रायपुर ।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पेट्रोलियम के विकल्प के रूप में एथेनाल
की पैरवी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के केंद्र सरकार को सवालों के
कठघरे में खड़ा किया है। रायपुर के हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा में
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के दूसरे
महीने में ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। केंद्र सरकार ने न तो
अनुमति दी, न ही एथेनाल का रेट ही तय किया। हमारा तीन साल पुराना प्रस्ताव
है, भेजने वाली बात ही नहीं है। दरसअल,
नितिन गड़करी ने कहा था कि एथेनाल बनाने पर छत्तीसगढ़ काम करे, यह भविष्य का
इंधन है। इससे किसान अन्न्दाता से ऊर्जादाता बनेगा। मुख्यमंत्री बघेल ने
कहा कि यदि धान से एथेनाल बनाने की अनुमति मिलती है, तो इससे केंद्र, राज्य
सरकार, किसान और आम आदमी का फायदा होगा। यहां धान की पैदावार अधिक है। इस
पर केंद्र सरकार को अधिक ध्यान देना चाहिए।
रायपुर ।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पेट्रोलियम के विकल्प के रूप में एथेनाल
की पैरवी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के केंद्र सरकार को सवालों के
कठघरे में खड़ा किया है। रायपुर के हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा में
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के दूसरे
महीने में ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। केंद्र सरकार ने न तो
अनुमति दी, न ही एथेनाल का रेट ही तय किया। हमारा तीन साल पुराना प्रस्ताव
है, भेजने वाली बात ही नहीं है। दरसअल,
नितिन गड़करी ने कहा था कि एथेनाल बनाने पर छत्तीसगढ़ काम करे, यह भविष्य का
इंधन है। इससे किसान अन्न्दाता से ऊर्जादाता बनेगा। मुख्यमंत्री बघेल ने
कहा कि यदि धान से एथेनाल बनाने की अनुमति मिलती है, तो इससे केंद्र, राज्य
सरकार, किसान और आम आदमी का फायदा होगा। यहां धान की पैदावार अधिक है। इस
पर केंद्र सरकार को अधिक ध्यान देना चाहिए।