दिया है। यह जरूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए। गौरतलब है कि गुरुवार को बोरिस जॉनसन ने गुजरात से अपने दौरे की शुरुआत थी और वह बुलडोजर के एक कारखाने की विजिट पर भी गए थे।
नई दिल्ली, पीएम नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के बीच हैदराबाद हाउस में आज द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस मीटिंग के बाद दोनों देशों के नेताओं ने मीडिया से बात करते ही। इस दौरान बोरिस जॉनसन ने भारत की प्रगति की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया की फार्मेसी बन गया है और यहां तक कि मेरी बांह पर लगा कोरोना का टीका भी यहीं का है। इसने मुझे बेहतर कर दिया है, मैं भारत को बहुत धन्यवाद देता हूं। दरअसल भारत में बन रही कोविशील्ड वैक्सीन ही ब्रिटेन में एस्ट्रेजेनेका के नाम से लगती है। इसे भारत के सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार किया जा रहा है, जबकि इसके लिए शोध का काम एस्ट्रेजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने किया था।
पीएम मोदी को बोरिस जॉनसन ने बताया 'खास दोस्त'
बोरिस जॉनसन ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को अपना खास दोस्त बताते हुए कहा कि उन्होंने रिश्तों को मजबूत करने में योगदान दिया है। बोरिस जॉनसन ने कहा कि हमारे बीच अद्भुत बातचीत हुई है और हम हर तरह से रिश्तों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में ब्रिटेन और भारत की दोस्ती निर्णायक है। सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में ब्रिटेन की ओर से भारत को एयरक्राफ्ट्स के निर्माण में मदद करने का प्रस्ताव दिया गया। ब्रिटेन ने ने कहा कि उसकी ओर से तकनीक भी शेयर की जाएगी।
स्वागत पर बोले जॉनसन- अमिताभ और सचिन जैसा फील हुआ
भारत आने पर अपने जोरदार स्वागत पर भी बोरिस जॉनसन ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे ऐसा लगा कि जैसे मैं सचिन तेंडुलकर या फिर अमिताभ बच्चन हूं। दोनों नेताओं के बीच बैठक में यूक्रेन के मुद्दे पर भी बात हुई। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन में युद्ध के तत्काल समाधान के लिए डायलॉग स्टेबिलिटी पर बल दिया है। यह जरूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए। गौरतलब है कि गुरुवार को बोरिस जॉनसन ने गुजरात से अपने दौरे की शुरुआत थी और वह बुलडोजर के एक कारखाने की विजिट पर भी गए थे।