Breaking News

News New Delhi:: भारत में और महंगा होने वाला है खाद्य तेल:

post

नई दिल्ली : भारत में पेट्रोल-डीजल, सीएनजी और एलपीजी सिलेंडर के आसमान छूती कीमतों के साथ ही विदेशी गतिविधियों की वजह से अब खाने वाले तेल के दाम और अधिक बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं. इसका कारण यह है कि घरेलू कमी को कम करने और आसमान छूती कीमतों पर काबू करने के लिए इंडोनेशिया खाने वाले तेलों और उसके निर्माण के लिए कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुट गया है.


अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा प्रतिबंध

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने इस बात का ऐलान किया है कि उनका देश खाने वाले तेल (एडिबल ऑयल) और उसके निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाएगा. हालांकि, उनके इस ऐलान के एक दिन पर इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सैंकड़ों लोगों ने खाद्य वस्तुओं की महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया था. इस बीच, राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि खाद्य तेलों के निर्यात पर अगले गुरुवार से प्रतिबंध लागू हो जाएगा, जो अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा. विडोडो ने कहा कि मैं इस नीति के कार्यान्वयन की निगरानी और मूल्यांकन जारी रखूंगा, ताकि देश में खाद्य तेल की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में और वाजिब कीमत पर बनी रहे.'


दिल्ली में बढ़े सोयाबीन तेल के दाम

बताते चलें कि भारत पूरी दुनिया में खाद्य तेलों को सबसे बड़ा आयातक देश है. पूरी दुनिया में पाम ऑयल का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है. इंडोनेशिया भारत समेत पूरी दुनिया में पाम ऑयल का सबसे अधिक निर्यात करता है. पाम ऑयल की कीमतों में पहले से ही उछाल जारी है. इस बीच, विदेशी बाजारों में तेजी के रुख की वजह से दिल्ली के बाजार में मांग में बढ़ोतरी के बाद सरसों तेल, सोयाबीन तेल समेत खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दिल्ली में मिलों को डिलीवरी किए जाने वाले सोयाबीन तेल के दाम में सबसे अधिक 350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से तेजी दर्ज की गई.



नई दिल्ली : भारत में पेट्रोल-डीजल, सीएनजी और एलपीजी सिलेंडर के आसमान छूती कीमतों के साथ ही विदेशी गतिविधियों की वजह से अब खाने वाले तेल के दाम और अधिक बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं. इसका कारण यह है कि घरेलू कमी को कम करने और आसमान छूती कीमतों पर काबू करने के लिए इंडोनेशिया खाने वाले तेलों और उसके निर्माण के लिए कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुट गया है.


अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा प्रतिबंध

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने इस बात का ऐलान किया है कि उनका देश खाने वाले तेल (एडिबल ऑयल) और उसके निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाएगा. हालांकि, उनके इस ऐलान के एक दिन पर इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सैंकड़ों लोगों ने खाद्य वस्तुओं की महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया था. इस बीच, राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि खाद्य तेलों के निर्यात पर अगले गुरुवार से प्रतिबंध लागू हो जाएगा, जो अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा. विडोडो ने कहा कि मैं इस नीति के कार्यान्वयन की निगरानी और मूल्यांकन जारी रखूंगा, ताकि देश में खाद्य तेल की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में और वाजिब कीमत पर बनी रहे.'


दिल्ली में बढ़े सोयाबीन तेल के दाम

बताते चलें कि भारत पूरी दुनिया में खाद्य तेलों को सबसे बड़ा आयातक देश है. पूरी दुनिया में पाम ऑयल का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है. इंडोनेशिया भारत समेत पूरी दुनिया में पाम ऑयल का सबसे अधिक निर्यात करता है. पाम ऑयल की कीमतों में पहले से ही उछाल जारी है. इस बीच, विदेशी बाजारों में तेजी के रुख की वजह से दिल्ली के बाजार में मांग में बढ़ोतरी के बाद सरसों तेल, सोयाबीन तेल समेत खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दिल्ली में मिलों को डिलीवरी किए जाने वाले सोयाबीन तेल के दाम में सबसे अधिक 350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से तेजी दर्ज की गई.



...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...