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News Bhilai:: दीवार गिरने से बगल के मकान में सो रहे बच्चे की मौत:

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 भिलाई । गुरुवार की देर रात चले
तेज अंधड़ के कारण कैंप-1 प्रगति नगर में एक हादसा हुआ। तीन मंंजिला मकान
के सीढ़ी वाले टावर के ऊपर का पैराफिट दीवार के गिरने से बगल के मकान में
सो रहे एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। पैराफिट दीवार बगल के मकान की सीट
को तोड़ते हुए घर के भीतर गिरी। अंदर में पिता-पुत्र एक ही बिस्तर पर सो
रहे थे। दीवार की ईंट बच्चे के सिर पर गिरी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं साथ में सो रहे पिता के सिर पर भी चोट लगी है। उसी कमरे में बच्चे की
मां भी बिस्तर के बगल में नीचे बिछौना बिछाकर सोई हुई थी। ईंट के टुकड़े से
उसके मस्तक पर भी चोट लगी है। छावनी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की
जांच शुरू की है। जानकारी के मुताबिक उक्त घटना गुरुवार की
देर रात एक से दो बजे के बीच हुई। कैंप-1 प्रगति नगर दुर्गा मंदिर के पास
रहने वाला अशोक प्रजापति अपनी पत्नी निर्मला देवी प्रजापति और 12 वर्षीय
बेटे प्रियांशु प्रजापति के साथ घर के एक कमरे में सोया हुआ था। उसकी दोनों
बेटियां अलग कमरे में सोई थी। उसके घर से लगा हुआ उसके चचेरे भाई विजय
प्रजापति का तीन मंजिला मकान है। मकान से सबसे ऊपर सीढ़ी का टावर बना हुआ
है। टावर पर सीट लगी हुई है और उसके ऊपर पैराफिट की दीवार बनी है। टावर में
दरवाजा नहीं लगा है।



 भिलाई । गुरुवार की देर रात चले
तेज अंधड़ के कारण कैंप-1 प्रगति नगर में एक हादसा हुआ। तीन मंंजिला मकान
के सीढ़ी वाले टावर के ऊपर का पैराफिट दीवार के गिरने से बगल के मकान में
सो रहे एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। पैराफिट दीवार बगल के मकान की सीट
को तोड़ते हुए घर के भीतर गिरी। अंदर में पिता-पुत्र एक ही बिस्तर पर सो
रहे थे। दीवार की ईंट बच्चे के सिर पर गिरी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं साथ में सो रहे पिता के सिर पर भी चोट लगी है। उसी कमरे में बच्चे की
मां भी बिस्तर के बगल में नीचे बिछौना बिछाकर सोई हुई थी। ईंट के टुकड़े से
उसके मस्तक पर भी चोट लगी है। छावनी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की
जांच शुरू की है। जानकारी के मुताबिक उक्त घटना गुरुवार की
देर रात एक से दो बजे के बीच हुई। कैंप-1 प्रगति नगर दुर्गा मंदिर के पास
रहने वाला अशोक प्रजापति अपनी पत्नी निर्मला देवी प्रजापति और 12 वर्षीय
बेटे प्रियांशु प्रजापति के साथ घर के एक कमरे में सोया हुआ था। उसकी दोनों
बेटियां अलग कमरे में सोई थी। उसके घर से लगा हुआ उसके चचेरे भाई विजय
प्रजापति का तीन मंजिला मकान है। मकान से सबसे ऊपर सीढ़ी का टावर बना हुआ
है। टावर पर सीट लगी हुई है और उसके ऊपर पैराफिट की दीवार बनी है। टावर में
दरवाजा नहीं लगा है।



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